आयरन व जिंकयुक्त राजेन्द्र गेहूं-3 की खेती पहाड़पुर प्रखंड सहित जिले के अन्य प्रखंडों में करा कर किसानों को उक्त गेहूं में मिलने वाली विशेष पोषक तत्वों से स्वास्थ्य लाभ के साथ किसानों की आमदनी बढ़ाने के प्रति कृषि विज्ञान केंद्र परसौनी के मृदा विशेषज्ञ डॉ आशीष राय आदि द्वारा किसानों को जागरूक किया गया। यह गेहूं जिंक व आयरन की कमी से होने वाले कुपोषण को बच्चों और महिलाओं में दूर करने की क्षमता रखता है। यह पुरुषों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इस प्रभेद में बीमारियां भी कम लगती हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार यह गेहूं 125-130 दिनों में तैयार होने वाली इस प्रभेद की उपज क्षमता 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। इसमें जिंक 43 पीपीएम एवं आयरन की मात्रा 42 पीपीएम है। इसका सेवन लोगों को काफी फायदा पहुंचाएगा।

पिछले 10 सालों में गेहूं की एमएसपी में महज 800 रुपये की वृद्धि हुई है वहीं धान में 823 रुपये की वृद्धि हुई है। सरकार की तरफ से 24 फसलों को ही एमएसपी में शामिल किया गया है। जबकि इसका बड़ा हिस्सा धान और गेहूं के हिस्से में जाता है, यह हाल तब है जबकि महज कुछ प्रतिशत बड़े किसान ही अपनी फसल एमएसपी पर बेच पाते हैं। एक और आंकड़ा है जो इसकी वास्तविक स्थिति को बेहतर ढ़ंग से बंया करत है, 2013-14 में एक आम परिवार की मासिक 6426 रुपये थी, जबकि 2018-19 में यह बढ़कर 10218 रुपये हो गई। उसके बाद से सरकार ने आंकड़े जारी करना ही बंद कर दिए इससे पता लगाना मुश्किल है कि वास्तवितक स्थिति क्या है। दोस्तों आपको सरकार के दावें कितने सच लगते हैं। क्या आप भी मानते हैं कि देश में गरीबी कम हुई है? क्या आपको अपने आसपास गरीब लोग नहीं दिखते हैं, क्या आपके खुद के घर का खर्च बिना सोचे बिचारे पूरे हो जाते हैं? इन सब सरकारी बातों का सच क्या है बताइये ग्रामवाणी पर अपनी राय को रिकॉर्ड करके

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में आयोजित किसान मेला में स्थानीय कृषि विज्ञान केन्द्र से प्रशिक्षण प्राप्त जिले के चार किसान मिलेनियम किसान पुरस्कार से सम्मानित किए गए। सम्मानित किसानों में पहाड़पुर के सुरेंद्र सिंह, कोटवा के रविंद्र सिंह, पीपराकोठी के राजेश कुमार यादव व संग्रामपुर के धीरज मिश्रा शामिल हैं। जिन्हें मुख्य अतिथि विधानसभा महेश्वर हजारी कुलपति महोदय डॉ. पीएस पांडेय निदेशक प्रसार शिक्षा, डॉ.एमएस कुंडू ने पुरस्कृत किया गया। पुरस्कृत सभी किसानों सांसद राधामोहन सिंह, विधायक प्रोमद कुमार,  केवीके प्रमुख अरविंद कुमार सिंह आदि बधाई दी। सभी किसानों ने कृषि के क्षेत्र में जिले में अहम भूमिका निभा कर किसानों के लिए नजीर साबित हुए हैं। सभी किसान जिले के सुदूर क्षेत्रों के किसानों को उन्नत कृषि के लिए प्रोत्साहित व जागरूक कर जिले में खेती-किसानी का एक बेहतर सामंजस्य स्थापित किया है। किसानों ने कृषि के क्षेत्र में केविके की असीम सहायता के लिए कृषि हब की संज्ञा दी है।

-गया में आयोजित हुआ कार्यशाला गया में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में केविके सहित जिले के उद्यमियों ने भाग लिया। कार्यशाला अटारी-जोन-चार, पटना द्वारा आयोजित हुआ था। आर्या परियोजना के सौजन्य से इस राष्ट्रीय कार्यशाला में कई राज्यों के वैज्ञानकों द्वारा कृषि तकनीकों को साझा किया गया। केविके प्रमुख डॉ. अरबिंद कुमार सिंह ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र पीपराकोठी के किसान आर्या के तहत लाभान्वित कृषि उद्यमियों ने भाग लिया।  जिसमें मधुमक्खी पालन उद्योग से विजय कुमार और खाद्य प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन उद्योग से सब्या देवी को अपने उत्पादों का प्रदर्शन तथा अपने उद्यमी बनने के सफर पर अपना आख्यान दिया।

CRISIL के अनुसार 2022-23 में किसान को MSP देने में सरकार पर ₹21,000 करोड़ का अतिरिक्त भार आता, जो कुल बजट का मात्र 0.4% है। जिस देश में ₹14 लाख करोड़ के बैंक लोन माफ कर दिए गए हों, ₹1.8 लाख करोड़ कॉर्पोरेट टैक्स में छूट दी गई हो, वहां किसान पर थोड़ा सा खर्च भी इनकी आंखों को क्यों खटक रहा है? आप इस पर क्या सोचते है ? इस मसले को सुनने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

देश के किसान एक बार फिर नाराज़ दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले साल नवंबर 2020 में किसानों ने केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के रद्द करने के लिए दिल्ली में प्रदर्शन किया था और इसके बाद अगले साल 19 नवंबर 2021 को केंद्र सरकार ने तीनों कानून वापस ले लिए थे, हालांकि इस दौरान करीब सात सौ किसानों की मौत हो चुकी थी। उस समय सरकार ने किसानों की कुछ मांगों पर विचार करने और उन्हें जल्दी पूरा करने का आश्वासन दिया था लेकिन ऐसा अब तक नहीं हआ है। और यही वजह है कि किसान एक बार फिर नाराज़ हैं।

पीपराकोठी मेला  मोदी सरकार ने पांच सौ वर्षों बाद 22 जनवरी को भगवान राम को अयोध्या में पुनः स्थापित किया है। कल सभी मंत्रिमंडल के साथियों के साथ उनका दर्शन किया, आज माता जानकी के घर चंपारण में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अब भारत मे फिर से रामराज्य की शुरूआत हो चुकी हैं। उक्त बातें स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में आयोजित तीन दिवसीय किसान कल्याण मेला के तीसरे दिन पशुपालन किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कही। कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि मंत्री श्री शाही, भारत सरकार पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री  राधामोहन सिंह, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डॉ. पीएस पांडेय, मदर डेयरी नई दिल्ली के प्रबंधक निदेशक मनीष बंदलिश, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या उत्तर प्रदेश के कुलपति डॉ. विजेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। अतिथियों का स्वागत मोमेंटो, पुष्प गुच्छ व शाल भेंट कर किया। कार्यक्रम के आरंभ में पीडीडीयू के छात्राओं स्वागत गान की प्रस्तुति की गई। आगे की यूपी के कृषि मंत्री श्री शाही ने आगे कहा कि कांग्रेस अधिवेशन के समय 1917 में लखनऊ पहुंचे राजकुमार शुक्ल के जिद्द पर महात्मा गांधी चंपारण आये, और अंग्रेजों के जबर्निया कानून व अनेक लगान से यहां लोगों मुक्त कराया। राधामोहन सिंह के अथक प्रयास से प्रधानमंत्री का विजन 2047 का ढांचा पीपराकोठी कृषि विज्ञान केंद्र में खड़ा किया जा चुका है। यह कंक्रीट का बना ढांचा नही, बल्कि दुनिया के लिए रोलमॉडल है।

पीपराकोठी किसान मेला --------------------------–- देश में सिर्फ चार जातियां हैं गरीब, किसान, युवा व नारीशक्ति। समाज में जातियों को बांटने वाले अपने पूरे जाति के विकास के बजाय परिवार के विकास में लगे रहते हैं। जबतक समाज को बांटने का काम होगा तबतक देश का विकास संभव नहीं है। इसके पूर्व जिसने भी प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताया है वह वर्तमान समय में उनके के सामने नतमस्तक हैं। उक्त बातें रविवार को केविके परिसर में आयोजित तीन दिवसीय किसान कल्याण मेला 2024 के दूसरे दिन अंतरराष्ट्रीय  किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कही। कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, नीति आयोग कृषि के वरिष्ठ सलाहकार डा नीलम पटेल, राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डा पीएस पांडेय, केविके प्रमुख डा अरविंद कुमार सिंह, ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। अतिथियों का स्वागत केविके प्रमुख डा अरविंद कुमार सिंह ने मोमेंटो, पुष्प गुच्छ व शाल भेंट कर किया। कहा कि हमारे देश के धर्मग्रंथों में उल्लेख है कि भगवान कृष्ण गोपालक थे, बलराम किसान थे, यहां तक कि राजा महाराजा हल चलाते थे। कृषि हमारे समाज, जीवन व संस्कृति का हिस्सा है जो अन्य देशों में नहीं है। मोदी सरकार ने अपने शासनकाल में ही स्वामी नाथन के सिफारिशों को लागू किया। इसी दस वर्ष में धारा 370 हटाया, नारीशक्ति वंदन, अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण सहित कई महत्वपूर्ण कार्य किये। पहले भूमिहीन किसान को मजदूर की श्रेणी में रखा था अब उन्हें छोटे किसान के रूप में लाते हुए सम्मानित करने का काम कर सरकार रही हैं। सरकार सभी वर्ग के लोगों के विकास के लिए कृतसंकल्प है।

पीपराकोठी कृषि विज्ञान केंद्र में आगामी 10 फरवरी से 12 फरवरी तक तीन दिवसीय आत्मनिर्भर कृषि सह बागवानी विस्तार एवं पशुधन कल्याण मेला के आयोजन होगा। इसको लेकर शुक्रवार को केवीके परिसर के सभागार में भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री तथा स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह ने पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसके पूर्व उन्होंने तैयारी का जायजा लिया। और कार्यक्रम को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। कहा कि प्रथम दिन मेला का उद्घाटन समारोह में नीति आयोग के सदस्य डा नीलम पटेल मुख्य अतिथि के रूप में होंगी। उसी दिन एफपीओ के किसान के साथ किसानों को वैज्ञानिक द्वारा आधुनिक गुर सिखाए जाएंगे। जिसमें कृषि, बागवानी एवं एफपीओ से जुड़े किसान तथा जीविका की दीदी उपस्थित रहेंगी। दूसरे दिन कृषि पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा. जिसमें विदेशी वैज्ञानिक, मैक्सिको, नेपाल, अमेरिका, ब्रिटेन, कम्बोडिया सहित अन्य देश के किसान व छात्र शामिल होंगे। साथ ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर गरीब मेला का आयोजन किया जायेगा। जिसमें अनुसूचित जाति के किसान मौजूद रहेंगे। वही अंतिम दिन कार्यक्रम के समापन समारोह में मदर डेयरी के एमडी शामिल होंगे। मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डा. अरविंद कुमार सिंह, वैज्ञानिक मनीष कुमार, नेहा पारीख  व गौरव कुमार सहित  अन्य मौजूद रहे।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा गेंहू की फसल में सिंचाई प्रबंधन के बारे में बता रहे है । विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें...