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निवार को लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से इस योजना की आधारशिला रखी । नाली का निर्माण किया जाना है । परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष श्याम शर्मा ने कहा कि पंडित दीनदयाल चौक से लेकर भोला प्रसाद रोनियार के घर और डॉ . टुन्नू के सामने तक की योजना दो हजार इकतीस में तैयार हो गई है । शनिवार को आधारशिला रखी गई थी , जिससे इस नाले का निर्माण होगा । विधायक सिंह ने आगे कहा कि शहरी विकास विभाग द्वारा दी गई राशि या नाले का निर्माण शहर को स्वस्थ और सुंदर बनाएगा

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दस दिनों में जिले के विभिन्न प्रखंडों में 5,60,290 आयुष्मान कार्ड बनाये गये। जिले में सबसे अधिक कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र में 26,194 आयुष्मान कार्ड अबतक बनाये गये है। वहीं सबसे कम सुगौली प्रखंड क्षेत्र में 7366 कार्ड बनाये गये। जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रीति सिंह का कहना है कि पीडीएस दुकानों पर आयुष्मान कार्ड बनाने का मंगलवार को समाप्त हो गया है। हेल्थ विभाग आगे कार्ड बनायेगी। आयुष्मान के जिला संयोजक जयंत कुमार का कहना है कि साढ़े पांच लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं।

जिला पंचायती राज से जुलाई 2023 में नल जल योजना से पीएचईडी के मोतिहारी डिवीजन को 14 प्रखंड व ढाका डिवीजन को 13 प्रखंड हैंडओवर किया जा चुका है। पीएचईडी से ही इस योजना की देखरेख की जा रही है। पीएचईडी के मोतिहारी डिवीजन के 14 प्रखंड के पंचायतों में 3005 योजनाएं संचालित की जा रही है। जिसमें पूरी तरह से 2044 योजनाएं संचालित है। आंशिक रुप से संचालित योजनाओं की संख्या 527 है वहीं 424 योजनाएं पूर्ण रुप से बंद है।

सुगौली,पू च:--प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में ग्रीन एथेनॉल प्लांट लगाने की अनुमति दी।जिस पोलिसी के तहत आज राज्य में 17 इथेनॉल प्लांट लगाए जा रहे है पूर्व में एथेनॉल प्लांट मात्र चार-पांच महीने ही चलता था वैसे चीनी मिलों में भी इथेनॉल प्लांट लगाया जा रहा है जो अनाज आधारित होगा इसी क्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सुगौली और लोरिया में एथेनॉल प्लांट लगाने की लगाने का शिलान्यास किया सरकार की 2021 की ग्रीन पॉलिसी के तहत एथेनॉल लगाने की योजना के तहत बिहार में 17 इतना एथेनॉल प्लांट लगाने की अनुमति मिली है जो पूर्ण रूप से अनाज आधारित होगी साथ में इस पर आधारित ग्रीन एक्सल ग्रुप के निर्देशक आशुतोष शंकर सिंह के नेतृत्व में बिहार में अनाज आधारित एथेनॉल प्लांट लगाने की प्रमुखता दी गई जिससे बिहार के किसानों के उत्पादन को उचित दाम मिल सके उनके फसलों को पूरी सुविधा हो यहां यहां के किसानों फसलों के उत्पादन का अवसर प्राप्त हो और और पुराने चीनी मिल जो मात्र चार-पांच महीने ही चल पाए थे अब वह बाकी की महीने अनाज आधारित एथेनॉल उत्पादन करेंगे जिससे देश में उत्पादन के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा देश से ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा और स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार मिलेगा और किसानों को खेती के अवसर प्रदान होंगे

जिले के सभी पीडीएस दुकानों पर लाभार्थियों की शनिवार से आयुष्मान कार्ड बनाने का काम शुरु कर दिया गया है। पहले दिन 2496 पीडीएस दुकानों पर 19226 लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है। जिसमें सबसे अधिक घोड़ासहन प्रखंड में 1401 व्यक्तियों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया। वहीं सबसे कम सुगौली प्रखंड में 90 लोगों का आयुष्मान कार्ड बना। जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रीति सिंह ने बताया कि राशन लेने वालों की जिले में सख्या 45 लाख है। प्रतिदिन 0.5 प्रतिशत के हिसाब से 22 हजार राशन कार्ड धारकों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। आयुष्मान कार्ड बनावाने के लिये व्यक्ति का पहचान पत्र, आधार कार्ड व राशन कार्ड का होना आवश्यक है। लाभार्थी अपने नजदीक के पीडीएस दुकान में राशन कार्ड बनवा सकते हैं। आयुष्मान कार्ड से पांच लाख रुपये तक इलाज में लाभ मिलता है।

साथियों गर्मी का मौसम आने वाला है और इसके साथ आएगी पानी की समस्या। आज की कड़ी में लाभार्थी रोहित से साक्षात्कार लिया गया है जो जल संरक्षण पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है।

सुगौली के विभिन्न जगहों पर अधिकारियों ने मनरेगा कार्यों का निरीक्षण किया।

पिछले 10 सालों में गेहूं की एमएसपी में महज 800 रुपये की वृद्धि हुई है वहीं धान में 823 रुपये की वृद्धि हुई है। सरकार की तरफ से 24 फसलों को ही एमएसपी में शामिल किया गया है। जबकि इसका बड़ा हिस्सा धान और गेहूं के हिस्से में जाता है, यह हाल तब है जबकि महज कुछ प्रतिशत बड़े किसान ही अपनी फसल एमएसपी पर बेच पाते हैं। एक और आंकड़ा है जो इसकी वास्तविक स्थिति को बेहतर ढ़ंग से बंया करत है, 2013-14 में एक आम परिवार की मासिक 6426 रुपये थी, जबकि 2018-19 में यह बढ़कर 10218 रुपये हो गई। उसके बाद से सरकार ने आंकड़े जारी करना ही बंद कर दिए इससे पता लगाना मुश्किल है कि वास्तवितक स्थिति क्या है। दोस्तों आपको सरकार के दावें कितने सच लगते हैं। क्या आप भी मानते हैं कि देश में गरीबी कम हुई है? क्या आपको अपने आसपास गरीब लोग नहीं दिखते हैं, क्या आपके खुद के घर का खर्च बिना सोचे बिचारे पूरे हो जाते हैं? इन सब सरकारी बातों का सच क्या है बताइये ग्रामवाणी पर अपनी राय को रिकॉर्ड करके