झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड से टेक नारायण प्रसाद ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि दिनांक 21 अक्टूबर 2020 को युवा मोबाइल वाणी पर एक ख़बर प्रसारित किया गया था। जिसमें बताया गया था कि अभी के मौसम में पशुओं को कई तरह की बीमारी का खतरा होता है। इसलिए वर्षा के मौसम के बाद ही चिकित्सकों के द्वारा पशुओं को टीका दिया जाना चाहिए। ख़बर प्रसारित करने के बाद इसे पशु पदाधिकारी ,वरीय पदाधिकारी,प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ तमाम पदाधिकारियों को फॉरवर्ड कर ख़बर सुनाया गया। जिसका असर यह हुआ कि प्रखंड पशु चिकित्सा प्रभारी के देखरेख में पशु स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा इचाक प्रखंड के कारीमाटी ग्राम में पशुओं का टीकाकरण किया गया।

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झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि 31/03/2020 को झारखंड मोबाइल वाणी में एक खबर प्रसारित किया जिसमे यह बताया गया था कि लॉक डाउन के दौरान एक परिवार ऐसे हैं जिन्हें सरकार द्वारा दिए जाने वाले लाभों से वंचित रहना पड़ रहा है।साथ ही भुखमरी की स्थिति से भी गुजरना पड़ रहा है। इस खबर को प्रसारित कर प्रखंड विकास पदाधिकारी को सुनाया गया साथ ही प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को फोन पर इस समस्या से अवगत कराया गया। जब प्रखंड विकास पदाधिकारी ने अपने स्तर से इस समस्या पर पहल किया तो उन्हें लगभग 74 परिवार ऐसे मिले जो योजना का लाभ उठाने में काफी पीछे थे। उन सभी के बीच प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा 10- 10 किलो राशन का वितरण किया गया।राशन प्राप्त कर सभी लोगों ने मोबाइल वाणी को धन्यवाद दिए और यह भी कहा की मोबाइल वाणी की मदद से एक व्यक्ति की खोज में आज 74 व्यक्तियों को राशन प्राप्त हुआ है।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला से तक नारायण प्रसाद ने झारखंड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इचाक प्रखडं से दरिया जाने वाली पथ की स्थिति बहुत ही जर्ज़र है। सड़क की ऐसी स्थिति होने की वजह से इचाक बाज़ार से दरिया जाने वाली सड़क में गड्ढ़े है जो की नाला में तब्दील हो गया है। प्रशासन द्वारा अब तक इस समस्या के तरफ़ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सड़क में गड्ढ़े होने के वजह से कई वाहन दुर्घटना ग्रस्त हो चुके है। अगर इस पथ का मरम्मती तुरंत नहीं होती है तो आने वाले दिनों में भी दुर्घटना होने की संभावनाएँ बनी रहेगी ।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ ज़िला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा ने झारखंड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हज़ारीबाग़ जिला अंतर्गत इचाक प्रखंड में सड़क की समस्या अब तक की सबसे बड़ी समस्या है। लोतवा ग्राम से गुजरते हुए परासी ग्राम जाने वाली सड़क की स्थित बेहद ही ख़राब दुर्दशा में है। इस गांव में आज़ादी के बाद भी आज तक इस जर्ज़र पथ की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है। इस क्षेत्र में ज़्यादातर आदिवासी समुदाय के लोग निवास करते हैं। उन्हें जर्ज़र सड़क के कारण आने जाने में बहुत समस्या होती हैं । बरसात के दिनों में सड़क में पानी भर जाने के कारण लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस जर्जर सड़क की समस्या से थोड़ी राहत पाने के लिए स्थानीय लोगों ने अपने स्तर से सड़क पर मिट्टी भर कर सड़क की दशा में कुछ सुधार किया। लेकिन यह सुविधा लोगों को केवल गर्मी व ठण्ड में ही नसीब हो पाता है। बरसात होने के कारण सड़क अपनी पहली दशा में आ जाती है। अतः प्रशासन को सड़क की समस्या पर ध्यान केंद्रित कर ज़ल्द से ज़ल्द इसकी मरम्मत करवानी चाहिए ताकि लोगों को आवागमन में कोई परेशानी न हो।

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झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सरकार द्वारा लोगों की सुविधा हेतु सरकारी बसों को सड़को पर उतारा गया जिससे लोग कहीं भी आने जाने के लिए धक्का-मुक्की का सामना ना करना पड़े। लेकिन आज यह देखा जा रहा है कि सरकारी बसों की स्थिति काफी जर्जर हो गई है, कई बसों की सीटों का हाल पूरी तरह बदहाल हो चूका है। सरकारी परिवहन के रूप में रांची से हज़ारीबाग की दूरी तय करने वाली कई सरकारी बसों में टिकट के पैसों का घोटाला किया जाता है। हालहीं में यह देखने को मिला कि रांची से हज़ारीबाग जा रही सरकारी बस में कूल 30 यात्री यात्रा कर रहे थे जिनमें केवल 20 यात्रियों को ही टिकट दिया गया और 10 यात्री का पैसा कंडक्टर द्वारा रख लिया गया। इस प्रकार जागरूकता के अभाव में कई यात्रियों से बसों के कंडक्टर पैसे घोटाला करने का कार्य करते हैं।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण प्रसाद खुश्वाहा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बाल विवाह होने से शारारिक व मानसिक तनाव ज़्यादा होता हैं। लड़कियाँ शारीरिक व मानसिक रूप से कमज़ोर होती हैं और जब समय से पहले गर्भधारण करलेती हैं तो शिशु के सेहत पर भी बुरा असर पड़ता हैं। जच्चा व बच्चा दोनों ही शारारिक बिमारियों से ग्रसित रहते हैं। इसलिए स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए बाल विवाह नहीं करवानी चाहिए।