बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने भावेश कुमार से साक्षात्कार लिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की बदलते मौसम के कारण खेती प्रभावित हो रही है। उत्पादन में बहुत ज्यादा कमी देखी जा रही है।जैविक खेती बहुत अच्छी होती है। इससे उत्पादन भी अच्छी होती है और मिट्टी की उर्वरक क्षमता भी नष्ट नहीं होती है।सरकार भी किसानों को वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए सहायता राशि देती है। जिससे की किसान रासायनिक खादों का प्रयोग कम करें
बिहार राज्य के जिला जमुई से अमरर मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि पहले किसान जैविक खेती करते थे जिसमे गोबर कूड़ा खेतों में डाला जाता था लेकिन अभी का दौर में ऐसा बिलकुल नहीं होता है किसान अब रासायनिक खेती करते है जिसमे यूरिया जैसे कई चीज़ों को फसल में डालते हैं।बता रहे है कि खेतों में होने वाले केचुएँ की वजह से पहले खेती की उपज काफी ज़्यादा मात्रा में होती थी पर अब यूरिया वगैरा डालने के बाद खेतों में केचुआ नहीं होता है इस्सलिये भी किसानों के खेती की उपज कम होती हैं
बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से मिथुन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि पेड़ों की कटाई लगातार बढ़ रही है ,जिसके कारण जलवायु परिवर्तन पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। पेड़ काटना सबसे बड़ा हानिकारक है। मानव के लिए जीवन को मंगलमय और स्वस्थ बनाये लिए केवल धन और भोजन ही प्रयाप्त नहीं है। इसके लिए शुद्ध वातावरण अर्थात मंगलकारी भौगोलिक परिवेश भी अपेक्षित है।इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया कि वर्तमान में मानव के मंगलमय की बात तो हर कोई करता है लेकिन उसके आधारभूत साधन गुणों का विनाश रोकने की बात कोई नहीं करता है ,जंगलों की बेताहाशा कटाई होने से मानव मंगल तथा पर्यावरण की समस्या उत्पन्न हो गयी है।इसलिए वर्तमान जनसंख्या वृद्धि के कारण जंगल त्रीव गति से काटे जा रहे है और लोगों के आवास और मकानों के लिए ईंधन इमारती लकड़ियों उद्योग धंधों के लिए वनों को काटा जा रहा है। ऐसे में लोगों को शिक्षित और समझदार बनाना बहुत जरुरी है एवं जंगल में रहने वाले आदिवासी समुदाय के लोग जंगल से ही गुजर बसर करते है साथ में पेड़ पौधे लगाते है।लोगों को शिक्षित कर बताना है कि पेड़ पौधे नहीं काटे इसके लिए सरकार की तरफ से अलग व्यवस्था की गयी है उसे रोजगार मुहैया कराने के लिए।
बिहार राज्य के जमुई जिला से नितीश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं मानवीय गतिविधियों के कारण तापमान में वृद्धि हो रही है यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में तापमान और भी अधिक बढ़ सकता है। जिससे जीवन में काफी दिक्कते आ सकती हैं।
बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से कृशबिहारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि बदलते मौसम का प्रभाव मनुष्य जानवर खेती पर पड़ता है। आगे कह रहे है कि बदलते मौसम के कारण कई सारे लोगों के तबियत खराब हो रहे है जाइए सर्दी ज़ुकाम आदि। बता रहे है कि बारिश कम होने की वजह से बहुत कम लोगों ने धान की खेती किया और जिसने भी किया उनकी उपज उतनी अच्छी नहीं हुई। धान की खेती कम होनेके कारण मवेशियों को चारा भी सही से नहीं मिल पा रही है जिस वजह से किसानों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं
बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रंजन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रावधान है कि जो अत्यंत गरीब परिवार है जो गरीबी रेखा से निचे गुजर बसर कर रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना का सही टेक वितरण हो इसके लिए प्रखंड स्तर पर सहायक की नियुक्ति संविदा पर की जाती है। ये सहायक गांव में जाकर पता लगाएं कि कौन लोग अत्यंत गरीब है और किसे आवास योजना का लाभ देना है,परन्तु यहाँ तो उल्टा देखने को मिलता है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को नहीं मिल पाता है प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ। सहायक का काम होता है की जिनको आवास योजना का आबंटन हुआ है उनके पास जाकर या दलाल के माध्यम से सूचित करे। परन्तु यहाँ तो सहायक सूचित करते है पहले किस्त की राशि आबंटित कर दी गयी है मिठाई के लिए पैसा भेजें और अगर उन्हें नहीं दिया जाता है रिश्वत तो दूसरे किस्त एवं अंतिम किस्त की राशि नहीं भेजी जाती है और प्रधानमंत्री आवास योजना का कार्य अधूरा रह जाता है एवं गरीबों को पक्का माकन नसीब नहीं हो पता है
बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अमित कुमार सविता ने दीपक कुमार से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने बताया की आस पास जो वातावरण है वो शुद्ध होना चाहिए। मगर आये दिन देखा जा रहा है की लोगो के खान पान और उनकी जीवन शैली बदल चुकी है। उनका कहना है की लोगो को मौसम के अनुकूल खानपान करना चाहिए। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अमित कुमार सविता ने रवि रंजन से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने बताया कि बिहार राज्य ना केवल आर्थिक बल्कि कई पहलुओं से पिछड़ा हुआ है। एक छोटा सा उदाहरण यह है, की सरकार जिस नल-जल योजना को सफल मान रही है,असल में यह योजना धरातल पर विफल है।पूरे देश में पानी के बचाव पर जोर दिया जा रहा है और यहाँ के लोग इसे बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं करते हैं। सरकार को इस योजना को सही तरीके से संचालित करने की जरूरत है।इस क्षेत्र में पानी की जाँच की कोई व्यवस्था नहीं है। गंदे पानी के सेवन से लोग बीमार हो रहे हैं। इसके बाद भी पानी की जाँच पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस कारण ही बच्चे कुपोषित,नाटे और बीमारी से ग्रसित पाये जा रहे हैं। सरकार को हर स्तर पर बेहतर प्रयास करने की जरूरत है।
बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता अमित कुमार सविता ने मदन ठाकुर से साक्षात्कार लिया ,जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि सरकार द्वारा बहुत सी योजनाएं जनता और महिलाओं के सुख सुविधा के लिए चलाई जा रही है। लेकिन वो धरातल में सही रूप से नहीं उतर पाता है।उदहारण के लिए जब माताएँ गर्भवती होती है तो उन्हें साधारण प्रसव के जगह कुछ पैसे के लालच में डाक्टरों द्वारा ऑपरेशन कर प्रसव कराया जाता है। यह महिलाओं के स्वास्थ्य के बिलकुल विरुद्ध है। महिलाओं को सरकार के द्वारा जो सुविधा दी जाती है उसमे भी लूट खसोट किया जाता है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनहो प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता योगेंदर प्रसाद यादव कुमार ने विकास कुमार साहू से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि सोनो प्रखंड के लोहा पंचायत के कुकुरकुटा गांव में आर्सेनिक की मात्रा अधिक पाए जाने से लोगों में अनेक तरह की बीमारियां पाई जा रही है लेकिन अब तक सरकार के द्वारा इस गांव में स्वच्छ पानी पीने की व्यवस्था नहीं की गई है,। यहां के पानी में अधिक आरसैनिक पाए जाने से हर एक घरों में अनेक तरह की बीमारियां पाई जा रही है सरकार के द्वारा अनेकों बार पानी का जांच किया गया है लेकिन अब तक सरकार के द्वारा गांव के लोगों के लिए कोई सुविधा मुहैया नहीं करवाया क्या अभी भी यहां के लोग हैं और नलकूप से ही पानी पीने को मजबूर है जबकि यहां के लोग मंदबुद्धि और बोने हो रहे हैं इतना ही नहीं दर्जनों लोग अपने बेड पर पड़े हुए हैं सभी घरों में अनेक तरह की बीमारियां से लोग ग्रसित है, विकास कुमार साह ने बताया है मेरे गांव में नल जल योजना का एक मीनार लगा हुआ है लेकिन सालों से बंद पड़ा हुआ है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।