सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

ब्लॉक के विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक कार्यकर्ता अवधेश कुमार गुप्ता ने भी पृथ्वी दिवस के अवसर पर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया। पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल को पृथ्वी पर सभी जीवित प्राणियों, पौधों और पेड़ों को बचाने और दुनिया भर के लोगों में पर्यावरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार। यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो डाक विभाग, संचार मंत्रालय द्वारा निकाली गयी डाकघर कार चालक के पदों पर कार्य करने के लिए इच्छुक है ।इसमें अनारक्षित वर्ग के लिए 17 पद ,आर्थिक रूप से वीकर अनुभाग के लिए 1, और आदिवासी के लिए 1 पद पर भर्तियां निकाली गई हैं। इन पदों पर वेतनमान 19,000 to 63,200/- रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा। इन पदों के लिए वैसे उम्मीदवार आवेदन कर सकते है, जिन्होंने किसी भी मान्यता प्राप्त विद्यालय से मैट्रिक पास किया हो साथ ही तीन साल का ड्राइविंग अनुभव हो । इन पदों पर आवेदन करने के लिए आयु सीमा 18 -56 वर्ष रखी गई है। साथ ही आवेदनकर्ताओं का उनके योग्यता पर आधारित होगा।इन पदों पर आवेदन करने के लिए आवेदन ऑफलाइन भरना होगा इसके लिए एक सादा पेपर में एप्लीकेशन फॉर्मेट में आवेदन लिखना होगा साथ में मांगे जाने वाली सभी जरूरी दस्तावेजों को इस पेपर के साथ अटैच कर ड्राइविंग लाइसेंस के साथ एक अच्छा से लिफाफे में डालकर स्पीड पोस्ट/रजिस्टर्ड पोस्ट के माध्यम से इस पते भर भेजना होगा पता है -"पोस्टमास्टर जनरल का कार्यालय, बिहार सर्कल, पटना-800001" .यदि आप के पास मांगी गयी सारी योग्यताएं है तो आप अपना आवेदन आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट पर जा सकते हैं वेबसाइट है indiapost.gov.in .याद रखिये आवेदन करने की अंतिम तिथि 28 मई 2024 रखी गयी है। तो साथियों अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ बाँट भी सकते हैं।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा बदलते मौसम में पशुओं की विशेष देखभाल और इस समय होने वाले पशुओं में विभिन्न रोगों की जानकारी दे रहें हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

आपने कभी सोचा है कि हम शिक्षा क्यों लेते हैं, इतिहास, गणित, भूगोल का अध्ययन करने की क्या आवश्यकता है, क्या आपने कभी सोचा है कि आप स्कूल और कॉलेज क्यों जाते हैं, आपका जवाब माता-पिता को भेजा जाएगा, शायद इसलिए कि उन्होंने भी परीक्षा उत्तीर्ण की है?विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

भाजपा माले पार्टी का 56वां स्थापना दिवस मनाया गया, वहीं भोलाराम ने कहा कि आज की लड़ाई देश के लोकसभा चुनावों में संविधान और लोकतंत्र को बचाने की है। आपातकाल घोषित कर दिया गया है, जिसके कारण देश में मुद्रास्फीति अपने चरम पर पहुंच गई है। गरीब मजदूरों और किसानों का जीवन बहुत कठिन हो गया है।

अधिकारियों की टीम ने लोकसभा चुनावों के लिए बूथों पर अर्धसैनिक और पुलिस बलों की व्यवस्था और तैनाती के संबंध में कई स्कूल भवनों का निरीक्षण कियासामाजिक उप-मंडल अधिकारी शिवक्षी दीक्षित सुबौरी खंड विकास अधिकारी एस. सहाय सहायक निर्वाचन अधिकारी तेज प्रताप त्यागी, संभागीय अधिकारी कुंदर कुमार और खंड शिक्षा अधिकारी रामविजय यादव अन्य अधिकारियों के साथ निरीक्षण दल का हिस्सा थे।

बिहार राज्य के जिला चम्पारण से अमरूल आलम , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि गांव में जागरूकता अभियान चलाया गया।

दोस्तों, प्रधानमंत्री के पद पर बैठे , किसी भी व्यक्ति से कम से कम इतनी उम्मीद तो कर ही सकते हैं कि उस पद पर बैठने वाला व्यक्ति पद की गरिमा को बनाए रखेगा। लेकिन कल के भाषण में प्रधानमंत्री ने उसका भी ख्याल नहीं रखा, सबसे बड़ी बात देश के पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ खुले मंच से झूठ बोला। लोकतंत्र में आलोचना सर्वोपरि है वो फिर चाहे काम की हो या व्यक्ति की, सवाल उठता है कि आलोचना करने के लिए झूठ बोलना आवश्यक है क्या? दोस्तों आप प्रधानमंत्री के बयान पर क्या सोचते हैं, क्या आप इस तरह के बयानों से सहमत हैं या असहमत, क्या आपको भी लगता है कि चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जाना अनिवार्य है, या फिर आप भी मानते हैं कि कम से कम एक मर्यादा बनाकर रखी जानी चाहिए चाहे चुनाव जीतें या हारें। चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर आप क्या सोचते हैं। अपनी राय रिकॉर्ड करें मोबाइलवाणी पर।

कई स्थानों पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मतदान के बारे में जागरूकता अभियान चलाया जिसमें मतदान प्रतिशत बढ़ाने के बारे में सोचा गया। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि लोगों को मतदान के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर मतदान करने के लिए कहा जा रहा है, विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।