मोबाइल वाणी के साझा मंच पर झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के 3 मजदूर 4 माह से मलेशिया के कुआलालंपुर जेल कैंप में बंद है। परिजनों का कहना है कि पिछले 14 जुलाई 2020 से तीनों मजदूरों के मोबाइल बंद आ रहे थे। जिसके बाद इन्हें सूचना मिली कि इनके वीजा की अवधि खत्म होने के कारण पकड़ लिए जाने पर वे लोग मलेशिया की जेल में बंद है। इन मजदूरों के परिजनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लगाई सहायता की गुहार।

मोबाइल वाली के साझा मंच पर झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि दूसरे वार्षिक अधिवेशन में ईसी आर के यू के धनबाद मंडल के सदस्यों के निर्विरोध निर्वाचित होने पर कर्मचारियों का मनोबल बढ़ा है। बधाई देते हुए केंद्रीय अध्यक्ष पद पर डीके पांडे चुने जाने पर श्रमिकों ने किया खुशी का इजहार।

झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि इस वर्ष प्रकाश पर्व पर गिरिडीह जिला प्रशासन एवं जेएसएलपीएस के सहयोग से महिलाओं ने सुगंधित मोमबत्तियां बनाई। उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि लोकल के लिए वोकल के तहत आत्मनिर्भर भारत अभियान में महिलाएं अपनी सहभागिता का कर रही है प्रदर्शन। जिससे परिवार को मिलेगा सीधा लाभ और स्वरोजगार की ओर होंगे अन्य महिलाएं अग्रसर।

मोबाइल वाणी के साझा मंच पर झारखंड के गिरिडीह से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि जिला उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने आज समाहरणालय सभागार कक्ष में बैठक कर सीएसआर से संबंधित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश। जिसमें उन्होंने संबंधित शाखा प्रबंधक एवं उद्योगपतियों को विकासात्मक कार्यो को जल्द से जल्द पूर्ण करना सुनिश्चित करने की बात कही। साथ ही कहा कि अधिकाधिक कार्यों के संपादन में प्रवासी मजदूरों को कार्य दिए जाए जिससे कि वे लोग आत्मनिर्भर बन सकें।

झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि पलामू जिले के मेहंदी नगर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा दिवंगत श्रमिक साथियों कामरेड प्रोफेसर भुनेश्वर प्रसाद बाजपेई कॉमरेड रामनंदन विश्वकर्मा राज कुमार मेहता व मजदूर नेत्री सुखिया देवी के निधन पर शोक व्यक्त करने हेतु श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कॉमरेड कृष्ण मुरारी दुबे ने कहा कि केंद्र सरकार श्रम सुधार बिल कृषि सुधार बिल तथा आवश्यक वस्तु संशोधन अधिनियम को लाकर आम जनता के सामने जनहित का भ्रम फैला रही है। उन्होंने कहा कि विधेयक के लागू होने से किसान मजदूर बंधुआ हो जाएंगे महंगाई चरम पर पहुंच जाएगी।

झारखंड में विधानसभा की 2 सीटों बेरमो और दुमका में हुए उपचुनाव की मतगणना जारी है। अब तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बेरमो सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी कुमार जैन मंगल उर्फ अनूप सिंह 13043 मतों से भाजपा के योगेश्वर महतो बाटुल से आगे चल रहे हैं। बता दें कि इस सीट पर लंबे समय तक मजदूर संगठन राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ इंटक नेता स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद सिंह का कब्जा रहा है। जबकि दुमका एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है जहां झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन को उम्मीदवार बनाया है। यहां यह बीजेपी के उम्मीदवार लुईस मरांडी से पीछे चल रहे हैं।

झारखण्ड राज्य गिरिडा से सर्वेश तिवारी ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ग्रामीण विकास विभाग से संबंधित राज्य सोशल ऑडिट के गिरिडीह जिला के डुमरी वीआरपी वेद प्रकाश पाठक ने कहा कि काम मांगो अभियान के तहत मनरेगा मजदूरों का वर्क डिमांड लिया गया। 6 दिनों तक सोशल ऑडिट टीम ने काम किया। कार्यों की जांच की गई जिन प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत कार्य नहीं मिला है , उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।

मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गढ़वा जिले से उज्जवल विश्वकर्मा बताते हैं कि ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन के गढ़वा जिला अध्यक्ष कामेश्वर पासवान ने कहा कि श्रमिकों को अपने पीएफ, बोनस आदि के लिए काफी चक्कर लगाना पड़ता है, इसलिए श्रम कानून में ऐसी प्रावधान होनी चाहिए कि समय पर उनके पीएफ बोनस आदि भुगतान उनके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर कर दी जाए। सुनें उनसे बातचीत के अंश...

कतरास के आकाश कनारी बीसीसीएल के अंतर्गत संचालित ओरिएंटल आउटसोर्सिंग कंपनी के असंगठित मजदूरों ने मजदूर नेता सह विधायक ढुल्लू महतो का आज अभिनंदन समारोह में स्वागत किया। श्री महतो ने कहा कि प्रबंधन मजदूरों को भ्रष्ट माफियाओं के इशारे पर झूठा मुकदमा में फंसाने का कार्य करती है तथा तरह-तरह से प्रताड़ित व शोषण किया जाता है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

झारखण्ड राज्य गिरिडीह से सर्वेश तिवारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्रवासी मजदूरों के हालात का जिक्र करते हुए सर्वेश तिवारी के साथ लाइन पर जुड़े प्रवासी मजदूर तौफीक अंसारी ने बताया कि बद से बदतर हो गई है प्रवासी मजदूरों की जिंदगी। नहीं मिल रहे काम, मेहनताना हुआ बहुत कम, अपनी जिंदगी चलाना भी हो गया कठिन। बताते हैं कि सरकार से कहीं न कहीं हुई है चूक