हीट वेव के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है। बुखार, दम फूलने की बीमारी से लेकर डायरिया व ब्लड प्रेशर की बीमारी बढ़ गयी है। सदर अस्पताल के आउटडोर में मरीज़ों की भीड़ काफी बढ़ गयी है। वहीं पिकू वार्ड व एसएनसीयू का भी बेड भर गया है। मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या में जबरदस्त उछाल आ गया है। महिला काउंटर से लेकर पुरुष काउंटर पर जबरदस्त भीड़ है। दिन के करीब 12 बजे तक 6 सौ मरीजों का इलाज के लिए रजिस्ट्रेशन हुआ था। जबकि सौ से अधिक मरीज लाइन में लगे थे। पुर्जा पर अधिकांश मरीजों को बुखार से लेकर ब्लड प्रेशर से चक्कर आने व डायरिया की शिकायत थी। वहीं, महिलाओं को दम भूलने से लेकर बुखार का शिकायत था। पिकू वार्ड मै भर्ती बच्चे में तेज बुखार और डायरिया से ग्रसित बच्चे भर्ती थे।हीट वेव के कहर से 41 डिग्री सेल्सियस पर पारा पहुंच गया है।मौसम विभाग ने 11 जून तक अलर्ट जारी किया है। संभावना है कि अगले पांच छह दिनों में 43 डिग्री सेल्सियस तक पारा पहुंच सकता है। सोमवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। जिला के वरीय चिकित्सक डॉ टीपी सिंह ने बताया कि हीट वेब से बच्चे, मधुमेह के रोगी, ब्लड प्रेसर व दम्मा के रोगी को विशेष सावधानी बरतनी है। सिर को उजला तोलिया से लपेट कर ही बाहर निकलें।

जिले में पड़ी रही प्रचंड गर्मी से ताल तलैया सूख गये हैं।अब खेतों सहित पशु व पक्षियों की प्यास बुझानेवाली धनौती नदी में पानी सूखने से इसका अस्तित्व भी खतरे में है। विगत कई वर्षों के बाद धनौती नदी ड्राई दिख रही है। इसके सूखने से लाखों की मछलियां गायब हो गयी हैं। इससे नदी की बंदोबस्ती करानेवाले मछुआरों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। बेतिया से पूर्वी चम्पारण जिले के आधा दर्जन से अधिक प्रखंडों से होकर गुजरनेवाली धनौती का पानी पताल चले जाने से इसके वजूद पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। जिले में 60 किलोमीटर से अधिक लंबी धनौती नदी गुजरती है। इसके जल का उपयोग किसान खेेती किसानी के लिए करते थे। कपड़ा धोने के लिए इसके पानी का उपयोग किया जाता था। लेकिन इसबार प्रचंड गर्मी पड़ने से धनौती नदी का पानी गायब है। नदी में मौजूद कोलगाटा व सीप भी गायबधनौती नदी में बड़े पैमाने पर जलीय फल कोलगाटा की उपज होती थी। लोग कोलगाटा का स्वाद चखते थे। लेकिन पानी सूखने से कहीं भी कोलगाटा दिखाई नहीं पड़ रहा है। धनौती नदी से सीप को पकड़कर इसका इस्तेमाल बटन निर्माण के लिए किया जाता था। लेकिन नदी सूखने से सीप का कहीं भी अता पता नहीं है। नदी में सिल्टेशन से भी कम हो चुकी है नदी की गहराईनदी में गाद भर चुका है। इससे इसकी गहराई भी कम हो गयी है। नदी की गहराई कम होने से इसके जलस्तर पर असर पड़ा है। बरसात के दिनों में यह नदी लबालब भरकर उछलती रहती है। लेकिन विगत दो माह से धनौती नदी का पानी कम होते होते आज की तारीख में सूख चुकी है। गाद निकालने की दिशा में प्रशासनिक स्तर से कवायद नहीं किये जाने से इसके अस्तित्व की समस्या अब गहराने लगी है। इसके अलावा धनौती नदी के अतिक्रमण से इसका किनारा सिमटते जा रहा है। जिससे बरसात के समय पानी बहते हुए जल्द निकल जाता है।

जिले में अलग अलग सड़क हादसों में सोमवार को दो की मौत हो गयी । वहीं एक की मौत सड़क दुघर्टना में हुई जख्मी के इलाज के दौरान हो गयी। एक चिरैया व दूसरा कल्याणपुर थाना क्षेत्र के वासी है। चिरैया थाना क्षेत्र के सेनुवरिया गांव के समीप सोमवार को लापरवाह स्कॉर्पियो चालक ने बाइक सवार दो युवकों को कुचल दिया। दोनों जख्मी युवकों को इलाज के लिये सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गयी जिसकी पहचान राकेश ठाकुर के रुप में हुई है। वह पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र के थरवीटिया गांव का रहने वाला है। वहीं जख्मी युवक का नाम लखेन्द्र ठाकुर है वह भी थरबीटिया गांव का निवासी है।

आदापुर थाना क्षेत्र के रक्सौल-घोड़ासहन कनॉल रोड पर एक बगीचा से पुलिस ने पांच बदमाशों को दबोच लिया। बदमाशों के पास से दो देसी पिस्तौल, चार कारतूस, लूट की बाइक व खटका चाकू बरामद किया गया है। गिरफ्तार बदमाशों में आदापुर धबधबवा के सन्नी कुमार, राजा पासवान, साबीर आलम, नगर बेलबनवा के कृष्णा कुमार व छतौनी बड़ा बरियारपुर के विक्की कुमार शामिल है। एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने जानकारी दी।

बिहार बोर्ड की परीक्षा शैली (पैटर्न) को 12 राज्यों के बोर्ड अपनाएंगे। 10वीं-12वीं बोर्ड का त्रुटि रहित रिजल्ट हो, परीक्षा कदाचार मुक्त हो यह जानने के लिए देश के कई राज्यों के बोर्ड बिहार बोर्ड से संपर्क में हैं और जानकारियां ले रहे हैं। देश का सबसे बड़ा बोर्ड उत्तर प्रदेश ने भी संपर्क किया है। इसके अलावा झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात बोर्ड ने भी परीक्षा शैली की जानकारी ली है। बता दें कि अभी तक ओडिशा, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ के अलावा नेपाल ने ही बिहार बोर्ड से संपर्क किया था, लेकिन इस वर्ष उत्तर प्रदेश आदि समेत 12 राज्य अब यहां के परीक्षा पैटर्न को अपनाएगा। इसमें बिहार बोर्ड का यूनिक नंबर, उत्तरपुस्तिका पर छात्रों का प्री प्रिटेंड, परीक्षा केंद्र, परीक्षार्थियों की तीन बार जांच आदि शामिल हैं। पहली बार वर्ष 2023 की मैट्रिक और इंटर परीक्षा के प्रत्येक परीक्षार्थी को यूनिक नंबर दिया गया था। इससे फर्जी छात्र का मामला काफी कम हुआ। जहां पर भी फर्जी छात्र परीक्षा में बैठे, उन्हें तुरंत पकड़ लिया गया।

यू डायस पोर्टल पर सूबे के 1.60 करोड़ बच्चों का सरकारी व निजी स्कूलों ने आधार नंबर नहीं भरा है। इनमें पहली से 12वीं तक के बच्चे शामिल हैं। इन्हें बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने चिह्नित किया है। मालूम हो कि स्कूलों में नकली नामांकित बच्चों को चिह्नित करने को यू-डायस पोर्टल पर बच्चों का आंकड़ा मांगा गया था। पटना जिले में 11 लाख 24 हजार 253 विद्यार्थी नामांकित हैं, लेकिन इनमें 8 लाख 13 हजार 859 छात्र-छात्राओं का आधार नंबर यू-डायस पोर्टल पर उपलब्ध नहीं करवाया गया है। वहीं 2 लाख 53 हजार 512 छात्र-छात्राओं के आधार नंबर को सत्यापन नहीं किया गया है। हर जिले में नामांकन की तुलना में स्कूलों ने 80 से 90 बच्चों का आधार नंबर नहीं दिया है। इस बाबत स्कूलों को नोटिस दिया गया। वहीं जिला शिक्षा कार्यालय को 30 जून तक का समय दिया गया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की मानें तो निजी और सरकारी स्कूल में कक्षा एक में नामांकन लेने के समय आधार नंबर लिया जाता है। ज्यादातर अभिभावकों द्वारा आधार नंबर दिया जाता है। इसके बावजूद यू-डायस पोर्टल पर बच्चों के आधार नंबर को छुपा लिया गया है। जब जिला शिक्षा कार्यालय के माध्यम से सत्यापन किया गया तो पता चला कि हर स्कूल में बच्चों का आधार नंबर है, इसके बाद भी पोर्टल पर नहीं भरा गया है। अब इसे अनिवार्य रूप से भरने का निर्देश दिया गया है।

शहरी क्षेत्र को ग्रीन व क्लीन बनाने की दिशा में कवायद शुरू की गयी है। नगर निगम क्षेत्र को हरा भरा करने को वन विभाग के द्वारा शहरी वानिकी योजना के तहत पौधरोपण कराए जाएंगे। इसके तहत सड़क किनारे पौधे लगाए जाएंगे। वर्षाकालीन पौधरोपण योजना के तहत शहरी क्षेत्र में सड़क किनारे व्यापक रूप से पौधरोपण की योजना बनायी गयी है। योजना के तहत शहरी क्षेत्र में 11 हजार 750 पौधे लगाए जाएंगे। वन विभाग के द्वारा जल्द ही पौधरोपण का कार्य आरंभ किया जाएगा। सड़क किनारे लगाए जाएंगे पौधे शहरी वानिकी योजना के तहत लगाये जानेवाले पौधों में 8 हजार पौधे सड़क किनारे लगाए जाएंगे। इसमें गड्ढ़ा खुदाई कर पीट बनाए जाएंगे। पीट के उपर पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा बांस गैबियन के तहत 3 हजार पौधे लगाये जाने की योजना है। वहीं लोहा गैबियन के तहत 750 पौधे लगाए जाने की योजना है। इस योजना को मूर्त्तरूप देने के लिए वनों के क्षेत्र पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है। लगाए जाएंगे सागवान व महोगनी के पौधे इस योजना के तहत इमारती लकड़ी के पौधे लगाए जाएंगे। सड़क किनारे सागवान व महोगनी के पौधे लगाए जाएंगे। इन पौधों से पेड़ तैयार होने पर इमारती लकड़ी के रूप में प्रयोग हो सकेगा। इनकी लकड़ियां काफी महंगी होती है। इसका उपयोग फर्नीचर व इमारत निर्माण में किया जाता है। पौधरोपण से पर्यावरण को होगा लाभ शहरी क्षेत्र को स्वच्छ बनाने व पर्यावरण संरक्षण की दिशा में इस योजना को अति महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विगत दिनों प्रदूषण के मामले में मोतिहारी शहर सुर्खियों में आया था। जिसके बाद राज्य स्तर पर प्रदूषित शहर में शुमार हुआ था। पौधरोपण योजना से पर्यावरण संरक्षण को काफी लाभ मिलेगा। शहरी क्षेत्र में पूूर्व के लगाए गये पेड़ों में कई गिरने से कट चुके हैं। इसको लेकर नये पौधे लगाए जाने की योजना वन विभाग ने बनायी है।

जिले में विगत कई दिनों से जारी प्रचंड गर्मी का कहर जारी है। कड़ी धूप की तपिश से लोग हलकान हैं। शरीर को झुलसा देनेवाली पछिया हवा ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। भीषण गर्मी से अभी राहत नहीं मिल रही है। हीट वेब के कारण विगत तीन दिनों से पारा 40 डिग्री सेल्सियस से उपर चला गया है। हीट वेब चलने से सूर्योदय के बाद से ही सूर्य की किरण आग उगलना शुरू कर दे रही है। लोगों को घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है। सुबह से रात तक गर्मी का सितम बरकरार रह रहा है। घरों में बिजली पंखा चलाने पर भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। कई घरों में लोग एसी चलाकर गर्मी से निजात पा रहे हैं। भीषण गर्मी के कारण लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लोग जरूरी कार्यवश ही बाजार या घरों से बाहर निकल रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार आगामी चार दिनों तक गर्मी का कहर और तेज होने की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है। रविवार को अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हीट वेब का कहर जारी रहने पर आगामी दिनों में अधिकतम तापमान 42 से 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जतायी गयी है। भीषण गर्मी पड़ने से लोग मानसून का इंतजार कर रहे हैं। मानसूनी बारिश के बाद ही प्रचंड गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। इधर मौसम वैज्ञानिक डॉ. नेहा पारीक ने बताया कि हीट वेब का कहर जारी रहेगा। अगले चार दिनों तक तापमान में और वृद्धि होने की संभावना है।

पताही प्रखंड के जिहुली पंचायत अंतर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय अलीशेरपुर में भवन का घोर अभाव है। उक्त विद्यालय में वर्ग एक से वर्ग पांच तक की पढ़ाई होती है जिसमें लगभग डेढ़ सौ छात्र छात्राएं नामांकित हैं वहीं शिक्षकों की संख्या पांच है। भवन के नाम पर मात्र दो जीर्ण शीर्ण कमरे हैं और इन्ही दो कमरों में विद्यालय के कार्यालय संबंधित कार्य,स्टॉफ रूम, मध्याह्न भोजन के स्टोर व निर्माण का कार्य भी होता है।ऐसे में छात्रों को पेड़ के नीचे पढ़ाया जाता है। बरसात के दिनों में पढ़ाई में दिक्कत होती है। कहते हैं प्रधानाध्यापक विद्यालय के प्रभारी एचएम विजय प्रसाद ने बताया कि भवन के अभाव में पठन पाठन में का़फी दिक्कत होती है। विद्यालय में मात्र दो जीर्ण शीर्ण स्थिति में कमरे हैं। खिचड़ी शेड नहीं होने के कारण एक कमरा में मध्याह्न भोजन की सामग्री रखी जाती है तथा बनाया जाता है । वहीं, एक कमरे में कार्यालय,स्टॉफ के बैठने तथा विद्यालय संबंधित कागजात आदि को भी सुरक्षित रखा जाता है। कहते हैं पदाधिकारी बीईओ अरविन्द कुमार तिवारी ने बताया कि विद्यालय में भवन की कमी है। जिसके लिए विभाग को लिखा गया है।

बिहार बोर्ड के मैट्रिक और इंटर के छात्र-छात्राओं को अब उनकी सारी जानकारी बीएसईबी मोबाइल एप पर मिलेगी। मैट्रिक और इंटर 2024 के सभी छात्र- छात्राओं को उनकी व्यक्तिगत तमाम जानकारी एप के माध्यम से भेजी जायेगी। इसमें रजिस्ट्रेशन नंबर, फॉर्म की जानकारी, किसी तरह की सुधार की जानकारी आदि शामिल होगी। छात्र अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से सारी जानकारी देख सकेंगे। अब हर तरह की सुविधा मोबाइल पर ही उपलब्ध होगी।बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने छात्रों और शिक्षकों के लिए बीएसईबी मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप पर छात्रों को पढ़ाई और परीक्षा से जुड़ी हर जानकारी मिल जाएगी। मैट्रिक और इंटरमीडिएट के छात्र इस ऐप की मदद से सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए एक ऐप लॉन्च किया गया है।मैट्रिक व इंटर के परीक्षार्थियों व शिक्षकों की सुविधा के लिए ‘बीएसईबी मोबाइल एप’ लांच किया गया है। शिक्षकों के लिए भी उपयोगी होगा एप बीएसईबी मोबाइल एप इसके जरिए मैट्रिक और इंटरमीडिएट के लाखों परीक्षार्थी अपना फाइनल एडमिट कार्ड, डमी एडमिट कार्ड, रजिस्ट्रेशन कार्ड, ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म और अन्य जानकारी देख सकते हैं।इस एप के माध्यम से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की परीक्षाओं में मूल्यांकन कार्य करने वाले सभी शिक्षकों को उनके ज्वाइनिंग लेटर आदि की जानकारी भी मोबाइल एप के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। यूनिक आईडी से होगी छात्रों की पहचान अब सभी छात्रों को एक यूनिक आईडी नंबर दिया गया है। यूनिक आईडी से छात्रों की पहचान होगी व छात्र एप पर अपने प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेज भी देख सकते हैं।