सैकड़ो छात्रों को नहीं मिली छात्रवृत्ति, परीक्षा छोड़ सड़क पर उतरे छात्र सुगौली, पू.च: प्रखंड के दक्षिणी छपरा बहास स्थित उच्च विद्यालय में सैकड़ों छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिलने के कारण विद्यालय के सभी छात्र उत्तेजित हो गये और विद्यालय के सामने सड़क को जाम कर दिया और आगजनी कर अपना विरोध जताया। स्थिति अनियंत्रित देख विद्यालय के द्वारा पुलिस प्रशासन को बुलाना पड़ा। बाद में थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार भी जवानों के साथ विद्यालय पहुंचे। और छात्रो की शिकायत सून थोड़ी देर बाद पुलिस बल के साथ बैरंग वापस लौटे गये। शनिवार को हुई इस घटना के दिन से छात्रों की वार्षिक परीक्षा शुरू होने वाली थी पर उत्तेजित छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए और सड़क पर उतर आए। इस बीच विद्यालय के खुलने के समय से लेकर करीब तीन घंटे तक विद्यालय परिसर रणक्षेत्र बना रहा। इतनी बड़ी घटना के बाद भी शिक्षा विभाग के कोई अधिकारी छात्रो की समस्या सुनने के लिए नहीं पहुंचे। पंचायत के मुखिया पति अनिरुद्ध सिंह, माले नेता भोला साह सहित कई अभिभावक पहुंचे थे। विद्यालय के शिक्षक मुख्य दर्शक बने देखते रहे। दर्जनों छात्र-छात्राओं से पूछें जाने पर उन्होंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक भोला प्रसाद पर अपशब्द बोलने और विद्यालय की व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप लगाया। बताया गया कि विद्यालय में सोलह सौ से विद्यार्थी नामांकित है। जबकि मात्र 79 छात्रों की छात्रवृत्ति की ही राशि आई है। छात्रों के आकर्षित होने का कारण सुगौली छपरा बहास पाईपास रोड़ घंटों बाधित रहा। और दोपहर तक छात्र पढ नहीं पाएं ‌ छात्रों ने विद्यालय की व्यवस्था पर बताया कि चापाकल का पानी पीने लायक नहीं है गंदा पानी निकलता है उस परिस्थिति में हमलोग बाहर जाकर पानी पीते हैं। तब कई बार छात्र सड़क दुघर्टना के शिकार हो चुके हैं। विद्यालय का शौचालय गंदा और दुर्गंध से भरा हुआ है। जमीन पर बैठाकर पढ़ाई कराई जाती है। मध्यान भोजन भी सही नहीं मिलता है जिससे हमलोग खाना नहीं खा पाते हैं। विद्यालय का दूमंजिला भवन आज भी वषों से अधुरा पड़ा है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक से पूछे जाने पर बताया कि साइबर के गड़बड़ी के कारण छात्रों का डीबीटी नहीं हो सका। जिससे उनको छात्रवृत्ति की सुविधा नहीं मिल पाई है। घटना के संबंध में जानकारी लेने के लिए जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम विजय यादव को फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

केंद्र सरकार की लेटलतीफ से परेशान नौवीं-दसवीं के पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग के छात्रों को राज्य सरकार ने अपने मद से छात्रवृत्ति देने की योजना को अंतिम रूप दे दिया। जल्द ही प्रदेश के राजकीय और राजकीयकृत माध्यमिक विद्यालयों के नौवीं-दसवीं के पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग के 12 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति की राशि दी जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। इस मद में 287 करोड़ रुपये स्वीकृत भी कर दिये गये हैं। पहली बार राज्य सरकार इस मद में सौ फीसदी राशि खर्च करेगी। हर एक विद्यार्थी के खाते में एकमुश्त 1800 रुपये का भुगतान होगा। 150 रुपये महीने के हिसाब से यह छात्रवृत्ति दी जाती है। इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कराने की कोशिश शिक्षा विभाग कर रहा है। विभाग इस पर शीघ्र मुख्यमंत्री की सहमति लेगा। इसके साथ ही राशि का भुगतान शुरू कर दिया जाएगा। मालूम हो कि केंद्र सरकार द्वारा राशि कम मिलने अथवा समय पर नहीं प्राप्त होने के बाद राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना’ का शुभारंभ किया है। इस योजना के तहत वर्ष 2022-23 शैक्षणिक सत्र से छात्रवृत्ति दी जानी है। इस संबंध में विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि केंद्र सरकार से राशि समय पर नहीं मिलने और कम देने के कारण जनवरी, 2022 में राज्य सरकार ने अपने कोष से पूरी राशि देने का फैसला किया। इसके बाद राज्य योजना मद से पैसे का इंतजाम किया गया। इस कारण मार्च, 2023 में राशि की स्वीकृति मिली। यही कारण है कि पिछले वित्तीय वर्ष में उक्त छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति की राशि का भुगतान नहीं हो सका।

पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति बंद करने के विरोध में जदयू नेताओं ने केंद्र सरकार के विरोध में शनिवार को कचहरी चौक पर प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही जदयू जिलाध्यक्ष मंजू देवी ने कहा कि केंद्र सरकार पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा समाज का हितैषी बनने का स्वांग करती है, जबकि हकीकत में वह इस समाज को कमजोर करने में लगी है। मौके पर पार्टी के प्रदेश महासचिव दीपक पटेल, बबन कुशवाहा, किसान सेल के जिलाध्यक्ष संजय सिंह, अमरनाथ प्रसाद, शकील अंसारी आदि थे।

1 अप्रैल 2021 के बाद स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को 50-50 हजार की प्रोत्साहन राशि दिलाने के लिए न्यू पोर्टल पर आवेदन नवंबर से लिए जाएंगे।

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इंटरमीडिएट के साडे 500000 छात्र और छात्राओं को नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर registered होने का मौका मिलेगा