तकनीकी सहायक ने पिटाई के बिरोध में चकाई बीडीओ के निजी बॉडी गार्ड पर कराई प्रथमिकी चकाई कोविड 19 की रोक थाम हेतु चाकाई देवघर मुख्य मार्ग पर अवस्थित माधोपुर के निकट जिले की सीमा पर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात तकनीकी सहायक सूनील कुमार ने चकाई बीडीओ सूनील कुमार चांद के निजी बॉडीगार्ड गिरधारी यादव पर उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए चन्द्रमंदिह थाने में प्रथमिकी दर्ज कराई.उन्होंने प्रथमिकी में आरोप लगाया कि बीते तीन मई साढ़े 10 बजे को वे अपने सहयोगियों के साथ बेरियर लगाकर बिहार झारखंड की सीमा पर माधोपुर के समीप अपनी ड्यूटी पर मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त था.इसी बीच सीमा पर एक बस आई जिसकी सूचना मैंने बीडीओ को दी.वही बीडीओ के आने पर उनसे कुछ बातचीत होने लगी इसी बीच बीडीओ के निजी गार्ड ने मेरे साथ मारपीट की.उस समय बीडीओ,सीओ अजित कुमार आदि मौके पर मौजूद थे.जब इसकी शिकायत बीडीओ से की तो उन्होंने उल्टे मुझे धमकाते हुए कहा कि चुप रहो अन्यथा तुम पर एफ आई आर दर्ज करा देंगे.वही पीड़ित मजिस्ट्रेट द्वारा इसकी एक एक प्रतिलिपि जिलाधिकारी जमुई,पुलिस अधीक्षक जमुई,पुलिस उपाधीक्षक झाझा आदि को भेजी गई.वही पुलिस उपाधीक्षक भास्कर रंजन झाझा द्वारा मंगलवार को चकाई आकर घटना की जांच की गई।पूछे जाने पर बताया कि अभी इसकी जांच चल रही है.

ये बंदिशें जनता कर्फ्यू के दिन से लागू हैं, 17 मई तक लागू ही रहेंगी स्कूल, कॉलेज, एजुकेशन, ट्रेनिंग, कोचिंग इंस्टिट्यूट बंद ही रहेंगे। होटल, रेस्टोरेंट्स, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, स्वीमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क, थिएटर, बार, ऑडिटोरियम बंद रहेंगे। हर तरह के राजनीतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक जारी रहेगी। धार्मिक स्थान भी बंद रहेंगे। धार्मिक मकसद से जमावड़ों पर रोक रहेगी। जो लोग जरूरी सेवाओं में नहीं हैं, उनका शाम 7 से सुबह 7 बजे तक सड़कों पर मूवमेंट नहीं हो सकेगा। 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों, गर्भवती महिलाओं, 10 साल से छोटे बच्चों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। एक से दूसरे जिले में जाने की बिल्कुल इजाजत नहीं होगी। अगर कोई राज्य पूरी तरह से ग्रीन जोन में है तो वहां का स्थानीय प्रशासन एक से दूसरे जिले में जाने की अनुमति दे सकता है। देश में क्या खुल सकेगा? शराब, पान और तंबाकू की दुकानें खुल सकेंगी, लेकिन वहां एक बार में 5 से ज्यादा लोग इकट्‌ठा नहीं हो सकेंगे और लोगों के बीच 6 फीट की दूरी बनाए रखनी हाेगी। शॉपिंग मॉल को छोड़कर सामान बेचने वाली सभी दुकानें खुली रहेंगी। इनमें आस-पड़ोस की दुकानें, फल, दूध, सब्जी और किराना दुकानें शामिल हैं। कृषि और पशु पालन से जुड़ी सारी गतिविधियां होंगी।  बैंक, फाइनेंस कंपनी, इंश्योरेंस और कैपिटेल मार्केट एक्टिविटी जारी रहेंगी। आंगनबाड़ी का काम भी जारी रहेगा।  प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, आईटी सेक्टर, डेटा और कॉल सेंटर, कोल्ड स्टोरेज, प्राइवेट सिक्योरिटी सविस, मैन्युफैक्चिंगर यूनिट में ड्रग्स, फार्मा, मेडिकल डिवाइस, जूट इंडस्ट्री जारी रहेगा। लेकिन यहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। रेड जोन में क्या बदलेगा? रेड जोन में वे जिले हैं, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और जहां नए मामलों के दोगुने होने की दर भी सबसे ज्यादा है।  ऐसे रेड जोन में साइकिल रिक्शा, ऑटो रिक्शा, टैक्सी, कैब, बसों की आवाजाही, हेयर सैलून, स्पा, शॉपिंग मॉल बंद रहेंगे।  फोर व्हीलर से बाहर जा रहे हैं तो ड्राइवर के अलावा 2 से ज्यादा लोग नहीं बैठ सकेंगे। टू व्हीलर पर पीछे की सीट पर कोई नहीं बैठ सकेगा। गांवों में इंडस्ट्रियल और कंस्ट्रक्शन काम हो सकेगा। मनरेगा के तहत काम की इजाजत होगी। फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स, ईंट के भट्‌टे खुल सकेंगे। ज्यादातर कमर्शियल और प्राइवेट संस्थान खुल सकेंगे। इनमें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, आईटी सर्विसेस। ऑरेंज जोन में क्या बदलेगा? ऑरेंज जोन यानी वे जिले, जहां पिछले 14 दिन से कोरोना के नए मामले सामने नहीं आ रहे।  ऑरेंज जोन में टैक्सी और कैब चलाने की इजाजत होगी। हालांकि, शर्त ये होगी कि 1 ड्राइवर और 2 पैसेंजर ही उसमें बैठ पाएंगे। एक जिले से दूसरे जिले में लोगों और गाड़ियों की आवाजाही सिर्फ उन गतिविधियों के लिए हो सकेगी, जिनकी इजाजत मिली हुई है। फोर व्हीलर में 1 ड्राइवर और 2 पैसेंजर की इजाजत होगी। ग्रीन जोन में क्या बदलेगा? बसों को छूट रहेगी, लेकिन एक बस में 50% यात्री ही बैठ सकेंगे। बस डिपो में 50% कैपेसिटी के साथ काम होगा। 1 ड्राइवर और 2 पैसेंजर के साथ टैक्सी और कैब चलाने की इजाजत होगी। टू-व्हीलर पर दो लोग बैठ सकेंगे। किसी भी कार्यक्रम के लिए अनुमति लेनी होगी। कार्यक्रम में सीमित लोग ही शामिल हो सकेंगे। 

लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने कीमुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल रंग लाई है। इसके लिएराजस्थान में रह रहे प्रवासी स्टूडेंट्स वमजदूरों को उनके गृह राज्यतक पहुंचाने के लिए शुक्रवार को स्पेशलट्रेनें चलाई गईं। एक ट्रेन शुक्रवार रात 10 बजे कोटा से 1200 स्टूडेंट्स को लेकर रांची (झारखंड) औरदूसरी ट्रेन जयपुर से करीब 1200 मजदूरों को लेकर पटना (बिहार) के लिए रवाना की गई। राज्य सरकार के पास शुक्रवार रात तक 11 लाख 56 हजार प्रवासियों औरश्रमिकों ने दूसरे राज्यों में जानेके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। 38 हजार से ज्यादा मजदूरों और 25 हजार से ज्यादा छात्रोंको गृह राज्य भेजा उद्योग एवं प्रवासी श्रमिक समस्या समाधान समिति के अध्यक्ष डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि अब शनिवार से रोजाना 5 स्पेशल ट्रेनें संचालित की जाएंगी। अग्रवाल के मुताबिक, राज्य से अब तक 38 हजार से ज्यादा मजदूरों व प्रवासियों को दूसरे राज्यों में भेजा जाचुका है। इनमें27 हजार मध्यप्रदेश, 6197 पंजाब, 2387 हरियाणा के लोग शामिल हैं। इसके अलावा कोटा में पढ़ रहे यूपी सहित कई राज्यों के 25 हजार 259 स्टूडेंट्स को उनके घर भेजा जा चुका है। शुक्रवार को ओडिशाके 224 स्टूडेंट्स को 8 बसों से उनके घर पहुंचाने के लिए रवाना किया गया। हरियाणा, मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों में फंसेकरीब 20 हजार मजदूरों की वापसी एसीएस सुबोध अग्रवाल ने बताया कि अन्य राज्यों से करीब 20 हजार मजदूरों को राजस्थान लाया गया है। इनमें से गुजरात से 13 हजार 547 मजदूर व प्रवासी है। इसके अलावा मध्यप्रदेश से 4166, पंजाब से 424 लोगों का आवागमन हुआ है। उत्तरप्रदेश सरकार ने 6911 श्रमिकों के आवागमन के लिएमंजूरी दीहै। इनका आवागमन शुक्रवार रात से शुरूहोकर 3 मई तक पूरा हो जाएगा। उत्तराखंड के 360 मजदूरों को शुक्रवार से भेजना शुरूकर दिया गया है। वहां से देर रात राजस्थान के 360 मजदूरों को यहां लाया जाएगा।

सिकंदरा प्रखंड में मोबाइल वाणी के सवांददाता ने ली लोगो की राय

गुजरात के सूरत में फंसे दैनिक मजदूरों को हो रही है राशन की भारी किल्लत,नहीं मिल रही सरकार से कोइ मदद।

सघन आवादी वाले क्षेत्र लछुआड़ जैन मंदिर (धर्मशाला) को क्वारेंटाईन सेंटर बनाने का विरोध किया गया। जिसमें एक स्वर से सभी ग्रामीणों ने यह आवाज उठाई कि एक तरफ जहाँ सरकार इस महामारी से बचाने के लिए अनेकों प्रयास कर रही है वहीं हम ग्रामवासियों को जान-बूझकर मौत के मुँह में ढकेलना चाहती है। सभा को सम्बोधित करते हुए प्रसिद्ध समाज सेवी सुमन सौरभ जी ने स्थानीय सांसद एवम् जिला पदाधिकारी से गुहार लगाते हुए माँग किया है कि इस क्वारेंटाईन सेंटर को आवादी वाले क्षेत्र से दूर रखा जाय क्योंकि यह एक सघन आवादी वाला क्षेत्र है जहाँ पर ग्रामीण बैंक की एक शाखा भी स्थित है जहाँ हर दिन सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी रहती है जिससे लोगों में कोरोना से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।उन्होंने कहा कि लछुआड़ ग्राम के समस्त लोग कोरोना जैसी महामारी में आज काफी डर के माहौल में जी रहे हैं। उन्होंने अन्य जिलों के उस आदेश का हवाला देते हुए कहा कि कई जिलों में स्पष्ट आदेश है कि आइसोलेशन/कोरोंटाईन सेंटर सघन आवादी बाले क्षेत्र से दूर रखा जाय। समस्त ग्रामवासियों ने एक स्वर से कहा कि जैन धर्मशाला में क्वारेंटाईन सेंटर बनाया जाना हम ग्रामवासियों के लिये भेदभावपूर्ण है। इस बैठक में सिकंदरा बी.डी.ओ.,सी.ओ.सहित मुखिया शक्तिधर मिश्र,सरपंच छोटेलाल चौधरी,ग्रामीण मधुकर सिंह,जितेंद्र रविदास, विजय मिश्रा, शंकर सिंह, दुर्गा रविदास, मिस्टर, विकास दास, सुभाष सिंह, सानू सिंह, लखन मांझी, अभय कुमार, बबलू सिंह, श्याम सुंदर साव,विद्याकर सिंह, सोशल एक्टिविस्ट सुमन सौरभ सहित दर्जनों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे..!!

जानकारी के अनुसार जिले के एक अल्ट्रासाउंड सेंटर में एक महिला अल्ट्रासाउंड के लिए पहुंची थी उक्त महिला पुरुष से कोरोना संक्रमित थी जानकारी मिलने के बाद प्रशासन द्वारा अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील कर दिया गया है। इस संदेश को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

माता पिता अपने बच्चों के लालन पालन हेतु अनेकों कष्ट झेलकर उनका प्रतिकूल परीस्थितियों में भी लालन पालन करके उनके काबिल इंसान बनाते हैं।ओर उसी पुत्र द्वारा मानवता को तारतार करते हुए अपने बूढ़े बाप को घर से निकाल देने की घटना ने रतनपुर पंचायत के बनाडीह गांव को शर्मसार कर दिया है। ऑडियो पर क्लिक कर सुनें पूरी खबर को।

जमुई जिला के टाउन थाना क्षेत्र अंतर्गत जमुई खैरा रोड में स्थित इंदपे के पास सुदेश कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड नामक एक सड़क निर्माण कंपनी में पुलिस द्वारा एक युवक की लाश बरामद की गई।सूत्रानुसार अहले सुबह 6 बजे के करीब स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन को जानकारी दी गई कि जमुई खैरा रोड में स्थित सड़क निर्माण कंपनी में एक युवक मृत अवस्था में पड़ा हुआ है।सूचना मिलते ही डीएसपी रामपुकार सिंह ,टाउन थाना अध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल मौका- ए -वारदात पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया।ऑडियो पर क्लिक कर सुनें पूरी खबर को।

बिहार राज्य के जमुई  जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता दीपक कुमार ने बताया कि जमुई  जिला के चकाई प्रखंड अंतर्गत उरबा गांव निवासी विकाश रॉय  ने मोबाइल वाणी पर यह खबर रिकॉर्डिंग कराइ थी जिसमे उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने के कारण उनके समक्ष आर्थिक तंगी उत्पन्न हो गई है। इस खबर को सुनने के बाद मोबाइल वाणी के स्थनीय संवाददाता रमेश जी ने विकाश रॉय को अपनी पत्नी के जनधन खाता  को एक्टिव रखने का सुझाव दिया। विकाश रॉय ने संवाददाता रमेश जी  सुझाव को मानते हुए अपनी  पत्नी के खाते में पैसा जमा व निकासी कर खाते को एक्टिवेट कर लिया और अब उनके खाते में 500 की राशि प्राप्त हो गयी है।