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ग्रेटर नॉएडा से पंकज कुमार पांडेय ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ग्रेटर नॉएडा स्थित बी-42 कंपनी में कार्य करते है। वहां की ऐसे बहुत सी कंपनियाँ है जिसमें गणतंत्र दिवस के अवकाश में भी श्रमिकों से जबर्ज़स्ती कार्य करवाया जा रहा है ।

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इस संबंध में हम हमेशा श्रमिकों को जानकारी देते हैं कि किसी भी कंपनी में अगर आपको समय पर वेतन का भुगतान नहीं किया जाता है या फिर कंपनी आपको बदले वेतन नहीं दे रही है तो आप ऐसी कंपनी में काम करने से इनकार करें,अधिकतर देखा गया है कि कंपनियां जब वेतन देने में आनाकानी करती हैं तब भी श्रमिक काम करते रहते हैं, इसलिए शोषण का शिकार होते रहते हैं, फिलहाल आप सभी श्रमिक जिन्हें वेतन दिया गया है मिल कर कंपनी प्रबंधन से संपर्क करें, कंपनी अगर कोई सुनवाई नहीं करती है तो आप लेबर दफ्तर में जा सकते हैं, लेकिन बिना वेतन काम नहीं करना चाहिए।
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Oct. 24, 2019, 9:06 p.m. | Tags: int-PAJ   workplace entitlements  

दिल्ली ग्रेटर नोयडा सेक्टर 62 से मुकेश चंद साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे सेक्टर 11 में त्रिभारत कम्पनी में काम करते थे। उस कंपनी में उन्हें ठेकेदार ने नौकरी पर रखा था ,कंपनी उन्हें वेतन सही और समय पर देती थी ,लेकिन जब कंपनी में काम कम हो गए तब कंपनी ने उनके वेतन में कभी चार ,कभी दो हज़ार काटने शुरू कर दिए। बकाया वेतन 48 हज़ार हो जाने के बाद मुकेश चंद द्वारा शिकायत करने पर कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया। अपने बकाया वेतन के लिए जब वे कंपनी गए तो कम्पनी ने ठेकेदार को वेतन देने की बात कही और जब वे ठेकेदार के पास गए तो ठेकेदार ने कम्पनी के पास जाने को कहा। मुकेश चंद इस समस्या से सात-आठ महीने से परेशान हैं।

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सबसे पहले,क्या यह (रु.48,000) काम के लिए है या काम की कम आपूर्ति?अगर यह काम करने के लिए है और आपके पास इस बात का सबूत है कि आपने कंपनी में यह काम किया है, तो आप श्रम कार्यालय में मामला दर्ज कर सकते हैं।कानून के तहत ,मुख्य नियोक्ता (ठेकेदार नहीं) उत्तरदायी होता है, इसलिए आपको श्रम कार्यालय सेक्टर 3 नॉएडा में वेतन का भुगतान न करने के अंतर्गत मामला दर्ज करना होगा, इस बात का सबूत देना होगा कि आपने इस नियोक्ता के लिए काम किया है।।
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Aug. 26, 2019, 2:33 p.m. | Tags: int-PAJ   industrial work   wages  

दिल्ली एनसीआर के नॉएडा से सुभाष चंद्र ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वो एक कंपनी में कार्य करते हैं और तीन महीनें से परेशान हैं। उन्हें कंपनी से वेतन नहीं मिल रहा

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बताना चाहेंगे कि अगर आपको कंपनी में काम करने के बाद पैसा नहीं मिला है,तो लेबर दफ्तर में शिकायत दर्ज कर सकते है लेकिन इसके लिए आपके पास जिस भी कंपनी में आपने काम किया है उसका प्रमाण होना ज़रूरी है और अगर आपको कोई धोके से किसी कंपनी में काम पर लगवाता देते है तब भी काम शुरू करने से पहले आपको यह ज़रूर जानना चाहिए कि ठेकेदार या कंपनी की ओर से आपको नई नौकरी शुरू करने पर नियुक्ति पत्र जिसमे की आपकी तनख्वाह और वेतन कटौती का ब्यौरा ज़रूर दिया जाये। अगर इन सभी के बिना कही पर भी काम करने लग जायेंगे तो आप धोखा और शोषण का शिकार हो सकते है इसलिए खुद भी जागरूक बने और अपने जैसे और श्रमिकों को भी जागरूक बनाये साथ ही नंबर 5 पांच दबाकर यह जानकारी आप दूसरों तक भी साझा कर सकते है। धन्यवाद!
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July 16, 2019, 8:33 a.m. | Tags: int-PAJ   industrial work   wages   workplace entitlements  

दिल्ली एन.सी.आर के नॉएडा से देवांशु कुमार साझा मंच के माध्यम से बताते है, कि वे नॉएडा के एक रियल स्टेट कम्पनी में काम कर रहे थे। उन्होंने 8 जनवरी को कम्पनी ज्वाइन किया था और 20 जनवरी को उन्हें बिना कोई कारण बताये कम्पनी से निकाल दिया गया। कम्पनी ने इन्हे वेतन भुगतान के लिए 60 दिन का समय बताया था लेकिन अभी 100 दिन से भी ज्यादा गुज़र गया लेकिन कम्पनी इनके वेतन का भुगतान नहीं कर रही है।

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बताना चाहेंगे कि अगर आपको बिना नोटिस दिए काम से निकाला गया तो आप इसकी शिकायत लेबर दफ्तर में दर्ज कर सकते है लेकिन इसके लिए आपके पास काम करने का कोई भी एक प्रमाण होना ज़रूरी है और आप ओवरटाइम के बकाये के लिए भी लेबर दफ्तर में शिकायत दर्ज कर सकते है ,साथ ही आपको इसका भी प्रमाण रखना ज़रूरी है। जिससे आप ये साबित कर सके की आप ओवरटाइम कर रहे है।
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May 3, 2019, 12:02 p.m. | Tags: int-PAJ   workplace entitlements  

दिल्ली एन.सी.आर के ग्रेटर नॉएडा से मुकेश चंद साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि वो सेक्टर 11 स्थित श्री भारत कंपनी में सुपरवाइज़र के पद पर कार्यरत थे। वो ठेकेदार के तहत कार्य पर थे और उन्हें वेतन कंपनी द्वारा ही दिया जाता था। लेकिन अब उनका 45 हज़ार से 50 हज़ार रूपए कंपनी द्वारा रोक लिया गया हैं। वेतन की मांग करने पर कंपनी द्वारा कहा गया कि अब ठेकेदार द्वारा ही वेतन का भुगतान किया जाएगा।

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April 29, 2019, 12:10 p.m. | Tags: int-PAJ   wages  

दिल्ली एन.सी.आर के ग्रेटर नॉएडा से मुकेश साझा मंच के माध्यम से बताते है कि वे सेक्टर 11 के श्री भारत कम्पनी में सुपरवाइजर के पद पर काम करते थे। उनसे कहा गया था कि उन्हें वेतन कम्पनी के द्वारा दिया जायेगा। वे बताते हैं कि कुछ महीने तक तो कंपनी ने सही से वेतन का भुगतान किया लेकिन बाद में जब कम्पनी ने ठेकेदार को भी काम पे रख लिया तो इनके वेतन में कटौती करने लगी। इनके पूछने पर हर बार कम्पनी कहती के अगली बार आपको आपका पूरा बकाया वेतन मिल जाएगा। और अब वे काम छोड़ने के बाद कम्पनी से जब बकाया वेतन के भुगतान कि मांग करने के लिए जाते है तो इन्हे वहाँ से यह कह कर भगा दिया जाता है कि तुम्हारे बकाये का भुगतान ठेकेदार के द्वारा किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि ठेकेदार को भी कंपनी से निकाल दिया गया है

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आपको बताना चाहेंगे कि अगर ठेकेदार श्रमिक को पैसा नहीं देता है तो कानून के मुताबिक ये कंपनी की जिम्मेदारी बनती है कि वो श्रमिकों के बकाये वेतन का भुगतान करें क्योंकि मुख्य नियोक्ता कंपनी ही है ,वही सबसे ज़्यादा लाभ कमा रही है लेकिन जैसा की आपने बताया कि ठेकेदार से संपर्क नहीं हो पा रहा है तो इस स्थिति में अगर कवी भी आपका सहयोग नहीं कर रही है तो आप श्रम कार्यालय में एक अर्ज़ी दे सकते है।
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May 6, 2019, 12:23 p.m. | Tags: int-PAJ   wages   workplace entitlements  

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