उत्तरप्रदेश राज्य के उन्नाव जिला से राम करण श्रमिक वाणी के माध्यम से सभी श्रोताओं को श्रम दिवस पर बधाई व्यक्त कर रहे हैं। लाखों बलिदान देने के बाद मजदूर अपनी बात कहीं भी रख सकता है, मजदूरों को खुद आवाज उठानी होगी, तभी आपको अधिकार मिलेंगे। हम सभी इस दिन को याद करते हैं क्योंकि हमारे लाखों लोगों ने इन अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी थी। यह एक बड़ी जीत थी, अमेरिका में एक संघर्ष था, लोगों ने गोलियां चलाईं, इतने लोग शहीद हुए, लेकिन इस शहादत को हम याद रखेंगे और वे जहां भी होंगे। अपनी आवाज उठाएं, अपने मन की बात कहें, अपने विचार कहें, तभी हम उन अधिकारों को प्राप्त कर पाएंगे जिन्हें लोगों ने सदियों से संघर्ष किया है। कंपनी के मालिकों को भी श्रम दिवस मनाना चाहिए और अपने सभी कर्मचारियों को खाना खिलाना चाहिए और उनका स्वागत करना चाहिए, चाहे वे कोई भी हों।

अपने अधिकारों की रक्षा के लिए विरोध और मुखालफत करना ज़रूरी है, बिना इसके आपको कोई अधिकार नहीं मिलेगा, आपकी नजर में अभी तक क्या कमी रह गई कि सत्ता और पूंजी के इस खेल में पूंजी अभी भी जीतती नजर आ रही है, क्या आपको भी लगता है कि आपके अपने बीच के लोगों ने मजदूर से मालिक बनने के क्रम में अपने साथियों का साथ छोड़ दिया जिससे हक और अधिकार की लड़ाई कमजोर हुई?अपने विचार और सवाल हमसे जरूर साझा करें नंबर 3 दबाकर और अगर यह डेयरी आपको पसंद आयी है और लोगों से साझा करना चाहते हैं तो दबाएँ नंबर 5 शुक्रिया धन्यवाद्।

आलंम् की अनमोल बात

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मिड डे मील की बात

आशा वर्कर की हाल जाना

रेडी पटरी यूनियन के सदस्य ने हड़ताल में उठाया रेडी पटरी लगाने वाले लोगों का मुद्दा

सबीर की मन की बात

लोगो की हाल मन से जाना