दिल्ली नोयडा से कान्ता प्रसाद बताते हैं कि सभी राज्य में दिव्यांगों को एक समान पेंशन मिलना चाहिए। ताकि दिव्यांगों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो

नोएडा से कामता प्रसाद पाल साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि एक दृष्टिबाधित कामगार रामकेश जी को उनकी कम्पनी चार महीने से काम चलने के बाद भी काम पर नहीं बुला रही है। लेबर इंस्पेक्टर ने भी उनकी कोई सहायता नहीं की, तब जाकर डीएम ने उन्हें काम पर रखवाने का आदेश से पारित किया है।

नोएडा से कामता प्रसाद पाल साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से सभी दिव्यांगों से अपील कर रहे हैं कि निजी क्षेत्र में उनके रोज़गार से सम्बन्धित क़ानून बनाने के लिए सरकार की सभी सक्षम संस्थाओं को एक-एक पत्र अवश्य लिखें, जिससे सरकार पर दबाव बनाया जा सके और साझा मंच मोबाईल वाणी से भी इस दिशा में ठोस पहल करने का निवेदन कर रहे हैं।

दिल्ली एनसीआर के नोएडा से कांता प्रसाद ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि ठेकेदारी व्यवस्था से श्रमिक बहुत परेशान है। उनके साथ धोखाधड़ी व भ्रष्टाचार होते रहती है। साथ ही दिव्यांगजन नौकरी को लेकर परेशान रहते है। ऑडियो पर क्लिक कर सुनें ख़बर

दिल्ली नॉएडा से कांता प्रसाद साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम करने वाले मजदूरों को पीएफ जैसी अन्य सुविधाओं से वंचित रखा जाता है

नोएडा से कामता प्रसाद साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से लीगल एडवोकेट के साथ मनोहर लाल जी की हुई वार्ता पर अपनी व्यक्त करते हुए बता रहे हैं कि पूरे भारत में इएसआई अस्पतालों की संख्या श्रमिकों की संख्या के अनुपात में बहुत कम है और लगातार बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए सरकार को दो हज़ार चौबीस तक इन अस्पतालों की संख्या कम से कम तीन गुनी कर देनी चाहिए ताकि श्रमिकों का इलाज सुविधाजनक ढंग से सम्भव हो सके।

दिल्ली एनसीआर के नोएडा से कांता प्रसाद ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि कोरोना वायरस के आते ही भारत के स्वास्थ्य गतिविधियों की पोल खुल गई है। सरकार द्वारा जितना पैसा आयुष्मान भारत में खर्च किया गया ,उतना अगर स्वास्थ्य सेक्टर को सुधारने में ,अस्पताल खोलने आदि में खर्च किए होते तो आज के हालात बेहतर होता।

दिल्ली एनसीआर के नोएडा से कांता प्रसाद ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि गौतम बुद्ध नगर में एक गढ़ी चौखंडी गांव है और गौतम बुद्ध नगर के पास बताई ,मामूरा ,बहलोलपुर ऐसी गांव पड़ते है ,वहाँ के गलियों की स्थिति बेहद ख़राब है। नालियां खुली हुई है व आसपास गन्दगी का अंबार लगा हुआ है। साथ ही आवारा पशु भी इधर उधर घूमते रहते है ,इन सभी के कारण नेत्रहीनों को बहुत समस्या होती है

दिल्ली नोयडा 68 से कांता प्रशाद साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहते हैं कि क्या प्राइवेट सेक्टर में दिव्यांगों को नौकरी मिलती है और अगर नौकरी में ठेकेदार शोषण करता है तो उसका सामना कैसे करेंगे ?

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साथ ही हम दिव्यांगों के लिए एक विशेष मोबाइल वाणी सेवा चला रहें है जिसका नाम है हमारी वाणी। आप इस 9266344222 पर कॉल कर कर अपने सभी सवालों के जवाब प्राप्त कर सकतें हैं।
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July 9, 2020, 10:21 p.m. | Tags: employment   int-PAJ   industrial work   disability   workplace entitlements  

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