बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से कुंदन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बदलते मौसम कार्यक्रम के तहत बता रहे है कि जलवायु परिवर्तन से लोगों को काफी प्रभाव पड़ा है। मौसम में आए परिवर्तन से जीव जंतुओं को भी नुकसान हुआ है। वहीँ वर्षा होने के कारण किसानों द्वारा लगाए रबी फसल बरबाद हो गया है। वातावरण में ठण्ड होने से जीव जंतु के साथ मनुष्य के स्वास्थ्य पर असर पड़ा है , लोग अनेक बिमारियों का शिकार हो रहे है।

बिहार राज्य के जिला जमुई से रजनीश कुमार ने जलवायु परिवर्तन के विषय पर मुनि यादव से साक्षात्कार लिया। मुनि यादव ने बताया बारिश नहीं होने से और बोरिंग में भी पानी नहीं होने से फसल अच्छी नहीं हुई। खेती के लिए और कोई अन्य संसाधन जैसे तालाब ,पोखर कुछ नहीं है। बोरवेल का जलस्तर भी बहुत नीचे है जिस वजह से बोरवेल से भी बहुत कम पानी मिल पाता है।

बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता रजनीश कुमार ने विक्रमादित्य से साक्षात्कार लिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की वर्त्तमान में ग्लोबल वार्मिंग बहुत बड़ी समस्या है। इसके समाधान के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए।जिससे पर्यावरण संतुलित रहे। समुद्री जलस्तर के बढ़ने से प्राकृतिक आपदा भी बढ़ रही है। इसके साथ ही फसलें भी प्रभावित हो रही हैं

बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता रजनी कुमार ने समाजसेवी प्रदीप कुमार से साक्षात्कार लिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की जलवायु परिवर्तन के लिए हम सभी जिम्मेदार हैं। क्योंकि हम सभी अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रकृति को नुकसान पहुँचा रहे हैं। जिसके कारण प्राकृतिक आपदा दस्तक दे रही हैं। इससे हमारा जन-जीवन प्रभावित होता है। इसके साथ ही गरीबों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमें अपने क्रियाकलापों पर ध्यान देने की जरूरत है। जिससे कल-कारखानों से निकलने वाले धुँए में कमी आये। प्रदूषण कम हो और जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले आपदाओं से हम सुरक्षित रह सकें

बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने भावेश कुमार से साक्षात्कार लिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की बदलते मौसम के कारण खेती प्रभावित हो रही है। उत्पादन में बहुत ज्यादा कमी देखी जा रही है।जैविक खेती बहुत अच्छी होती है। इससे उत्पादन भी अच्छी होती है और मिट्टी की उर्वरक क्षमता भी नष्ट नहीं होती है।सरकार भी किसानों को वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए सहायता राशि देती है। जिससे की किसान रासायनिक खादों का प्रयोग कम करें

बिहार राज्य के जिला जमुई से अमरर मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि पहले किसान जैविक खेती करते थे जिसमे गोबर कूड़ा खेतों में डाला जाता था लेकिन अभी का दौर में ऐसा बिलकुल नहीं होता है किसान अब रासायनिक खेती करते है जिसमे यूरिया जैसे कई चीज़ों को फसल में डालते हैं।बता रहे है कि खेतों में होने वाले केचुएँ की वजह से पहले खेती की उपज काफी ज़्यादा मात्रा में होती थी पर अब यूरिया वगैरा डालने के बाद खेतों में केचुआ नहीं होता है इस्सलिये भी किसानों के खेती की उपज कम होती हैं

बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से मिथुन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि पेड़ों की कटाई लगातार बढ़ रही है ,जिसके कारण जलवायु परिवर्तन पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। पेड़ काटना सबसे बड़ा हानिकारक है। मानव के लिए जीवन को मंगलमय और स्वस्थ बनाये लिए केवल धन और भोजन ही प्रयाप्त नहीं है। इसके लिए शुद्ध वातावरण अर्थात मंगलकारी भौगोलिक परिवेश भी अपेक्षित है।इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया कि वर्तमान में मानव के मंगलमय की बात तो हर कोई करता है लेकिन उसके आधारभूत साधन गुणों का विनाश रोकने की बात कोई नहीं करता है ,जंगलों की बेताहाशा कटाई होने से मानव मंगल तथा पर्यावरण की समस्या उत्पन्न हो गयी है।इसलिए वर्तमान जनसंख्या वृद्धि के कारण जंगल त्रीव गति से काटे जा रहे है और लोगों के आवास और मकानों के लिए ईंधन इमारती लकड़ियों उद्योग धंधों के लिए वनों को काटा जा रहा है। ऐसे में लोगों को शिक्षित और समझदार बनाना बहुत जरुरी है एवं जंगल में रहने वाले आदिवासी समुदाय के लोग जंगल से ही गुजर बसर करते है साथ में पेड़ पौधे लगाते है।लोगों को शिक्षित कर बताना है कि पेड़ पौधे नहीं काटे इसके लिए सरकार की तरफ से अलग व्यवस्था की गयी है उसे रोजगार मुहैया कराने के लिए।

बिहार राज्य के जमुई जिला से नितीश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं मानवीय गतिविधियों के कारण तापमान में वृद्धि हो रही है यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में तापमान और भी अधिक बढ़ सकता है। जिससे जीवन में काफी दिक्कते आ सकती हैं।

बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से कृशबिहारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि बदलते मौसम का प्रभाव मनुष्य जानवर खेती पर पड़ता है। आगे कह रहे है कि बदलते मौसम के कारण कई सारे लोगों के तबियत खराब हो रहे है जाइए सर्दी ज़ुकाम आदि। बता रहे है कि बारिश कम होने की वजह से बहुत कम लोगों ने धान की खेती किया और जिसने भी किया उनकी उपज उतनी अच्छी नहीं हुई। धान की खेती कम होनेके कारण मवेशियों को चारा भी सही से नहीं मिल पा रही है जिस वजह से किसानों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रंजन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रावधान है कि जो अत्यंत गरीब परिवार है जो गरीबी रेखा से निचे गुजर बसर कर रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना का सही टेक वितरण हो इसके लिए प्रखंड स्तर पर सहायक की नियुक्ति संविदा पर की जाती है। ये सहायक गांव में जाकर पता लगाएं कि कौन लोग अत्यंत गरीब है और किसे आवास योजना का लाभ देना है,परन्तु यहाँ तो उल्टा देखने को मिलता है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को नहीं मिल पाता है प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ। सहायक का काम होता है की जिनको आवास योजना का आबंटन हुआ है उनके पास जाकर या दलाल के माध्यम से सूचित करे। परन्तु यहाँ तो सहायक सूचित करते है पहले किस्त की राशि आबंटित कर दी गयी है मिठाई के लिए पैसा भेजें और अगर उन्हें नहीं दिया जाता है रिश्वत तो दूसरे किस्त एवं अंतिम किस्त की राशि नहीं भेजी जाती है और प्रधानमंत्री आवास योजना का कार्य अधूरा रह जाता है एवं गरीबों को पक्का माकन नसीब नहीं हो पता है