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दिल्ली के शिक्षा विभाग पर बड़ी लापरवाही बरतने का आरोप
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दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से हसमत अली की बात सरगम जी से हुई सरगम बताती हैं मेरी सैलरी भी रोक ली गई है मैं गुडगांव एक स्कूल में कॉलिंग का काम करती थी मुझे बिना बताए नौकरी से हटा दिया गया है जिसकी वजह से मैं आज बहुत ज्यादा परेशान हूं और मेरी अचानक नौकरी भी नहीं लग रही है
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शहरों की चमचमाती सोसायटी को बड़े विकास का मापदण्ड मानकर इसकी सराहना तो करते हैं, नागरिक अपने घर की कमी पूरी करने के लिए जिंदगी की गढ़ी कमाई घर खरीदने में खर्च कर देता है ताकिवो खुद और उसका परिवार सुरक्षित रहे, मानसिक तनाव के बिना, लेकिन क्या हो जब इस गगन चुम्बी इमारत में रहने वाले की जान लिफ्ट में फंस जाए, आम नागरिक की पत्नी और उनका। बच्चा स्कूल जाने के वक्त लिफ्ट दुर्घटना का शिकार हो जाये और इस दुर्घटना प्रति बिल्डर जिसने इतनी मोटी रकम सोसायटी का रखरखाव किया और घर बेचने के लिए पैसा वसूला है और कोई कार्रवाई ना ले, आइए इसी गंभीर समस्या से आज रूबरू होते हैं, गाजियाबाद के दिव्यांश सोसायटी में रहें वाले एक निवासी श्री बिपन झा ने बताया अपना हाल
मानेसर से शंकर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से नीरज से साक्षात्कार लिया। नीरज ने बताया था कि ये ईएसआई के माध्यम से अस्पताल में ईलाज करवाने आए हैं। कंपनी द्वारा ईएसआई चेंज किया गया है। पुराना ईएसआई करवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। क्योंकि पुराने ईएसआई में लाभ ज्यादा होता है
दिल्ली एनसीआर से नाज़ परवीन ने श्रमिक वाणी के माध्यम से सोहेल से साक्षात्कार लिया । सोहेल ने बताया कि इनकी मम्मी के ईलाज के लिए ये पंथ अस्पताल ले कर आये हैं । यहाँ हार्ट के इलाज के लिए अस्सी हज़ार का खर्च बताया जा रहा है। उनको अस्पताल में भर्ती नही कर रहे हैं। उन्हें सहायता की जरूरत है
बुजुर्ग हो चुके ड्राइवर का कोई नहीं है सहारा, बच्चे शादी होने के बाद हो गए हैं अलग।
दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी का माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत गौरीशंकर शर्मा एडवोकेट से हुई। शर्मा बताते हैं सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है अभी इंतजार करना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट क्या फैसला सुनाते हैं