सरकारी संस्था आईसीएमआर के डाटाबेस में सेंध लगाकर चुराया गया 81 करोड़ लोगों का डाटा इंटरनेट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। लीक हुए डाटा में लोगों के आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी, पासपोर्ट, नाम, फ़ोन नंबर, पते सहित तमाम निजी जानकारियां शामिल हैं। यह सभी जानकारी इंटरनेट पर महज कुछ लाख रुपये में ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध है। इसे डाटा लीक के इतिहास का सबसे बड़ा डाटा लीक कहा जा रहा है, जिससे भारत की करीब 60 प्रतिशत आबादी प्रभावित होगी।
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दाखिल ख़ारिज करने की बात करते हुए बिचौलियों ने वृद्ध महिला से ठगे 70 हजार रूपये। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
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अनजान व्यक्ति लोग फ्रॉड कॉल से बचें
बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अमित कुमार सविता ने बताया की रिजल्ट के मौसम में ऑनलाइन ठगी का मामला जोरों पर मंडरा रहा है। खुद को बिहार बोर्ड का डाटा इंट्री ऑपरेटर बता कर नंबर बढ़ाने को लेकर ठग पैसा मांगता है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
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बिहार राज्य के जिला जमुई से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि आए दिन लोगों के पास कई सारे फ्रॉड कॉल आते है जिसकी शिकार लोग तुरंत हो जाते है। आगे कह रहे है की उन्हें कॉल इस प्रकार आता है जैसे उनका कोई लॉटरी लगा हो और कॉल करने वाले युवक के द्वारा ओटीपी मांगा जाता है ओटीपी देने के बाद तुरंत ही उनके बैंक खाता से पैसा कट जाता है। कह रहे है कि लोगों को इससे बचकर रहना जरूरी है अतः ऐसा होने पर तुरंत इसकी शिकायत क्राईम ब्रांच में करनी चाहिए
पेट्रोल पंप की मनमानी का शिकार हो रही जनता मानक से अधिक मूल्य पर बेचा जा रहा इंधन// सोनो; < मानक से अधिक मूल्य पर बेचा जा रहा इंधन > <₹100 लीटर डीजल पर ₹114 लीटर बिक रहा पेट्रोल> <पंप मैनेजर ने मूल्यवृद्धि का ठीकरा कंपनी और मालिक पर फोड़ा|> < सेल्स मैनेजर ने कंपनी द्वारा मूल्य वृद्धि को ले पल्ला झाड़ लिया> प्रखंड के डुमरी स्थित एस्सार पंप पर विगत कई दिनों से मानक से इतर पेट्रोल-डीजल बेचा जा रहा| दूसरे पंप पर जहां डीजल ₹95 और पेट्रोल ₹109 की दर से बिक रहा वही डुमरी स्थित पंप पर डीजल ₹100, पेट्रोल ₹114 की दर से बेचा जा रहा |बात की जाए तो दोनों के मूल्य में पर लीटर ₹5 का अधिभार ग्रामीण जनता भुगत रही| पंप द्वारा तय मूल्य से अधिक पर बेचने की सूचना ग्रामीणों द्वारा मिलने पर जब वास्तविक स्थिति का जायजा लिया गया तो, पंप पर स्थित कर्मी सहित मैनेजर ने मूल्यवृद्धि का दोष कंपनी के ऊपर डाल दिया ,वहीं कंपनी के सेल्स मैनेजर सहित पंप मालिक से भी इस बाबत जब दूरभाष से संपर्क किया गया तो ,उन्होंने कंपनी द्वारा ऊपर से ही रेट बढ़ाकर बेचने की बात कही |अब एक ही जिले में अलग-अलग तेल कंपनियों के मूल्य में अंतर से जनता उलझन की स्थिति में है| सरकार ने तेल कंपनियों को एक ही राज्य में अलग-अलग विशेष अधिकार दे रखे हैं, जिससे उनके मूल्यों में इतना अधिक अंतर आ रहा| क्षेत्र की जनता को अपने साथ हो रही मनमानी से किस प्रकार निजात मिल पाएगा| पंप मालिक द्वारा संतोषजनक जवाब से समस्या का समाधान होता नजर नहीं आता|
ग्रामीण ने शिक्षक के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।