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मैं रौशनी कुमारी, मैं मधुबनी जिला से बोल रही हूँ। और मैं यह जानना चाहती हूँ कि जनधन खाता जो है वो हर बैंक में खुल सकता है ? यदि हाँ तो कितने से कितने वर्ष के बच्चों को खुलता है ?
मैं रौशनी कुमारी मैं मधुबनी बिहार से बोल रही हूँ मैं यह जानना चाहती हूँ कि ई श्रम कार्ड बनवाने के बाद जो रोजगार दिया जाता हैं वो कितने वर्ष से कितने वर्ष तक को मिलता है ?
बिहार राज्य के मधुबनी ज़िला से शिवनाथ सदय ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मज़दूरी कम मिलने से सभी परेशान है। खेत में मज़दूरी करने पर भी 50 रूपए मिल रहे है। लॉक डाउन में स्थिति बिगड़ी ,बच्चे पढ़ाई से वंचित हो गए। गरीब वर्ग के बच्चों के पढ़ाई इ बाधा आ रही है। मज़दूरी नहीं मिल रही है लेकिन ख़र्चा बढ़ रहा है। इसे देखते हुए पलायन भी ज़ारी है
बिहार राज्य के मधुबनी ज़िला के खुटौना प्रखंड से शिवनाथ सदय ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि कोरोना के कारण कई लोग प्रभावित हो रहे है। अस्पताल में अन्य बिमारियों का इलाज़ सही से नहीं हो पा रहा है साथ ही दवाई भी नहीं मिल पा रही है। वहीं ग़रीब वर्ग के बच्चे पढ़ाई से भी वंचित हो गए है। मज़दूर वर्ग को भरण पोषण में बहुत समस्या हो रही है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए ,मज़दूरों को राहत पैकेज इस तरह देना चाहिए जिससे उनके परिवार का गुज़र बसर हो सके
बिहार राज्य के मधुबनी ज़िला से शिवनाथ सदय,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि ग्रामीणों इलाकों में टीका लेने के बाद कुछ लोगों की तबियत बिगड़ी। अस्पताल में इलाज करवाने पर उन्हें कोरोना संक्रमित घोषित किया गया। जिस कारण ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण को लेकर ग्रामीणों में डर बैठ गया है
बिहार राज्य के बरही पंचायत से सरोज दास ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि वार्ड 1 में पीएचईडी जल नल में केवल 10 मिनट ही पानी दिया जाता है और कभी कभी तो पानी दिया ही नहीं जाता है जिस कारण ग्रामीणों को बहुत समस्या होती है
बिहार राज्य के मधुबनी ज़िला से सुरेंद्र कुमार भगत ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सभी दिव्यांगजनों को वन नेशन वन राशन कार्ड की सुविधा मिलनी चाहिए साथ ही पेंशन पाने वाले हर एक लाभुकों को समान पेंशन मिलना चाहिए
बिहार राज्य के मधुबनी ज़िला से हमारे एक श्रोता,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि उनके कुछ श्रमिक साथी अहमदाबाद गए थे ,जहाँ उन्हें नौकरी मिलने में बहुत मुश्किल हो रही थी। साथ ही उन्हें रहने को किराए का मकान भी नहीं मिल रहा था। नौकरी भी मिल रहा था तो उन्हें वेतन कम मिल रहे थे
बिहार राज्य के मधुबनी ज़िला के खुटौना प्रखंड से शिवनाथ सदय ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जॉब चुनाव का वक़्त था तब प्रशासन से कोरोना से बचाव के दिशा निर्देशों का पालन नहीं हो रहा था। परन्तु चुनाव हो जाने के बाद अभी प्रशासन फिर से निर्देशों का पालन करवा रही है और नियम पालन न करने वालों पर जुर्माना लगा रही है। यह जनता पर भरी पड़ रहा है।