दिल्ली एनसीआर के कापसहेड़ा से नन्द किशोर की बातचीत श्रमिक वाणी के माध्यम से शैलेश पांडेय से हुई। शैलेश बताते है कि देश के लोगों को किसी भी प्रान्त में जा कर रहने ,खाने और काम करने की आज़ादी है। लेकिन प्रतिबंधित हो कर रहना एक तरह से गुलामी ही कहलाता है। जैसे श्रमिक किसी भी कंपनी में काम करते है तो एक तरह से दायरे में उन्हें रहना पड़ता है। श्रम कानून को कंपनी मानती नहीं है और अपनी मनमानी करती है।सरकारी कार्य करवाने पर भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है , हर तरफ भ्रष्टाचारी होती है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए ,अपने देशवासियों की देखरेख करनी चाहिए।

दिल्ली राज्य के एनसीआर के कपासखेड़ा ग्राम से अमर श्रमिक वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, इन्होने कोरोना का दोनों टीका लगवा लिया है और अब वे बूस्टर डोज़ भी लगवा लेंगे। कोरोना का टीका हम सब के लिए बिलकुल सुरक्षित है, कोरोना से बचने के लिए हमे मास्क लगाना चाहिए, अपने हाथो को साबुन से धोना चाहिए

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दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम रोड से नन्द किशोर की बातचीत श्रमिक वाणी के माध्यम से दीपक से हुई। दीपक बताते है कि दिल्ली में कोरोना बढ़ रहा है तो इससे बचाव के लिए सामाजिक दूरी का पालन करना है। मास्क का प्रयोग करना चाहिए ,हाथों की सफ़ाई करनी चाहिए। आस पास के लोगों को कोरोना हो जाने पर व्यक्ति को क्वारंटाइन करवाना चाहिए और सामाजिक दूरी बना कर रखना चाहिए

दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम रोड से नन्द किशोर ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि राजेश ने बताया कि वो कोरोना टीका का दोनों डोज़ ले चुके है,टीका लेने के बाद हल्का बुखार आया था। उनके परिवार में भी सभी लोगों ने टीका लगवा लिया है। टीका लेने से सभी सुरक्षित महसूस कर रहे है। जो लोग अफ़वाह फैलते है कि टीका लेने से परिवार बढ़ाने में समस्या आएगी ,सभी गलत अफ़वाह है ,इन पर विश्वास नहीं करना चाहिए

दिल्ली एनसीआर के कापसहेड़ा से नन्द किशोर की बातचीत श्रमिक वाणी के माध्यम से मेहता जी से हुई। मेहता जी कहते है कि वो कोरोना के डर से कोरोना का टीका लगवाया।पहला डोज़ प्राइवेट से 780 रूपए में लगवाए ,दूसरा टीका सरकार के तरफ से लगवाए। इनके परिवार के सभी लोगों ने टीका लगवा लिया है।कोरोना का टीका को लेकर कई अफ़वाहे फैलाए गए लेकिन यह सत्य नहीं है। अफ़वाह उड़ाने वाले टीका लगवाने से बचना चाहते थे। आज देखा जा रहा है कि टीका लगवाने वाले सुरक्षित है। अगर टीका नहीं लगाया जाता तो भारत में महामारी बहुत अधिक फ़ैल जाती। टीका लगवा कर सुरक्षित महसूस कर रहे है

दिल्ली एनसीआर के कापसहेड़ा से नन्द किशोर की बातचीत श्रमिक वाणी के माध्यम से शिव कुमार से हुई। शिव कुमार बताते है कि कोरोना से सुरक्षा के लिए इन्होने अपने मन से कोरोना टीका का दोनों खुराक लगवा चुके है। इनके परिवार के भी सभी सदस्यों को टीका लग चुका है।

दिल्ली कापासेड़ा से नन्द किशोर श्रमिक वाणी के माध्यम से कंपनियों में काम करने वाले अतीक से कोरोना सम्बन्धी चर्चा की। अति ने बताया कि खुद की सुरक्षा के लिया उन्होंने दिल्ली में कोरोना का कोविशिलड टीका लगवाया। टीका लगवाने में उन्हें कोई डर नहीं लगा कोरोना के टीके लगवाने से 70 % संभावना होती है कि व्यक्ति को कोरोना का संक्रमण नहीं होगा।

मैं राजेंद्र प्रसाद मौर कापसेड़ा से ,मेरा सवाल है भाई कि पीएफ में अगर दो-तीन नंबर किसी का है तो दोनों एक कैसे हो सकता है इसके विषय में जानकारी दीजिये

नाम है मुकेश ,कापसहेड़ा बॉर्डर ,पुराणी दिल्ली ,मुझे कंपनी के बारे में जानकारी चाहिए कि क्या क्या सुविधाएँ जो नहीं मिली है तो उसको कैसे अप्लाई करूँ