बिहार राज्य के गोपालगंज ज़िला से गौरव पांडेय ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि प्रधानमंत्री ने 25 मार्च को जो दिव्यांगों को 1000 रूपए तीन महीनें तक देने की घोषणा की थी ,वो उन्हें अब तक नहीं मिली है

बिहार के नवादा ज़िला से मुकेश ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उनके पिता का किसान सम्मान निधि योजना का पैसा आया है जिसका मैसेज तीन बार आया है। पहला पीएम किसान योजना के तहत 4 अप्रैल 2020 को 2000 रूपए दिया गया ,7 अप्रैल 2020 को कोरोना सहायता राशि के रूप में 2000 रूपए दिया गया और तीसरी में 16 अप्रैल 2020 को कोरोना सहायता राशि के रूप में 2000 रूपए दिया गया। बैंक से पता करने पर 4 अप्रैल 2020 को 2000 रूपए का अपडेट मिला पर 7 अप्रैल 2020 और 16 अप्रैल 2020 का कोई अपडेट नहीं मिल रहा है ।ऐसा मैसेज कई अन्य किसानों के मोबाइल पर आया है।इसलिए मुकेश यह जनना चाहते है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत कितनी राशि मिलनी थी ?

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आपको बताना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में पंजीकृत किसानों को दो-दो हज़ार रुपए की तीन समान किश्तों में वर्ष में छः हज़ार रुपए की सहायता राशि मिलती है। अप्रैल माह में आपके पिताजी की पहली किश्त आयी होगी और तकनीकी गड़बड़ी के कारण उनके मोबाईल पर एक बार की बजाय तीन बार मैसेज चला गया होगा। कोरोना सहायता के नाम पर दो-दो हज़ार रुपए की राशि देने की सरकार की कोई घोषणा नहीं की गयी है। इसकी बेहतर जानकारी के लिये आप अपने पिताजी से कहिए कि अपनी पासबुक के साथ अपने बैंक जाएँ, बैंक-अधिकारी उनकी पासबुक और खाते का मिलान करके सारी जानकारी उपलब्ध करा देंगे। इसकी जानकारी देने में हम सक्षम प्राधिकरण नहीं हैं, इसका जवाब बैंक ही दे सकता है।
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Aug. 25, 2020, 4:41 p.m. | Tags: rural banking   farmer   coronavirus   government scheme   promo-access-scheme   int-PAJ  

मध्यप्रदेश राज्य के शिवपुरी ज़िला के तहसील बदरवास के ग्राम अमहारा से राम कुमार यादव ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जो दिव्यांगों को सरकार द्वारा एक हज़ार रूपए की राहत राशि मिलने वाली थी वो अब तक नहीं मिली है।

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बिहार राज्य के मधुबनी ज़िला के खुटौना प्रखंड से शिव नाथ सदय मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लॉक डाउन के दौरान जो योजनाओं के अनुसार लाभ मिलने वाला था वो सही से नहीं मिला।इसलिए सभी लोगों का इस योजना का लाभ मिलना चाहिए।प्रधानमंत्री जन धन जो खुलवाया गया उसमे भी पैसा नहीं आया साथ ही नया राशन कार्ड भी नहीं मिला है। जिस कारण राशन नहीं मिल रहा है

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गुरुग्राम से सोनू साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि लॉक डाउन के बाद न्यायालय के तमाम निर्देशों के बावजूद कामगारों की स्थिति ठीक नहीं है। एक कामगार मल्लिका महजबीं इनसे बात कर बता रही हैं कि अचानक हुए लॉक डाउन की वजह से इनको खाने-पीने से लेकर रुपए-पैसे की बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा, अप्रैल-मई का वेतन भी नहीं मिला, मकान मालिक ने किराए में कोई छूट नहीं दी, सरकार के तमाम दावों के बावजूद कहीं से किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली, लेकिन लॉक डाउन के बाद काम शुरू होने से अब स्थिति कुछ बेहतर हुई है।

कोरोना महामारी के कारण बहुत से लोगो को अपनी नौकरी को छोड़ कर अपने राज्य वापस आना पड़ा. कई लोगो को उम्मीद थी कि उनके राज्य की सरकारें उनके लिए राहत सामग्री या वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएंगी और कई राज्यों कराया भी . फिर भी बहुत से लोगो को मदद नहीं मिल पाईं . आखिर बिहार सरकार द्वारा 1000 रु. किसे दिया जाएगा ? जानने के लिए क्लिक करें

गुरुग्राम से अलीगढ़-निवासी क्रेन-चालक शाहिद खान साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि लॉक डाउन के बाद कोई काम नहीं है। इनके साथ काम करने वाले सभी लोगों को ये साथ में ही गाँव लेते गए। सरकार द्वारा की गयी अधिकांश घोषणाएँ और प्रयास नाकाफ़ी हैं। पाँच महीने हो गए किराया दिए हुए।