सरकार हर बार लड़कियों को शिक्षा में प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग योजनाएं लाती है, लेकिन सच्चाई यही है कि इन योजनाओं से बड़ी संख्या में लड़कियां दूर रह जाती हैं। कई बार लड़कियाँ इस प्रोत्साहन से स्कूल की दहलीज़ तक तो पहुंच जाती है लेकिन पढ़ाई पूरी कर पाना उनके लिए किसी जंग से कम नहीं होती क्योंकि लड़कियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने और पढ़ाई करने के लिए खुद अपनी ज़िम्मेदारी लेनी पड़ती है। लड़कियों के सपनों के बीच बहुत सारी मुश्किलें है जो सामाजिक- सांस्कृतिक ,आर्थिक एवं अन्य कारकों से बहुत गहरे से जुड़ा हुआ हैं . लेकिन जब हम गाँव की लड़कियों और साथ ही, जब जातिगत विश्लेषण करेंगें तो ग्रामीण क्षेत्रों की दलित-मज़दूर परिवारों से आने वाली लड़कियों की भागीदारी न के बराबर पाएंगे। तब तक आप हमें बताइए कि * -------आपके गाँव में या समाज में लड़कियों की शिक्षा की स्थिति क्या है ? * -------क्या सच में हमारे देश की लड़कियाँ पढ़ाई के मामले में आजाद है या अभी भी आजादी लेने की होड़ बाकी है ? * -------साथ ही लड़कियाँ को आगे पढ़ाने और उन्हें बढ़ाने को लेकर हमे किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत है ?

दिल्ली कॉलोनी से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत गौरी शंकर शर्मा से श्रमिक वाणी के माध्यम से हुई। शर्मा जी बताते हैं कि, देश के अंदर बेरोजगारी चरम सीमा पर है भाजपा सरकार मनमानी तरीके से काम कर रही है। ठेकेदारी पर ज्यादा जोर दे रही है। तथा ठेकेदार अपनी मनमानी तरीके से 8 घंटे के बजाय 12 घंटे काम करवाते हैं। तथा इनका कहना है की 1990 के पहले के कांग्रेस जन हिट में काम करती थी लेकिन अब की कांग्रेस वेपारी सोंच की है। यही हाल बीजेपी का भी है। साथ ही कह रहें हैं की पहले देश में सरकारी कारखाने बनाये जाते थे लेकिन अब ये नहीं किया जाता है बल्कि सरकारी संपत्ति को बेचा जा रहा है। यदि सरकारी कारखाना खुलेगा तो लाखों लोगों को रोज़गार मिलेगा और अमीरी और गरीबी में ज़ियादा फर्क नहीं रह जाएगा। लेकिन जब सरकारी कारखाना नहीं होगा तो लोगों को काम करने के लिए ठेकेदार के द्वारा जाना होगा और ठेकेदार के ज़रिये जाने से उनकी आर्थिक स्थिति सुधर नहीं पाएगी। और अगर आर्थिक स्थिति नहीं सुधरेगी तो वो सरकार के खिलाफ कुछ नहीं कर पाएंगे

मोबाइल वाणी के श्रोता अम्बेडकर जयंती के अवसर पर डॉक्टर भीम राव आंबेडकर जी की जीवनी की जानकारी दे रहें हैं.

बिनोद सिंह राठोड साझा मंच के माध्यम से जानना चाहते हैं कि जाति प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया क्या है ? इसके लिए क्या क्या दस्तावेज़ जमा करना पड़ेगा ?

दिल्ली गुरुग्राम से नन्द किशोर परशाद ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सोच से समीकरण बदलने की जरुरत है

Transcript Unavailable.

बिहार राज्य के मधेपुरा ज़िला से सनोज कुमार रजक ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि ग्राम में नल जल योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिला है। शौचालय बनवाने के लिए भी सहायता राशि नहीं मिली है। अल्पसंख्यक होने पर उनके साथ कुछ दबंग लोग उनसे दुर्व्यवहार करते है। उन्होंने थाना में शिकायत भी दर्ज़ किया परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई

मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी और कम्युनिस्ट पार्टियों पर हमला बोलते हुए यह सवाल उठाया है कि वर्ष 2019 में तबरेज अंसारी की मौत को मानवता पर धब्बा बताने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी,राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद सीपीएम,सीपीआई,एवं अनेक संगठनों ने गत 11 मई को मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन के गृह जिले दुमका में बकरी चोरी के नाम पर सुभान अंसारी की हुई मॉब्ब लिंचिंग पर आखिर मौन क्यों साध रखा है?

मोबाइल वाली के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देशव्यापी लॉक डाउन किया गया है। घोषित लॉक डाउन के दौरान जिलेवासियों एवं जरूरतमंद लोगों के खाने से संबंधित कोई समस्या नहीं हो इसे लेकर गिरिडीह जिला प्रशासन कटिबद्ध है। इसी कड़ी में मंगलवार को उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक श्री सुरेंद्र झा के द्वारा बगोदर प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र बूढ़ा चोंच बिरहोर टुंडा में बिरहोर परिवारों के बीच खाद्य सामग्रियों यथा चूड़ा,गुड़, ब्रेड,पाव रोटी आलू, चावल, दाल एवं अन्य खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।