उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में पिछले 17 दिनों से फंसे सभी 41 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। सबसे पहले दो मजदूरों को सुरंग से निकाला गया और उन्हें तुरंत ही एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। इसके बाद एक-एक कर सभी मजदूर सुरंग से निकाले गए।सर्वविदित है कि मलबे के बीच से रास्ता बनाने में जुटे रैट माइनर्स ने मैनुअल ड्रिलिंग कर मजदूरों तक रेस्क्यू के लिए पाइप पहुंचाई। जैसे ही पाइप मजदूरों के पास पहुंची , सबसे पहले टनल के अंदर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम पहुंची और फिर सभी एंबुलेंस को टनल के पास बुलाया गया। साथ ही चिकित्सक को भी तैनात कर दिया गया था। मजदूरों को तत्काल चिकित्सा सहायता देने के लिए वहां 41 एम्बुलेंस के साथ डॉक्टरों की टीम भी टनल के अंदर गई। इस बीच इन मजदूरों के परिजनों को भी गर्म कपड़ा लेकर टनल के पास बुलाया गया था।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
टनल से मजदूरों को बाहर निकालने में लगे 17 दिनों में हर बार की तरह इस बार भी नेताओं से लेकर मीडिया का भारी जमावड़ा आखिरी दिन तक लगा रहा, जो हर संभव तरीके से वहां की पल पल की जानकारी साझा कर रहे था। इन 17 दिनों में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हो गए, क्रिकेट विश्वकप का आयोजन हो गया,
सरकारी संस्था आईसीएमआर के डाटाबेस में सेंध लगाकर चुराया गया 81 करोड़ लोगों का डाटा इंटरनेट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। लीक हुए डाटा में लोगों के आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी, पासपोर्ट, नाम, फ़ोन नंबर, पते सहित तमाम निजी जानकारियां शामिल हैं। यह सभी जानकारी इंटरनेट पर महज कुछ लाख रुपये में ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध है। इसे डाटा लीक के इतिहास का सबसे बड़ा डाटा लीक कहा जा रहा है, जिससे भारत की करीब 60 प्रतिशत आबादी प्रभावित होगी।
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बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अमित कुमार सबिता ने बताया कि सिकन्दरा प्रखंड स्थित लछुआड़ परिवार विकास कार्यालय में बच्चों के अधिकार और नियमों की जानकारी को लेकर समन्वयक गोपी कुमार के द्वारा एकदिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।गोपी कुमार ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा 2 सितम्बर 1990 को बच्चों के सुरक्षा को लेकर एक बैठक हुआ। जिसमें बाल अधिकार पर चर्चा किया गया। बच्चों के चार अधिकार 1 जीने का अधिकार 2 विकास का अधिकार,3 सुरक्षा का अधिकार 4 सहभागिता का अधिकार के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जीने के लिए पोषण आवास प्रयाप्त जीवन स्तर, चिकित्सा सेवा की उपलब्धता। विकास करने का अधिकार जिसमें शिक्षा, खेलकूद, मनोरंजन, सांस्कृतिक गतिविधियां, सूचना प्राप्त करना, विचारों की चेतना और धर्म की स्वतंत्रता शामिल हैं। संरक्षण के अधिकार में बच्चों को शारीरिक या मानसिक रूप से चोट पहुंचाने या दुर्व्यवहार से संरक्षण के लिए अधिकार है, इससे यह सुनिश्चित होता है कि बच्चे हर प्रकार के शोषण से सुरक्षित रहें।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
कलेक्टर राकेश कुमार और एसपी डॉ. शौर्य सुमन ने विगत देर रात जिले के लक्ष्मीपुर स्थित चेक पोस्ट का औचक निरीक्षण किया और इसका गंभीरता से जायजा लिया। उन्होंने इस दौरान अपने सामने आने - जाने वाले वाहनों की सघन जांच कराई।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
जलवायु की पुकार [ हरियाली का अनोखा मिशन ] कार्यक्रम के अंतर्गत हम जानेंगे पेड़-पौधे लगाना पर्यावरण के लिए क्यों जरुरी है ?
जिला परिवहन पदाधिकारी के दिशा निर्देश पर सोमवार को गिद्धौर पुलिस द्वारा थाना परिसर के समीप सघन वाहन जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान दोपहिया सहित चार पहिया वाहनों को आते जाते रोककर डिक्की टूल बॉक्स आदि की सघनता से जांच की गयी। वहीं जांच के क्रम में कई दो पहिया वाहन चालकों को रोक कर यातायात नियमों की अनदेखी पर जुर्माना वसूला गया। साथ ही साथ सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से वाहन चलाते समय हेलमेट का उपयोग करने का भी निर्देश पुलिस पदाधिकारी द्वारा दिया गया।इसके साथ ही कहा गया कि हमेशा ही अपने साथ गाड़ी के कागजात ले कर चलें। वाहन जांच के दौरान दोपहिया चार पहिया वाहनों के कागजातों की जांच की गयी। खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें
बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो मे अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प सोनो - विश्व पर्यावरण दिवस पर ग्राम भारती सर्वोदय आश्रम सिमुलतला में कृषि विज्ञान केन्द्र, जमुई एवं ग्राम भारती के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में झाझा, चकाई एवं सोनो प्रखंड के दर्जनों गांवों के सैंकड़ों स्त्री - पुरुषों ने पर्यावरण रक्षा का संकल्प लिया।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि इफको के प्रबंधक विनय कुमार कर्ण ने अपने संबोधन में पर्यावरण रक्षा के लिए अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि आज वृक्षारोपण एवं प्राकृतिक संसाधनों के संयमित उपभोग से ही विश्व की रक्षा संभव है।कृषि विज्ञान केन्द्र जमुई के वरीय वैज्ञानिक एवं केंद्र प्रमुख डा० सुधीर कुमार ने पार्यावरण संरक्षण के विभिन्न आयामों पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि आज हमें प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने की परम आवश्यकता है। ग्राम भारती के संचालक श्री विमलेश कुमार ने भूगर्भ के जल संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि समुदाय के लोग वर्षा जल के संचयन हेतु सामुदायिक प्रयास के रूप में छोटे छोटे बाबड़ी, ट्रेंच, टैंक आदि का काम करें जिसमें ग्राम भारती की सहयोगी संस्थाओं के माध्यम से सहयोग किया जाएगा।विल्ड ट्रस्ट की शिवानी ने पारंपरिक मोटे अनाज की महत्ता की चर्चा की।कार्यक्रम की शुरुआत गांधी जी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।मौके पर परिसर में वृक्षारोपण किया गया तथा उपस्थित लोगों को आम का पौधा नि:शुल्क वितरण किया गया। कार्यक्रम के अंत में पर्यावरण रक्षा का सामुहिक संकल्प लिया गया।
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