राजस्थान राज्य के नीमराना से साझा मंच संवादाता नन्द किशोर प्रसाद ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से पवन कुमार यादव से बातचीत कर रहे हैं जो ए बी व्योय कंपनी में कार्यरत हैं। पवन कुमार यादव ने बताया कि वे व्योय कंपनी में बीते 15 साल से काम कर रहे हैं। लेकिन कंपनी ने अवैध रूप से श्रमिकों को 12 मार्च 2021 से नौकरी से बाहर कर दिया है। जिसके लिए अभी श्रमिक अपने हक़ के लिए धरना प्रदर्शन कर विरोध के साथ संघर्ष कर रहे हैं।

राजस्थान राज्य के नीमराना से रफ़ी जी ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से जित्ता राम सैनी जी से बातचीत कर रहे हैं जो ए बी इन व्योय कंपनी में कार्यरत हैं। ये कंपनी बियर बनाती है जिसमे 60-70 श्रमिकों को बिना नोटिस दिए घर में बैठा दिया गया है। जिन श्रमिकों को नौकरी से निकाला गया वे 18 से 20 साल तक इस कंपनी में काम कर चुके हैं। इन्ही मुद्दों और राजस्थान सरकार द्वारा निकालने गए श्रम कानून के विरोध में श्रमिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। 11 मार्च 2021 को शिवरात्रि की छुट्टी के बाद दूसरे दिन गेट पर नोटिस लगा दिया कि श्रमिकों का हिसाब कर दिया गया है और उन्हें उनके पैसे दे दिए गए हैं। जिसके लिए अभी श्रमिक अपने हक़ के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

राजस्थान राज्य के नीमराना से साझा मंच के संवादाता नन्द किशोर ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से देवदत्त यादव से बातचीत कर रहे हैं जो ए बी इन व्योय कंपनी में कार्यरत हैं। कि उन्होंने 1998 में इस कंपनी में काम करना शुरू किया था। । ये कंपनी बियर बनाती है जिसमे 60-70 श्रमिकों को बिना नोटिस दिए घर में बैठा दिया गया है। जिन श्रमिकों को नौकरी से निकाला गया वे 18 से 20 साल तक इस कंपनी में काम कर चुके हैं। अचानक 11 मार्च 2021 को शिवरात्रि की छुट्टी के बाद दूसरे दिन 12 मार्च को गेट पर नोटिस लगा कर श्रमिकों को नौकरी से निकाल दिया। इन्ही मुद्दों और राजस्थान सरकार द्वारा निकालने गए श्रम कानून के विरोध में श्रमिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

राजस्थान राज्य के नीमराना से साझा मंच के संवादाता नन्द किशोर ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से इंद्र यादव से बातचीत कर रहे हैं जो ए बी इन व्योय कंपनी में कार्यरत हैं। ये कंपनी बियर बनाती है जिसमे 60-70 श्रमिकों को बिना नोटिस दिए घर में बैठा दिया गया है। जिन श्रमिकों को नौकरी से निकाला गया वे 18 से 20 साल तक इस कंपनी में काम कर चुके हैं। अचानक 11 मार्च 2021 को शिवरात्रि की छुट्टी के बाद दूसरे दिन 12 मार्च को गेट पर नोटिस लगा कर श्रमिकों को नौकरी से निकाल दिया। जब श्रमिकों ने विरोध किया तो उन्हें कंपनी के अंदर जाने से रोका गया। कंपनी में वर्कर्स की तनख्वा 30-35 हज़ार रूपए हैं और अन्य कर्मचारियों को एक से डेढ़ लाख तनख्वा दी जाती है। जिनको ज्यादा वेतन मिलती है उन्हें कंपनी ने दूसरे जगह ट्रांसफर कर दिया और जिनका वेतन कम है उन्हें कंपनी नौरी से निकाल रही है।

राजस्थान राज्य के नीमराना से रफ़ी जी ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से श्रमिक से बातचीत कर रहे हैं जो ए बी इन व्योय कंपनी में कार्यरत हैं। ये कंपनी बियर बनाती है। कंपनी श्रमिकों से 12 घंटे काम करवाती है और तनख्वा भी समय पर नहीं देती है। ठेकेदार ने कोई भी जोइनिंग लेटर या पे स्लिप मजदूरों नहीं दिया है। राजस्थान सरकार जो आठ घंटा काम करने का नियम लागु कर रही है वो मजदूरों के हित के लिए सही है। लेकिन नियोक्ता को आधा पैसा काटने का नियम लागु होने पर श्रमिकों को नुक्सान होगा जिसके लिए अभी श्रमिक अपने हक़ के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

राजिस्थान राज्य से जितेंद्र साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि सरकार द्वारा मजदूरों के लिए बनाई गई कानून मजदूरों के पक्ष में नहीं है। साथ ही कह रहे है कि है कि इस क़ानून के तहत मजदूरों को बंधुवा मजदूर बना दिया जायगा तथा उनसे मनचाहा ढंग से काम करवाया जाएगा । बताते है कि मजदूर वर्ग के लोग कमजोर और मजबूर है यदि कोई मजदूर कंपनी से अपना हक़ मांगता है तो उन्हें काम से निकल देने की धमकी दी जाती है और यदि प्रशाशन के पास जाता है तो उन्हें उनकी तरफ से कोई मदद नई की जाती हैं। कह रहे है कि वो इस कानून का विरोध करते है और करते रहेंगे

राजिस्थान राज्य से मुकेश साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि जिस तरह से किसानों पर लाठियां बरसाया गया है ये अपराध है। साथ ही कह रहे है कि किसानों ने अपनी मांगों को लेकर काफी महीनों से आंदोलन कर रहे है सरकार ने आज तक उनकी बात नहीं मानी है

राजिस्थान राज्य से हमारे श्रोत्त साझा मंच मोबाइल वाणी केमाध्यम से कह रहे है कि इस नए नियम के तहत मजदूरों के साथ उदासीन रवैया अपनाई है। बताते है कि इस कानून का विरोध लगभग सभी मजदूर कर रहे है क्यूंकि कानून उनके हिट में नहीं है इससे मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। आगे कह रहे है कि नए कानून की वजह से मजदूरों को जबरन पूंजीवादी व्यवस्ता की और धकेला जा रहा है जिसमे मजदूरोना का कोई उज्जवल भविष्य नहीं है। बताते है कि के कंपनी ने काफी सारे मजदूरों को काम नहीं होने का हवाला देके काम से बाहर निकाल दिया है जिसके लिए मजदूर धरना पर बैठे है। धरना पर बैठने के बाद भी राज्य सरकार तथा प्रसासन के तरफ से उनकी कोई मदद नहीं की जा रही हैं

राजिस्थान राज्य के नीमराना जिला से अनवर मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि सरकार द्वारा लाया गया मजदूरों के लीये नया कानून एक मजदूर विरोधी कानून है। साथ ही कह रहे है कि इस कानून के आने से मजदूर सिर्फ बंधुवा मजदूर बन कर रह जाएंगे जिससे उन्हें अपनी आवाज उठाने का मौका नहीं मिलेगा। साथ ही बता रही है कि उनकी संगठन इस कानून के प्रति सभी मजदूरों को सतर्क भी कर रही है ताकि मजदूर बहकावे में न आ जाए

राजस्थान के नीमराना औद्योगिक क्षेत्र के जापानी ज़ोन के डाइकिन कंपनी में काम करने वाले श्रमिक साथी बता रहे हैं कि राज्य एवं केन्द्र दोनों ही सरकारें श्रमिकों के खिलाफ क़ानून बना रही हैं और यूनियनों के उच्च स्तर पर बैठे अधिकारियों भी मज़दूरों का नहीं देते हैं साथ।