पीपराकोठी प्रखंड के डेढ़ हजार बच्चे 48 स्कूलों में हिंदी एवं गणित के गुर सीख रहे हैं। सरकार स्कूली बच्चों के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करने के लिए एक से बढ़कर एक प्रयास करती हुई देखी जा रही है। इसी बीच बिहार शिक्षा परिषद परियोजना की ओर से निर्देश जारी किया गया है कि कक्षा 1 से लेकर आठवीं तक के जिन छात्र-छात्राओं ने वार्षिक परीक्षा में ग्रेट डी और ई प्राप्त किया है उनके लिए उनके विद्यालय में दक्ष कक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। इस दक्ष कक्षा में पूर्व से भी बच्चों को दक्ष किया जा रहा है।वे सभी छात्र-छात्राएं जो सरकारी विद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं उनके लिए बिहार शिक्षा परिषद परियोजना की ओर से आयोजित किए जाने वाले इस समर कैंप से जुड़ने के लिए समर कैंप की समय सीमा की जानकारी होना भी जरूरी है।

बिहार राज्य के जिला चम्पारण से अमरूल आलम , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि विद्यालय में चापाकल नहीं होने के कारण बच्चे बहार पानी पिने को मजबूर

राज्यभर के स्कूलों में नियमित रूप से चल रहे सघन निरीक्षण के बाद भी रोजाना औसतन 300 से अधिक शिक्षक बिना पूर्व सूचना के स्कूलों से गायब मिल रहे हैं। पदाधिकारियों द्वारा स्कूल निरीक्षण में यह बात सामने आ रही है। जिलों से प्राप्त रिपोर्ट बता रही है कि बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों की संख्या फिर बढ़ गयी है। शिक्षा विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि नियमित निरीक्षण से स्कूलों से बिना किसी सूचना के रोजना अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों की संख्या घटकर एक सौ के आसपास पहुंच गयी थी। विगत कुछ दिनों से इसमें फिर से इजाफा हो गया है। जिलों से प्राप्त रिपोर्ट बताती है कि नौ अप्रैल को राज्यभर में 372 शिक्षक बिना अनुमति से स्कूल से अनुपस्थित मिले थे। इनमें सबसे अधिक दरभंगा के 23 शिक्षक थे। पदाधिकारी यह भी बताते हैं कि नयी व्यवस्था के तहत 15 हजार से अधिक स्कूलों में प्रतिदिन दो बार निरीक्षण होता है। भोजनावकाश के पहले और फिर इसके बाद भी। यही कारण है कि स्कूल से अनुपस्थि पाये जाने वाले शिक्षकों के अधिक मामले आ रहे हैं। जिलों को निर्देश है कि बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का उस दिन का वेतन काट लिया जाएगा। इसी क्रम में जुलाई, 2023 से अब-तक 16 हजार से अधिक शिक्षकों के वेतन में कटौती की गयी है। विभाग के निर्देश पर सभी जिलों में प्रतिदिन 60 हजार स्कूलों में पदाधिकारी और कर्मी जाकर वहां की गतिविधियों की जानकारी लेते हैं। इसके बाद वह लिखित रूप से अपने जिले में रिपोर्ट देते हैं। स्कूलों में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन, परिसर और शौचालय की साफ-सफाई तथा शैक्षणिक गतिविधि का जायजा निरीक्षण के दौरान लिया जाता है।

शिक्षा विभाग के निर्देश के आलोक में प्रखंड क्षेत्र के उच्च माध्यमिक विद्यालय छापरा बहार दक्षिण में अभिभावक संगोष्ठी और दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया।इस अवसर पर प्रतिभाशाली छात्रों को पुरस्कृत किया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुसार मंगलवार को यू. एस. एम./एस. कर दहेज शिक्षक अभिभावक सेमिनार वार्षिक मूल्यांकन प्रगति पत्रक समारोह द्वारा उर्दू में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के दौरान छठी, छठी और आठवीं कक्षा के छात्रों को स्वर्ण, रजत और क्रॉस पदक से सम्मानित किया गया। तीसरे स्थान पर आने के लिए अब्दुल कुद्दुत खान को रजत पदक और चटवा में पहले स्थान पर रहने के लिए सीता खान को स्वर्ण पदक और तीसरे स्थान पर रहने के लिए खुशी कुमारी को रजत पदक से सम्मानित किया गया।

बिहार राज्य के चम्पारण से राजेश ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बिहार राज्य शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देश पर प्रारंभिक विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 5 व 8 के शिक्षक, अभिाभावक व छात्र-छात्राओं की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में वार्षिक मूल्यांकन 2024 के प्रगति प्रतिवेदन को साझा किया गया। साथ ही संबंधित वर्ग के जांच किये गये कॉपी को अभिभावक व बच्चों को वापस लौटा दिया गया। कोटवा के यूएमएस गोपी छपरा के प्रधान शिक्षक लोकप्रिय राजेश ने बताया कि स्कूल में शिक्षक-अभिभावक व छात्र-छात्राओं की बैठक आयोजित की गयी। इस दौरार रिजल्ट वितरित किया गया।मौके पर शिक्षक टुनटुन कुमार, रवि कुमार व रीमा कुमारी ने भी बच्चों को उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी। बेहतर रिजल्ट वाले छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह दिख रहा था। कैसे बच्चों का अधिक विकास हो इस पर भी चर्चा की गयी। इसी प्रकार अन्य स्कूलों में भी बैठकें हुयीं। उल्लेखनीय है कि वर्ग 1, 2 व 3 का 6 अप्रैल को व वर्ग 4, 6 व 7 का 8 अप्रैल को शिक्षक-अभिभावक बैठक आयोजित करना है। इस संबंध में जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व बीईओ को पत्र जारी किया गया

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जिले के सभी विद्यालय होली के दिन भी खुले मोतिहारी। विभागीय आदेश का अनुपालन करते हुए जिले के सभी विद्यालय खुले रहे। इस वर्ष की शिक्षकों की होली स्कूलों में ही मनी। कोटवा प्रखण्ड के सभी शिक्षक ससमय स्कूल पहुंचे। वहीं स्कूलों से बच्चे नदारद रहे। स्कूलों में सभी शिक्षकों ने एक दूसरे को रंग गुलाल लगा कर होली की शुभकामना दी। प्रखण्ड के यूएमएस गोपी छपरा, दिलमन छपरा, सागरचुरामन, बेतिया बसंत, जीपीएस डुमरा, जीएमएस जसौली पट्टी, जीएमएस डुमरा, नवसृजित विद्यालय हसनपुर सहित सभी विद्यालयों में शिक्षक उपस्थित होकर अपने शिक्षक जीवन की पहली होली का स्कूलों में आनन्द लिया। हालांकि होली की छुट्टी मंगलवार व बुधवार को घोषित है।

22 मार्च को बिहार दिवस मनाया गया कार्यक्रम के अनुसार पहली प्रभात फेरी निकाली गई। जिसमें शिक्षकों और छात्रों ने बिहार दिवस से संबंधित नारे लगाए । छात्रों ने रंगोली और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन करके बिहार के महत्व का प्रदर्शन किया । अंत में , बिहार दिवस पर एक बैठक आयोजित की गई , जिसे शिक्षक नेता सहित प्रधानाध्यापक मोहम्मद ने संबोधित किया । विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

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