मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हराज गांव से विवाहिता लापता हो गयी है। उसका नाम निधि कुमारी है। विवाहिता के पिता चिरैया थाना क्षेत्र के सरौगढ़ गांव के राजेश्वर राय ने थाने में आवेदन देकर दहेज के लिये मारपीट कर जख्मी करने और कहीं छिपा देने का आरोप पति व ससुर पर लगाया है। मुफस्सिल पुलिस मामले की जांच कर रही है। राजेश्वर राय ने थाने में दिये आवेदन में कहा है कि छह वर्ष पूर्व पुत्री की शादी हराज गांव के समल यादव के साथ की थी।

रक्सौल अनुमंडल के दरपा थाना अंतर्गत बखतौरा गांव के चर्चित अमीषा कुमारी हत्याकांड का हत्यारा उसका पिता किशोरी प्रसाद निकला। यह खुलासा रविवार को रक्सौल डीएसपी धीरेन्द्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। श्री कुमार ने बताया कि पिछले 19 मई को सुबह बखतौरा गांव निवासी किशोरी प्रसाद की18 वर्षीय पुत्री अमीषा का शव घर के पिछवाड़ा मुन्ना कुशवाहा के शौचालय के समीप फेंक दिया गया था। शव बरामदगी के बाद मृतका के पिता किशोरी साह के फर्दबयान पर अज्ञात के विरुद्ध दरपा थाना में एक हत्या का केस दर्ज किया गया था।

बच्चों में नेतृत्व क्षमता, पर्यावरण संरक्षण और जीवन कौशल बढ़ाने के लिए सरकारी स्कूलों में अब यूथ क्लब और ईको क्लब का गठन होगा। इसकी कक्षाएं भी चलेंगी। क्लब को बच्चे ही तैयार और संचालित करेंगे। इसमें राज्य के प्राथमिक, प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के 72 हजार से अधिक स्कूल शामिल होंगे। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत यूथ क्लब और ईको क्लब का गठन किया जाएगा। इसमें कक्षा एक से 12वीं तक स्कूल को शामिल किया गया है। यह जुलाई में शुरू होगा। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा सभी जिला शिक्षा कार्यालय को सूचित किया गया है। प्रत्येक महीने दो कक्षाएं यूथ और ईको क्लब के लिए होगा। इसमें बच्चों से सुझाव लिए जाएंगे। यूथ और ईको क्लब द्वारा गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। हर गतिविधि की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी होगी। इसे दिसंबर में राज्य कार्यालय में भेजना होगा। इससे पहले स्कूल स्तर पर वार्षिक कैलेंडर तैयार किया जाएगा। कैलेंडर के अनुसार गतिविधियां करवाई जाएगी। बेहतर करने वाले क्लब पुरस्कृत होंगे। इसके अंतर्गत होने वाली गतिविधियां एक भारत-श्रेष्ठ भारत, रंगोत्सव, कला उत्सव, बैगलेस सुरक्षित शनिवार, बाल संसद पर आधारित होगी। प्रत्येक क्लब में 20-20 विद्यार्थी दोनों क्लब में स्कूल के एक शिक्षक नोडल रहेंगे। वहीं क्लब में 20-20 सदस्य होंगे। इसमें दस छात्र और दस छात्राएं शामिल हैं। इसमें एक अध्यक्ष और एक सचिव बनाए जाएंगे। चयनित अध्यक्ष द्वारा क्लब की गतिविधियां का नेतृत्व किया जाएगा। वहीं सचिव द्वारा बजट तैयार किया जाएगा।

राज्य के विश्वविद्यालयों में आपदा की पढ़ाई शुरू करने से पहले मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे। यही मास्टर ट्रेनर विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षकों को भी प्रशिक्षित करेंगे। यही विश्वविद्यालयों में आपदा कोर्स के शिक्षक होंगे। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इसके लिए राज्य के सभी विश्वविद्यालयों से दो-दो मास्टर ट्रेनर के नाम मांगे हैं। कई विश्वविद्यालयों ने नाम भेज दिए हैं। अन्य विश्वविद्यालयों से भी मास्टर ट्रेनर के नाम जल्द भेजने को कहा गया है। मास्टर ट्रेनर अपने विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि भूगोल, भूगर्भशास्त्रत्त् और आपदा राहत कार्य से संबंधित विषय के विशेषज्ञों को प्रशिक्षित करने में प्राथमिकता दें। यूजीसी के निर्देश के बाद शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों में इसी सत्र से आपदा की पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया था। पटना में राज्य स्तरीय कार्यशाला भी हुई। इसी के बाद सभी विश्वविद्यालयों के लिए सिलेबस तैयार करने का काम चल रहा है। अभी सर्टिफिकेट, फाउंडेशन व पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू किए जाएंगे। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि मॉडल सिलेबस के हिसाब से सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने में बाधा नहीं है। इसलिए वर्तमान सत्र से सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जा सकता है। यूजीसी ने मॉडल सिलेबस तैयार कर भेजा है। इसमें स्थानीय जरूरतों के हिसाब से बदलाव किया जाना है। उत्तर बिहार के जिले बाढ़ और दक्षिण बिहार के जिले सुखाड़ से प्रभावित हैं। भूकंप के दृष्टिकोण से भी कई जिले संवेदनशील हैं। ओलावृष्टि, भारी बारिश और अन्य आपदा से भी जानमाल की क्षति होती है। इसलिए संबंधित क्षेत्र के विश्वविद्यालयों में उसी के अनुसार सिलेबस तैयार करने का काम चल रहा है। सिलेबस तैयार होने व शिक्षकों के प्रशिक्षित होने के बाद आपदा की पढ़ाई शुरू होगी।

जिले में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की गति धीमी है। ब्रेडा के तत्वावधान में एजेंसी के माध्यम से पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लगाने का कार्य शुरू है। जिले के सभी 396 पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाया जाना है। लेकिन इस योजना का कार्य धीमा होने से अबतक जिले के मात्र 15 पंचायतों में मात्र 720 सोलर स्ट्रीट लगाए जा गये हैं। प्रति सोलर लाइट 30 हजार 669 रुपये की दर से बिजली पोल पर लगाया जा रहा है। अबतक लगाए गये सोलर स्ट्रीट लाइट पर 2 करोड़ 20 लाख 81 हजार 680 रुपये खर्च किये गये हैं। इन पंचायतों में लगाए गये हैं 550 सोलर स्ट्रीट लाइट जिले के 14 पंचायतों में प्रति पंचायत 40-40 सोलर स्ट्रीट लाइट लगाए गये हैं। इसमें चकिया प्रखंड के महुआवा, जमुनिया,हरदियाबाद,

बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण जिला से राजेश मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सालों भर सड़क पर जलजमाव से गुजरना पड़ता है। बिना बरसात के ही यहां सड़क पानी से जलमग्न है। हल्की बारिश होने पर ही पूरे सड़क पर डेढ़ से दो फीट पानी का जमाव हो जाता है।वार्ड 12 व 16 को जोड़ती है सड़क जमला रोड की यह महत्वपूर्ण सड़क वार्ड 12 व 16 को जोड़ती है। धर्मसमाज चौक से जाने पर बायीं ओर वार्ड 16 व दायीं ओर वार्ड 12 है। इसी सड़क पर एलआईसी का कार्यालय व एक रिसॉर्ट भी स्थित है। साथ ही यह एनएच को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग भी है। जिससे होकर प्रतिदिन सैकड़ों लोग आते-जाते हैं। जिन्हें जलजमाव से होकर आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़क पर नाले के पानी का निकासी नहीं होने के कारण सड़क पर नाले के पानी बह रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार पूर्व में यहां का पानी एनएच किनारे खाली जमीन में बहता था। धीरे-धीरे खाली जगह पर नये-नये मकान बनते गये। जिससे पानी का बहाव पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। जो नाला बना वह कई जगह पर जाम पड़ा है।

सीमा सुरक्षा को लेकर एसएसबी के अधिकारियों के साथ मुजफ्फरपुर मुख्यालय के उपमहानिरीक्षक के रंजीत ने पीपराकोठी कैम्प में बैठक की। अध्यक्षता उप महानिरीक्षक ने की। इस बैठक में भारत-नेपाल सीमा से जुड़े भिन्न-भिन्न बिन्दुओं सीमा प्रबंधन, सीमा सुरक्षा, अवैध तस्करी की रोकथाम, सीमा पर अतिक्रमण की रोकथाम इत्यादि पर विस्तृत चर्चा किया गया ’ इस बैठक में स्थानीय जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक कान्तेश मिश्रा, डिप्टी कमिश्नर रोहित खरे, डीसीआईओ गुंजन सिन्हा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सिकरहना, अनुमंडल पदाधिकारी मोतिहारी सदर, 48 बटालियन मधुबनी से, 51 बटालियन सीतामढ़ी से उप कमांडेंट एनजी सुनील कुमार, 20 बटालियन सीतामढ़ी-2 से मृत्युंजय श्रीवास्तव, मोतिहारी रेल पुलिस, रेंज ऑफिसर मोतिहारी इसके आलावे अन्य विभाग के अधिकारी थे।

सदर अस्पताल में 0 से 5 साल तक के मूक- बधिर बच्चों की जांच के लिए मंगलवार को मेडिकल कैंप लगाया गया। इस कैम्प में 33 बच्चों की जांच डॉ एस एन मेहरोत्रा फाउंडेशन कानपुर के द्वारा की गयी है। पिपराकोठी, कोटवा, फेनहरा,मधुबन, चकिया, तेतरिया, मेहसी, घोड़ासहन, मोतिहारी सदर सहित कई प्रखंडों के बच्चे आरबी एसके टीम के सहयोग से जांच के लिए आए। मौके पर सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार व एसीएमओ डॉ रंजीत राय ने बताया कि जिले के ईएनटी चिकित्सकों की टीम के द्वारा बच्चों की स्क्रीनिंग करके चिह्नित किया जायेगा। इसके बाद बच्चों को मुफ्त इलाज भी मुहैया कराया जायेगा। पहले भी मूक बधिर बच्चों का कराया गया है ऑपरेशन आरबीएसके जिला समन्वयक डॉ मनीष कुमार ने बताया कि बिहार में सबसे पहले जिले के रामगढ़वा प्रखंड के अहिरौलिया गांव के मुर्गिया टोला (वार्ड संख्या (1) निवासी असहाब आलम के छह वर्षीय पुत्र अब्दुल रहमान का पटना एम्स में ऑपरेशन हुआ था। उन्होंने बताया कि अब बिहार सरकार के द्वारा कॉक्लियर इम्प्लांट के लिए बच्चों को डॉ एस एन मेहरोत्रा फाउंडेशन कानपुर भेजा जाएगा। डॉ कुमार ने बताया कि एक बच्चे के इलाज में लगभग 7 लाख रुपए का खर्च आता है, जो बिहार सरकार द्वारा वहन किया जाता है। उन्होंने बताया कि जन्म के बाद कुछ बच्चे पूर्णत बहरे होते हैं। जिसके कारण उन्हें कुछ सुनाई नहीं देता और बाद में वे गूंगे भी हो जाते हैं।

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मधुबनीघाट के समीप बूढ़ी गंडक नदी में डूबने से केवट महाराज 05 की डूबने से मौत हो गयी। उसके पिता का नाम भोला सहनी है। मृत बालक मधुबनीघाट गांव का ही रहने वाला है। वह नदी किनारे शौच के लिये गया था। इस दौरान उसका पैर फिसल गया और वह नदी में चला गया। डूबने से उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।

स्थानीय थाना क्षेत्र के पचरुखा गांव में चापाकल गाड़ने के क्रम में चापाकल का लोहे का पाईप ग्यारह हजार वोल्ट के तार से टकराने से हुए विद्युत स्पर्शाघात से मौके पर ही शेख अमरुल्लाह(55) की मौत सोमवार को हो गई । मृतक पचरुखा ग्राम के गोबरी, कुड़िया टोला का निवासी है।