दिल्ली एनसीआर से रीना परवीन ने श्रमिक वाणी के माध्यम से नगमा से साक्षात्कार लिया। नगमा ने बताया कि 18-08-2024 को इन्होने श्रमिक वाणी पर अपनी समस्या रिकॉर्ड करवाई थी। जिसमे बताया गया था कि श्री राम कॉलोनी खजूरी पुराने थाने के सामने ई ब्लॉक गली नंबर 4 एवं 5 के पास डीडीए का खाली प्लॉट पड़ा हुआ है। इस प्लॉट में बरसात का पानी भर गया था जिससे गली नंबर 4 एवं 5 के मकानों को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंच रहा था। मकान की दीवार गिरने की कगार पर थी । इस खबर को मोबाइल वाणी संवाददाता ने लोकल व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक तथा डीडीए के संबंधित अधिकारियों के साथ साझा किया। जिसका परिणाम यह हुआ कि इस प्लॉट पर पिछले दो दिनों से, पंप के माध्यम से पानी निकाला जा रहा है और मिट्टी का भराव भी किया जा रहा है।नगमा समस्या का समाधान होने से बहुत खुश हैं और श्रमिक वाणी की शुक्रगुजार हैं।

दिल्ली एनसीआर से मोहम्मद शाहनवाज ने श्रमिक वाणी के माध्यम से जुबेर से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्होंने 19/08/2024 को श्रमिक वाणी पर एक खबर प्रकाशित करवाई थी जिसमे बताया था कि उन्हें 2 महीने से सैलरी नहीं मिल रही थी जिसके कारण काफी परेशानी हो रही थी। इस खबर के प्रकाशन के बाद हमारे संवाददाता ने संज्ञान पर लिया और इस समस्या को वाट्सएप समूह फेसबुक और फैक्ट्री के मैनेजर एच आर व फोरमैन के साथ साझा किया जिसके बाद जुबैर के खाते में उनकी तनख्वाह आ गई है साथ ही उन्हें शिकायत करने से मना किया गया । तनख्वाह मिलने से जुबेर खुश हैं और मोबाइल वाणी को धन्यवाद दे रहे ।

दिल्ली के श्री राम कॉलोनी से रीना, श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि उनकी बातचीत पूजा से हुई बातचीत में पूजा ने बताया कि वो जींस फैक्ट्री में धागा काटने का काम करती है और उनकी तनखाह 10000 रुपए है। हर महीने एक हजार रुपए महीना पीएफ कटता है, मगर उन्हें 6 महीने से पीएफ नहीं मिल रहा था । इसके बाद उन्होंने श्रमिक वाणी पर 19 /08/2024 को खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद मोबाइल वाणी के संवाददाता ने इस खबर को प्रमुखता से लिया और व्हाट्सएप ग्रुप ,फेसबुक ग्रुप और कंपनी के मैनेजर से भी साझा किया। जिसके बाद खबर का असर हुआ और पूजा का 6 महीने का पीएफ उनके खाते में आ गया है। जिसके बाद पूजा श्रमिक वाणी का धन्यवाद कर रहे हैं।

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत सुरेश से हुई. बातचीत में सुरेश ने बताया कि वे सिलाई फैक्ट्री में काम हैं टोनीका सिटी में उनकी कंपनी में लेडिस टॉप बनते हैं और उनकी तनखाह 16000 रुपए है हर महीने ढाई हजार रुपए महीना पीएफ कटता है मगर उन्हें 10 महीने से पिएफ नहीं मिल रहा था ,इ एस आई कार्ड भी नहीं बना था। इसके बाद इन्होने श्रमिक वाणी पर 20/08/2024 को खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद मोबाइल वाणी के संवाददाता ने इस खबर को प्रमुखता से लिया और वाट्सप ग्रुप ,फेसबुक ग्रुप और कम्पनी के मैनेजर से भी साझा किया। जिसके बाद खबर का असर हुआ और सुरेश को एच आर ने कम्प्लेन करने से मना किया और इ एस आई कार्ड भी बना देंगे साथ ही दो महीने का पीएफ उनके खाते में आ गया है। जिसके बाद सुरेश श्रमिक वाणी का धन्यवाद कर रहे हैं।

दिल्ली एनसीआर से श्रमिक वाणी के माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत राकेश से हुई। राकेश जी बताते हैं कि उन्होंने हमारे संवादाता को अपनी समस्या बताई थी कि उन्हें दो महीने से वेतन नहीं मिला है जिसके कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था । इस खबर को संवाददाता ने मोबाइल वाणी में 8/08/2024 को प्रकाशित किया था। इसके बाद जिस कम्पनी में राकेश काम करते हैं उसके मालिक से भी बातचीत की। जिसके पश्चात राकेश को दो महीने का वेतन दे दिया गया है जिससे वे खुश हैं और श्रमिक वाणी की टीम को धन्यवाद दे रहे हैं

दिल्ली, श्रीराम कॉलोनी से रीना परवीन श्रमिक वाणी के माध्यम से एक महिला अनम से बात कर रहीं हैं। अनम कह रहीं हैं कि, इन्होने दिनांक "22-02-2024" को "जॉली कंपनी में काम करने वाली महिला को नहीं मिल रहा है पीएफ", इस ख़बर में बताया गया था कि, "अनम जॉली कंपनी में काम करती हैं। इनकी फैक्ट्री में लिप्स्टिक बनता है। तथा इन्हें चार महीने से पीएफ नहीं मिल रहा था, इन्होने अपने कंपनी मैनेजर से कई बार शिकायत की थी फिर भी पीएफ नहीं मिल रहा था।". श्रमिक वाणी पर ख़बर प्रसारित होने के बाद इन्होने व्हाट्सअप और फेसबुक के माध्यम से एचआर को साझा किया था। ख़बर को संज्ञान में लेते हुए अनम को चार महीने का पीएफ दे दिया गया है। ख़बर के इस असर के लिए अनम श्रमिक वाणी को शुक्रिया कह रहीं हैं।

दिल्ली, श्रीराम कॉलोनी से रीना परवीन श्रमिक वाणी के माध्यम से एक महिला से बात कर रहीं हैं। इनका नाम रेशमा है और ये फ्रॉक बनाने वाली पूजा कंपनी में काम करती हैं। रेशमा कह रहीं हैं कि, इन्होने दिनांक "23-02-2024" को "रेशमा को नहीं मिल रहा है पीएफ" शीर्षक से एक ख़बर प्रसारित किया था। ख़बर में बताया गया था कि, रेशमा पूजा कंपनी में काम करती हैं। जहां लेडिस फ्रॉक बनता है। इस कंपनी में इन्हें चार महीने से पीएफ नहीं मिल रहा था। तथा एचआर द्वारा कई बार इन्होने अपनी शिकायत भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी।". ख़बर को श्रमिक वाणी में प्रसारित करने के बाद व्हाट्सअप और फेसबुक के लोकल ग्रुप्स के साथ ही एचआर को साझा किया। जिसको संज्ञान में लेते हुए अब रेशमा का दो महीने का पीएफ इन्हें मिल गया है, ख़बर के इस असर के लिए रेशमा श्रमिक वाणी को शुक्रिया कह रही हैं।

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत बबीता से हुई बबीता बताती हैं ईएसआई कार्ड बनने के बाद भी हमें ईएसआई कार्ड से दवाई नहीं मिलती थी एक-दो गोलियां देकर चला कर दिया जाता था एक सप्ताह पहले हमने श्रमिक वाणी पर अपना इंटरव्यू दिया था इंटरव्यू देने से इतना फायदा हुआ कि आज सुबह एचआर वह फैक्ट्री मैनेजर दोनों ही हमारे पास आए और उन्होंने कहा कि आप ईएसआई कार्ड रिन्यू करवा कर और आपको दवाई मिलने लगेगी अब हमारी कंप्लेंट आप नहीं करेगा मैं श्रमिक वाणी का शुक्रिया अदा करती हूं कि उन्होंने हमारा इतना बड़ा काम कराया खबर को हमने लोकल व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक कंपनी के एचआर वे मैनेजर को खबर शेर की थी खबर का बड़ा असर हुआ है

दिल्ली एनसीआर से रीना परवीन ने श्रमिक वाणी के माध्यम से दिनांक 12-02-24 को बताया कि श्रमिक वाणी पर दिनांक 05-02-24 को ख़बर प्रसारित की थी। जिसमे उन्होंने स्थानीय निवासी शाहबाज से पीएफ और ईएसआई कार्ड से सम्बन्धित बातचीत की थी। शाहबाज ने बताया था कि वे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करते हैं जहाँ उन्हें दो साल से पीएफ नहीं मिल रहा था। जिस कारण सारे वर्कर बहुत ज्यादा परेशान थे। इस खबर को रीना परवीन द्वारा कंपनी मैनेजर और कम्पनी के एचआर व लोकल व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक को फॉरवर्ड कर साझा की गयी थी जिसके बाद एचआर ने समस्या को संज्ञान में लेकर सभी श्रमिकों को अगले महीने से पीएफ काटने और ईएसआई कार्ड की भी सुविधा प्रदान कराने की बात कही।इस कार्य हेतु शाहबाज श्रमिक वाणी का शुक्रिया अदा कर रहे हैं।

दिल्ली आईएमटी मानेसर से मनीष कुमार पांडेय ने श्रमिक वाणी पर दिनांक 11-02 -23 को बताया कि उन्होंने श्रमिक वाणी पर दिनांक 02-02-23 को ख़बर प्रसारित की थी। जिसमे श्रमिक शुभम पांडेय ने बताया था कि ठेकेदार दस दिन का बकाया वेतन उन्हें देने में आना कानी कर रहा है ,जिससे उन्हें काफी परेशानी भी हो रही है। इस खबर को मनीष कुमार पांडेय द्वारा नंबर 5 दबाकर ठेकेदार को फॉरवर्ड किया गया जिसके बाद ठेकेदार ने श्रमिक शुभम पांडेय को उनका दस दिन का बकाया पैसा दे दिए जिससे श्रमिक शुभम पांडेय बहुत खुश है और श्रमिक वाणी को धन्यवाद व्यक्त कर रहे हैं।