बिहार राज्य के जमुई ज़िला से रजनीश की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अनिल कुमार यादव से हुई। ये कहते है कि समाज में महिलाओं को जमीन पर अधिकार नहीं मिल पाता है। इसको लेकर समाज के लोगों को जागरूक करना होगा। शिक्षा के अभाव के कारण महिला अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं है। महिला जागरूक हो कर अपने अधिकार को प्राप्त कर सकती है
बिहार राज्य के जिला गिद्धौर से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रंजीत पांडेय से हुई। रंजीत पांडेय यह बताना चाहते है कि पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को आर्थिक क्षेत्र में ज्यादा महत्व नहीं दिया जा रहा है। महिलाओं में अभी भी शिक्षा की कमी है। समाज में असामनता को दूर करने के लिए महिला को शिक्षित करने की जरूरत है। अचल संपत्ति का हक़ महिलाओं को भी है। जमीन महिला के नाम से किया जा रहा है लेकिन जमीन का कागज़ महिला के पास नहीं होता है। पुरुष ही जमीन का कागज़ को रख लेते है। लोग समझते है कि महिला सिर्फ घर में रहकर ही काम कर सकती है। अगर महिलाओं को भूमि पर अधिकार दिया जाए तो उनमे आत्मनिर्भरता आएगी। वह अपना काम पुरे विस्वास के साथ कर सकेगी।
इस कार्यक्रम में हम जानेंगे कि कैसे गाँव के लोग मिलकर अपने समुदाय को मजबूत बना रहे हैं। जल संरक्षण, ऊर्जा बचत और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सामूहिक प्रयासों की ताकत को समझेंगे। साथ ही, यह भी जानेंगे कि कैसे छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं और गाँव के विकास में योगदान दे सकते हैं। क्या आपके समुदाय में ऐसे समूह हैं जो जल संरक्षण, आपदा प्रबन्धन या संसाधन प्रबन्धन पर काम करते हैं? अगर हाँ, तो हमें बताएं कि वे कैसे काम करते हैं? और अगर नहीं, तो इस कार्यक्रम को सुनने के बाद क्या आप अपने समुदाय में ऐसे सामूहिक प्रयास शुरू करने के लिए तैयार हैं?
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बिहार राज्य के जमुई जिला से रजनीश कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से गांव के मुखिया विजय भगत से बातचीत किया। बातचीत के दौरान विजय भगत ने बताया कि किसी तरह आर्थिक रूप से कमज़ोर व्यक्ति अपनी बेटी को शिक्षित बनाता है, उसके बाद बेटी की शादी करने के लिए भी दहेज़ में खर्च होता है। इस कारण लोग अपनी बेटी को संपत्ति में अधिकार नहीं देते हैं। संपत्ति में अधिकार अगर महिलाओं को देना है तो पहले दहेज़ प्रथा को ख़तम करना होगा। सरकार के नियमानुसार महिला को संपत्ति म अधिकार दिया गया है, लेकिन अगर भाई दहेज़ देकर बहन की शादी करता है तो महिला को संपत्ति में अधिकार नहीं बनता है
बिहार राज्य के जमुई जिला से नरेंद्र कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अनीता से बातचीत की। अनीता का कहना है कि उन्हें भी सम्पत्ति में अधिकार मिलना चाहिए उनके पांच बच्चे हैं उसे पढ़ाना लिखाना है। उनका कहना है कि महिलाओं के नाम पर भूमि का पंजीकरण नहीं होता, पुरुषों को नाम से भूमि का अधिकार दिया जाता है,जबकि महिलाओं के नाम पर भी जमीन होना चाहिए ताकि वे आगे बढ़ पाए
बिहार राज्य के जमुई जिला से नरेंद्र कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मोनिका देवी से बातचीत की। मोनिका देवी का कहना है कि पैतृक संपत्ति पर महिलाओं को अधिकार मिलना चाहिए। जितना अधिकार पुरूषों को दिया जाता है महिलाओं को भी उतना ही अधिकार दिया जाना चाहिए।ताकि बच्चों को पढ़ा लिखा सके
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीतदास साहू सरगुजा खेती के बारे में जानकारी दे रहें हैं। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
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"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा गन्ने की फसल में लगने वाला पायरिल्ला कीट के बारे में जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .