झारखण्ड राज्य के जिला हज़ारीबाग से टेकनारायण प्रशाद कुशवाहा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि हज़ारीबाग जिले के अंतर्गत इचाक प्रखंड में इचाक प्रखंड से जरिया जाने वाली सड़क की स्थिति काफी जर्जर हो गई है।इस विषय पर प्रशासन को अवगत कराये जाने के बावजूद सड़क की स्थिति में किसी प्रकार का बदलाव नहीं देखा गया है। सड़क की स्थिति ऐसी है कि गड्ढे ,नालियों में तब्दील हो गए हैं। साथ ही गड्ढों में पानी भर जाने से लोगों को काफी परेशानी होती है । सड़क ख़राब होने के कारण बड़े वाहन एवं बड़े ट्रकों को आवागमन में बहुत समस्या होती है जिस कारण सड़क दुर्घटनाएं भी हो चुकी है।अत: सरकार एवं प्रशासन से आग्रह है कि सड़क की बदहाली को ध्यान में रखते हुए सड़क की मरम्मति की जाये।

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झारखण्ड राज्य से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि हज़ारीबाग ज़िला के इचाक प्रखंड में आद्रा नक्षत्र समाप्ति के कगार पर हैं परन्तु अभी तक धान का बिचड़ा तैयार नहीं किया गया हैं। धान का बिचड़ा पूरे प्रतिशत में नहीं डाले जाने का मुख्य कारण हैं खेत में नमी की कमी। देखा जा रहा है कि पानी सूख जाने के कारण खेतों की नमी घट जा रही है।पिछले साल सुखाड़ होने के कारण किसानों की स्थिति बेहद ख़राब हो गयी थी और प्रशासन द्वारा भी किसानों को फ़सल क्षति का कोई मुआवज़ा नहीं दिया गया। इस साल भी अभी तक सामान्य से कम बारिश होने के कारण खेतों में पानी की कमी हो है। सुखाड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने हो जाने के कारण किसान चिंतित हैं। नदी,तालाब,पोखरें आदि में पानी नहीं होने के कारण ही अभी तक किसानों द्वारा बिचड़ा नहीं डाला जा सका है, जो एक गंभीर समस्या है।

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झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ ज़िला से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि इचाक प्रखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम खुटरा में सौर ऊर्जा के माध्यम से लघु पेयजल स्थापित किया गया है,जो कि महीनें भर से ख़राब स्थिति में पड़ा हुआ हैं। गर्मी के मौसम में ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं। इस भीषण गर्मी में लोगों को लम्बी दूरी तय कर के पानी लाना पड़ता है । साथ ही गांव में स्थित शिव मंदिर के सामने लगी चापाकल के समीप सौर ऊर्जा से संचालित टंकी लगी हुई है। इस टंकी से मौहल्ले के क़रीब 50 से 60 घरों में पानी की आपूर्ति की जाती है। लेकिन उक्त पानी टंकी भी ख़राब अवस्था में पड़ा हुआ है जिस कारण जलापूर्ति नहीं हो पा रहा है और लोग इस समस्या से काफ़ी परेशान हैं। पानी के लिए लोग इधर उधर भटकने को मज़बूर हैं।लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि इस क्षेत्र में पानी की इतनी समस्या होने के बावजूद भी अब तक प्रशासन इस पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही हैं।