बिहार राज्य के जिला जमुई से विवेकानंद वार्ड नंबर 7 से मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है उनके गाँव में चापाकल का पानी का स्तर बहुत निचे हो गया है इससे पानी की बहुत परेशानी हो रही है। गाँव में पानी की भी कभी जांच नहीं हुई है। घर के सामने कुआँ है किन्तु उनमे बहुत कचरा है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के खैरा प्रखंड के गोली पंचायत के बरमसिया गांव से मोबाइल वाणी संवाददाता संजीत कुमार ने विजय कुमार से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि उनके गांव के स्कूल का चापाकल खराब है जिसका मुख्य कारण है स्कूल में चार दिवारी का ना होना जिससे लोग चापाकल का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं जिससे चापाकल खराब हो जाती है यदि विद्यालय का चारदीवारी बन जाए तो शायद बार-बार चापाकल खराब होने की नौबत नहीं आएगी अभी भी चापाकल खराब पड़ा हुआ है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

बिहार राज्य के जमुई जिला के खैरा प्रखंड के गोली पंचायत के टिटिहिया गांव से मोबाइल वाणी संवाददाता संजीत कुमार ने चिंतामन राय से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि विद्यालय के चापाकल से गंदा पानी आता है तथा बारिश के दिनों में और भी गंदा पानी आता है जिस में कीटाणु साफ तौर पर देखे जा सकते हैं। नल का जल कभी पहुंचता है कभी नहीं पहुंचता है गर्मी के दिनों में कभी-कभी चापाकल का पानी नहीं देने लगता है तो दूसरे लोगों के चापाकल पर होना पड़ता है। दूसरे के चापाकल का इस्तेमाल महिलाओं को सब बच्चों को साफ पानी पिलाने के लिए करते हैं। पूरी जानकारी के लिए लिंक को अभी क्लिक करें।

बिहार राज्य के जमुई जिला के खैरा प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता संजीत कुमार ने ममता कुमारी से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि उनके गांव में पानी का मुख्य साधन चापाकल है। गर्मी के समय में कोई कोई चापाकल सुख जाता है अशुद्ध पानी से बच्चों में तथा गर्भवती महिलाओं में जो बीमारी आती है इसका मुख्य कारण है के हम खुली आंख से पानी की गंदगी को नहीं देख पाते पानी ऊपर से साफ दिखने में लगता है ,जब तक कि पानी को सही तरीके से जांच नहीं किया जाता तब तक हमें या पता लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है कि पानी सही है या नही। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं? आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?

बिहार राज्य के जमुई जिला के मझबे गाँव से मोबाइल वाणी संवाददाता रजनीश कुमार ने ब्रह्मदेव यादव से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने बताया कि यहाँ जब भी बोरिंग किया जाता है,700 फीट नीचे जाने के बाद ही पीने योग्य पानी मिल पाता है

बिहार राज्य के जमुई जिला के मंझबे गाँव से मोबाइल वाणी संवाददाता रजनी कुमार ने रजनीश मंडल से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि उनके घर के सामने नलका लगा हुआ पाँच महीना हो गया पर वो अभी तक चालू नहीं हुआ है। कभी चालू होता है तो लोग पानी के लिए मारा मारी करते हैं। पीने का पानी वो सप्लाई नल से लेते हैं। गांव का पानी बहुत ही दूषित है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

बिहार राज्य के जमुई जिला के मझवे प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रजनीश कुमार ने सचिन कुमार दास से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि पानी की समस्या उनके गांव में पुरखों के समय से बनी हुई है। इस समस्या का निज़ात आज तक नहीं हो पाया है। हाल फ़िलहाल में सरकार के द्वारा सात निश्चय के माध्यम से नल काजल मुहैया कराया गया था। लेकिन वो भी पुरे तरीके से फेल है। कहीं नल में पानी नहीं आ रहा है तो कहीं बोरिंग फेल हो गया है। सही तरीके से पानी का सप्लाई ही नहीं हो रहा है। गांव के महिला और पुरुष आज भी कोसो दूर से पानी लाने को विवश है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

बिहार राज्य के जमुई जिला से योगेंद्र प्रसाद मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, सोनो प्रखंडके तमाम पंचायत में लोगो को नल जल योजन का लाभ नहीं मिला है, लोगो को आज भी पिने का पानी दूर से लान पड़ता है।

बिहार राज्य के जमुई सोनो प्रखंड अंतर्गत खपरिया से मोबाइल वाणी संवाददाता योगेंद्र प्रसाद वाजिद अंसारी से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने बताया की नल-जल योजना का पानी समय पर आता है। लेकिन पीने में उपयोग नहीं करते हैं,क्योंकि ये पानी फिल्टर युक्त नहीं होता है।लोग प्रदुषित पानी पीने से अनेक प्रकार की बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं।घर में चापाकल होने से लोग इसी पानी का प्रयोग ज्यादा करते हैं