सोनो प्रखंड में मनरेगा योजना से लोगों को मिल रही है रोजगार सभी पंचायतों मनरेगा कार्यों से चबूतरा निर्माण खेत पोखरी निर्माण, नल कूप निर्माण, समुदाय भवन निर्माण इत्यादि कार्य पंचायत में कार्य होने से पंचायत वासियों के ही रोजगार दिया जाता है सभी मजदूर को 1 वर्ष में एक सौ दिन देना अति आवश्यक है बता दें कि इस रोजगार से लोग काफी खुश है प्रदेश कमाने वाले लोग भी गांव में भी अपना गुजर-बसर कर रहे हैं

गिरते जलस्तर का शिकार हो रहे विद्यालयी बच्चे कई दिनों से बंद पड़ा मध्यान्ह भोजन योजना << जल की समस्या से प्रभावित हुआ मध्यान भोजन>> << दर्जनों से अधिक विद्यालयों में बंद हुआ नौनिहालों का भोजन>> << संबंधित विभाग से नहीं मिल पा रहा अपेक्षित सहयोग>> << आम नागरिकों में भी पनप रहा असंतोष>> सोनो (जमुई)/ प्रखंड अंतर्गत गिरते जलस्तर का शिकार अब तक आम ग्रामीण हो रहे थे अब यह समस्या विद्यालयों तक जा पहुंची। प्रखंड के दर्जनों से अधिक ऐसे विद्यालय हैं जहां विगत 20-22 दिनों से जल की कमी के कारण मध्यान्ह भोजन योजना पूरी तरह बंद पड़ा। क्षेत्र में विगत 1 वर्षों से जिस प्रकार नदियों से बालू का अत्यधिक उठाव किया गया वह कहीं ना कहीं गिरते जलस्तर का मुख्य कारण बना। क्षेत्र अंतर्गत बहने वाली लगभग सभी प्रमुख नदिया कहीं-कहीं तालाब का शक्ल अख्तियार कर बैठी तो कहीं-कहीं बहते नाले के समान प्रतीत हो रही। मानक के अनुरूप बालू के अत्यधिक उठाव ने सदियों से रह रहे आम ग्रामीणों के जीवन पर भी कुठाराघात किया, जो पीने की पानी की समस्या के मोहताज हो गए। नदी किनारे बसे लगभग गांव की स्थिति एक जैसी है जहां बोरिंग से लेकर कुए का पानी पूरी तरह सूख चुका, बदलते मौसम के अनुसार जिस प्रकार ग्रीष्म ऋतु अपनी प्रचंडता धारण करते जा रही वह आगामी महीने में और भी रौद्र रूप धारण कर सकती है, सबसे अधिक और विकट समस्या तो सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों के साथ है जो सुबह भूखे पेट विद्यालय इस आस में पहुंचते की मध्यान योजना के तहत एक समय भोजन की प्राप्ति हो पाएगी। जल की समस्या को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने बताया कि विभाग को कई बार पत्र द्वारा समस्या से अवगत कराने के पश्चात समस्या यथावत बनी हुई है, वही गिरते जलस्तर को लेकर ग्रामीणों में भी असंतोष का माहौल व्याप्त है। जिला प्रशासन से लेकर आला अधिकारियों तक गुहार लगाते हुए समस्या के समाधान की मांग की।

बिहार राज्य के जिला जमुई से प्रतीक मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि आयुष्मान कार्ड से काफी लोगों को फायदा हो रही है। बता रहे है कि इस योजना के तहत बिमारी हो जाने पर सरकार एक साल में 5 लाख तक की सहायता राशि देती है जिससे लोगों का बहुत मदद हो जाता हैं। आगे कह रहे है कि अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हे इस योजना के बारे में जानकारी नहीं हैं

सोनो प्रखंड में दर्जनों गांव में गर्मी की शुरुआत में ही लोगों की पानी की समस्या से हो रही है परेशानी बता दें कि आए दिन लोगों को काफी परेशानी हो रही है दर्जनों लोगों असलम अंसारी, सुभाष चंद्र यादव, कुंदन कुमार, के अलावे दर्जनों लोग न बताया है कि हमारे क्षेत्र में बालू खनन काफी बढ़ गया है और लोगों को परेशानी

बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से कुंदन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बदलते मौसम कार्यक्रम के तहत बता रहे है कि जलवायु परिवर्तन से लोगों को काफी प्रभाव पड़ा है। मौसम में आए परिवर्तन से जीव जंतुओं को भी नुकसान हुआ है। वहीँ वर्षा होने के कारण किसानों द्वारा लगाए रबी फसल बरबाद हो गया है। वातावरण में ठण्ड होने से जीव जंतु के साथ मनुष्य के स्वास्थ्य पर असर पड़ा है , लोग अनेक बिमारियों का शिकार हो रहे है।

सोनो प्रखंड के दर्जनों गांव में प्रारंभ हुई पीने के पानी की समस्या सुख गए कुआं चापाकल सोनो( जमुई) प्रखंड अंतर्गत दर्जनों गांव में पीने के पानी की समस्या एक बड़ी आपदा के रूप में उभरती जा रही, मार्च महीने में ही प्रखंड के ऐसे कई गांव हैं जहां के कुआं चापाकल सहित बोरिंग का पानी गिरते जलस्तर का शिकार हो चुका। औरैया, रक्सा, भरतपुर, पैरा, खपरिया,बानाडीह, डूमरी जैसे अनेकों ऐसे गांव हैं जहां के ग्रामीणों को पीने की पानी की समस्या से दो चार होना पड़ रहा। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में अवैध रूप से बालू के उठाव के कारण भूमिगत जल का स्तर लगातार गिरता ही जा रहा है, पहले जो समस्याएं मई जून के महीने में हुआ करती थी अब मार्च महीने में ही लोगों को उन समस्या का सामना करना पड़ रहा, जो कहीं ना कहीं आने वाले समय में आपदा का बड़ा रूप ले सकती है। गांव के बुद्धिजीवियों से लेकर आरजेडी नेता असलम आलम ने बताया कि बालू के अवैध उठाव ने ग्रामीणों से लेकर किसानों के जीवन पर संकट के बादल छोड़ दिए जिससे ना तो किसान को ही खेती के लिए आने वाले समय में पानी मिल पाएगा और ना ही लोगों को दैनिक दिनचर्या के लिए जल की प्राप्ति हो पाएगी। प्रखंड से लेकर जिला के वरीय पदाधिकारियों से बालू के अत्यधिक उठाव को लेकर कई बार आवेदन देने के पश्चात भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है, ग्रामीणों की सुध बुध लेने वाले हितेषी भी चुप्पी साधे बैठे हैं जो कहीं ना कहीं आने वाले खतरे का सूचक है । जी

सोनो प्रखंड में सरकारी विद्यालय के वर्ग 5 और 8 के बच्चों का शुरू हुआ वार्षिक मूल्यांकन सोनो (जमुई) प्रखंड अंतर्गत सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले वर्ग 5 और 8 के बच्चों का वार्षिक मूल्यांकन सोमवार से प्रारंभ हुआ। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित शैक्षणिक सत्र 2022 -23 के वार्षिक मूल्यांकन के तहत सोमवार को प्रथम पाली में हिंदी वहीं द्वितीय पाली में अंग्रेजी भाषा की परीक्षा ली गई। प्रखंड के लगभग 200 सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले हजारों बच्चों ने परीक्षा केंद्र पर शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करा अगले वर्ग में नामांकन की ओर कदम बढ़ाया।

बिहार राज्य के जिला जमुई के सोनो प्रखंड से वीरेन मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि मौसम परिवर्तन के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ रहा है इससे बचने के लिए लोगों को अपने खान पान पर अधिक ध्यान देना चाहिए। आगे कह रहे है कि उनके क्षेत्र में समय से वर्षा नहीं होने से खेती में भी काफी प्रभाव पड़ रहा हैं,किसानों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं। वहीँ धरती से पेड़ पौधों को अधिक मात्रा में काटा जा रहा है जिसका असर हमारे पर्यावरण पर नजर आ रहा है

बिहार राज्य के जिला जमुई के सोनो प्रखंड औरैया गाँव से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि समय से वर्षा नहीं होने के कारण किसानों की खेती गेहू,चना खराब हो रही है इसके साथ ही गर्मी बहुत हो रही है जिस कारण पेड़ पौधें भी मर रहे हैं

बिहार राज्य के जिला जमुई के सोनो प्रखंड से हरिकिशोर मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि बदलते मौसम की वजह से बारिश समय पर नहीं हो रही है।आगे कह रहे है कि समय पर बारिश नहीं होने के कारण किसानों की खेती खराब होती जा रही है जिसे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।