दिल्ली एनसीआर के कापसहेड़ा से नन्द किशोर ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कोरोना को लेकर देश में लॉक डाउन जारी है। हर वर्ष गर्मी के मौसम में कूलर की बहुत बिक्री होती थी। परन्तु इस वर्ष कोरोना लॉक डाउन के कारण कूलर की बिक्री बंद है। दुकानदारों को भारी नुकसान हो रहा है ऑडियो पर क्लिक कर सुनें पूरी खबर...

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ये जमुना दास, कापासेरा बॉर्डर से बोल रहे हैं। इनकी बारह नम्बर गली में बहुत सारे मज़दूर फँसे हुए हैं, इनका पिछले महीने का वेतन भी नहीं मिला है। इस कारण इनलोगों के भूखे रहने की नौबत आ गयी है। इस गली में दुकानदार राशन की मुहमाँगी क़ीमत वसूल रहा है, जिसपर किसी का ध्यान नहीं है। ये साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से ये अपनी समस्या सरकार तक पहुँचाकर सहायता की अपील कर रहे हैं।

listener by the means of Sajha Manch is telling that he is facing a problem in arranging ration.

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कापसहेड़ा से मनोज प्रसाद ने बताया कि उनके परिवार को कोई सहायता नहीं मिला। राशन की जरूरत है

2030309/ ये साझा मंच मोबाइल वाणी समाचार चैनल से नंद किशोर, दिल्ली, कापासेरा गाँव से लॉक डाउन में फँसे हुए अमित कुमार का कहना है कि लॉक डाउन आगे बढ़ने की वजह से रहने-खाने की बहुत समस्या हो गयी है, पैसे ख़त्म हो गए हैं, अधिकांश लोगों को वेतन भी नहीं मिला है। सरकार से भी अभी तक सबको मदद नहीं मिली है। लोगों के सब्र का बांध टूट सकता है।

दिल्ली एनसीआर के कापसहेड़ा से नंदकिशोर की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से हीरालाल से हुई। हीरालाल ने बताया कि उनके साथ और कई लोग लॉक डाउन में फँस गए है। उन्हें खाने पीने की समस्या हो रही है। सरकार द्वारा कहा गया था कि राशन कार्ड नहीं रहने पर आधार कार्ड से मिलेगा राशन परन्तु उन्हें आधार कार्ड से भी नहीं मिल रहा। लॉक डाउन ख़त्म होते ही लोग वापस अपने घर को चले जाएगे। उन प्रवासी मज़दूरों को विधायक द्वारा भी कोई सहायता नहीं मिली

ये नंद किशोर, साझा मंच मोबाइल वाणी पर लॉक डाउन में फँसे प्रेम कुमार झा के माध्यम से साधारण कामगारों को हो रही असुविधाओं, जैसे- खाना, रोज़गार, पैसा इत्यादि की समस्याओं के बारे में बता रहे हैं।