मलाही थाना क्षेत्र के ममरखा टोला भैया पंचायत वार्ड-4 में आग में झुलसने से गंभीर रूप से जख्मी एक किशोरी की मौत इलाज के दौरान हो गयी। मृतका ममरखा गांव के ही नगीना राम की पुत्री रीता कुमारी(15) थी। ममरखा टोला भैया पंचायत के वार्ड चार में गुरुवार को आग लगी थी। आग लगने के बाद घर से समान को बाहर निकालने के दौरान उक्त किशोरी आग के लपटों में फंसकर झुलस गयी।

हरसिद्धि बाजार के समीप रहने वाले सुनील कुमार (50) की मौत शुक्रवार को विद्युत स्पर्शाघात से हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक सुनील कुमार श्रीवास्तव स्नान करके अपने पूजा घर में पूजा करने गए तो देखा कि घर में लाइट नहीं जल रही है। वे इनवर्टर का पलक निकालकर देखने लगे। देखने के क्रम में उनके हाथ में करंट लग गया और उसी जगह गिर पड़े, कुछ देर बाद उनकी पत्नी रीता देवी जब पूजा घर में गई तो देखी कि उनके पति गिरे पड़े हुए हैं तो वह अगल-बगल के लोगों को बुलाई । उनको उठा कर हॉस्पिटल ले गए,जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

वर्षों से बंद पड़े सरकारी नलकूप जल्द चालू होंगे। बंद नलकूपों को चालू कराने के लिए पंचायत के मुखियों ने हाथ बढ़ाया है। जिन पंचायतों में राशि उपलब्ध हो चुकी है वहां नलकूपों को चालू कराने की पहल शुरू हो चुकी है। मधुबन ब्लॉक में जले ट्रांसफॉर्मर बदले गए हैं। मोटर पंप स्टार्टर नया लगाया गया है। इसके अलावा अन्य कई पंचायतों में नलकूपों को चालू कराने की कवायद शुरू की गई है। उधर, लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता ई.मिथिलेश कुमार ने बताया कि बंद नलकूपों को चालू कराने की पहल शुरू की गई है। बीडीओ को पत्र भेजा गया है। सभी ब्लॉक में जल्द ही मुखिया, पंचायत सचिव, लघु जल संसाधन विभाग व बिजली विभाग के कनीय अभियंता के साथ बैठक करने का अनुरोध किया गया है। बताया कि 118 नलकूपों को प्रथम किस्त में 78 लाख व 32 नलकूपों के लिए 66.15 लाख रुपए द्वितीय किस्त में दिये गए हैं। डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि इस संबंध में लघु जल संसाधन विभाग को निर्देश दिया गया है। साथ ही पंचायत के मुखिया के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द बंद नलकूपों को चालू कराने का निर्देश दिया गया है।

मौसम की बेरहमी से खरी़फ सीजन में किसानों का दम निकल रहा है। किसान मौसम की बेरुखी की मार झेल रहे हैं। प्रचंड गर्मी ने खेती बारी को चौपट कर रखा है। चाह कर भी किसान खेती के लिए कुछ कर नहीं पा रहे हैं। लगातार गर्मी का कहर झेल रहे किसानों पर अब आफत के बादल मंडराने लगे हैं। किसानों को फसल बचाने में पसीने छूट रहे हैं। किसान निजी पंपसेट व बोरिंग से सुख रही गन्ना फसल को बचाने की मशक्कत कर रहे हैं। लेकिन गर्मी का तेवर इतना तीव्र है कि किसान फसल को बचाने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। यही हाल हरी सब्जी की है। हरी सब्जियों में रोज पटवन करना किसानों के बूते के बाहर हो रहा है। जिससे किसान मायूस दिख रहे हैं। सबसे बुरा हाल तो धान के बिचड़े की तैयारी की है। अभी तक महज 25 से 30 प्रतिशत ही धान का बीज किसान गिराए हैं। बाकी किसान बारिश के इंतजार में हैं। मानसून भी दगा दे रहा है । जिससे किसानों का कुछ वश नहीं चल रहा है। बारिश नहीं होने से खरीफ खेती पिछड़ने के आसार दिखने लगे हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में इस वर्ष 1.83 लाख हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य है। इधर जिला कृषि पदाधिकारी चंद्र देव प्रसाद ने बताया कि मौसम की बेरुखी से धान के बिचड़े तैयार करने में किसानों को परेशानी हो रही है।

  एक सौ की आबादी वाले टोले व कस्बे को शीघ्र पक्की सड़क से जोड़ा जाएगा। इसका निर्माण मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष) के तहत किया जाएगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। ग्रामीण कार्य विभाग ने इसके लिए वैसे टोले व कस्बे को चिन्हित कर उसे पक्की सड़क से जोड़ने के लिए डीपीआर बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। कुछ सड़कों का डीपीआर बनाकर स्वीकृति के लिए विभाग को भेजा गया था। जिसकी स्वीकृति भी मिल गई है। वहीं कुछ का डीपीआर बनाने की करवाई जारी है। शीघ्र टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य भी आरंभ करा दिया जाएगा। इसके निर्माण होने से जहां एक ओर छूटे हुए बसावट भी पक्की सड़क से जुड़ जाएंगे। वहीं सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को प्रखंड व अनुमंडल मुख्यालय आने जाने में सहूलियत होगी। किन सड़कों का होना है निर्माण छूटे हुए जिस टोले व कस्बे की आबादी करीब एक सौ के आसपास है। उस टोले व कस्बे में अबतक पक्की सड़क नहीं है। उन टोले व कस्बे में इस योजना के तहत पक्की सड़क का निर्माण किया जाना है। डिवीजन में दो फेज में 86 सड़कों का होना है निर्माण रक्सौल डिवीजन में दो फेज में 101.04 किलोमीटर 86 सड़कों का निर्माण किया जाना है। इनमें आदापुर अंचल में 12.31 किलोमीटर 11 सड़कों, छौडादानों में 21.9 किलोमीटर 15 सड़कों, रामगढ़वा में 27.38 किलोमीटर 29 सड़कों तथा रक्सौल में 39.45 किलोमीटर 31 सड़कें शामिल है। प्रथम फेज में 49 सड़कों का होगा निर्माण रक्सौल डिवीजन में प्रथम फेज में 51.37 किलोमीटर 49 सड़कों का निर्माण किया जाना है। इनमें आदापुर अंचल में 6.94 किलोमीटर 7 सड़कें, छौडादानों अंचल में 9.75 किलोमीटर 7 सड़कें, रामगढ़वा अंचल में 6.88 किलोमीटर 12 सड़कें तथा रक्सौल अंचल में 27.8 किलोमीटर 23 सड़कें शामिल है।

आर्य कन्या प्राइमरी स्कूल नया टोला में कार्यरत शिक्षिका का नाम पटना के ही एक अन्य निजी स्कूल में भी है। जबकि वह निजी स्कूल छोड़ चुकी है। यू-डायस में जब शिक्षकों का ब्योरा भरवाया गया तो उनका नाम दो स्कूलों में पाया गया। यही स्थिति केंद्रीय विद्यालय कंकड़बाग में कार्यरत एक शिक्षक की भी है। केंद्रीय विद्यालय के साथ ही दूसरे निजी स्कूल के शिक्षक की सूची में भी उनका नाम मिला। राज्यभर में कुल 15,200 ऐसे शिक्षकों की पहचान हुई है। दरअसल यह निजी स्कूल का खेल है जो स्कूल छोड़ चुके शिक्षकों का नाम सूची से हटाते नहीं है। इससे शिक्षकों की कम संख्या को चालाकी से छुपाने की कोशिश की जाती है। बता दें कि यू-डायस पोर्टल पर सरकारी के साथ सभी निजी स्कूलों को तीन कॉलम भरने हैं। इसमें स्कूल की मूलभूत जानकारी के साथ शिक्षक और नामांकित छात्र-छात्राओं की जानकारी देनी है। जब शिक्षकों की जानकारी दी गयी तो कागज पर एक शिक्षक दो-दो स्कूलों में कार्यरत मिले। यह शिक्षक के आधार नंबर पर पकड़ में आया है। सबसे ज्यादा पटना जिला में सात सौ से अधिक ऐसे मामले सामने आए

पूर्वी चंपारण सहित प्रदेश के 14 जिलों में शुक्रवार के लिए मौसम विभाग ने लू का रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। 2023 में पहली बार लू को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील मौसम विभाग ने की है।मौसम विभाग ने प्रदेश के 5 जिलों में रेड, 6 में ऑरेंज और 3 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अगले 3 दिनों तक राज्य में तामपान में गिरावट की संभावना नहीं है। इसके बाद अधिकतम तापमान दो से तीन डिग्री तक गिरेगा। अगले 3 से 4 दिनों तक राज्य में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल नहीं हैं। बिहार में मानसून के कमजोर पड़ने के कारण गर्मी अपना असर दिखा रही है। सोमवार से ही बिहार के किशनगंज और फारबिसगंज के पास मानसून स्थिर बना हुआ है। गुरुवार को पटना सहित 17 जिलों में भीषण उष्ण लहर और उष्ण लहर का प्रकोप रहा। राज्य के 22 जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि, जबकि 7 जिलों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश का सबसे गर्म जिला 44.2 डिग्री सेल्सियस के साथ शेखपुरा रहा।

पुलिस ने चार थाना क्षेत्रों से हत्या, लूट, रंगदारी व सोशल मीडिया पर अवैध हथियार के साथ फोटो वायरल करने के मामले में दस बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। मुफस्सिल मेंअवैध संबंध को छिपाने को लेकर भाभी ने प्रेमी के

इस भीषण गर्मी पर तीखी धूप में एईएस का केस बढ़ने लगा है। बुधवार को तीन नए केस मिले हैं जिनका इलाज मुजफ्फरपुर में चल रहा है। इसी के साथ जिला में 9 एईएस के केस बच्चे में मिल गया है।मिली जानकारी के अनुसार, प्रभावित गांव में मेडिकल टीम को भेजा गया है। टीम यह पता लगायेगी कि कोई और बच्चा तो तेज बुखार या चमकी बुखार से ग्रसित तो नहीं है। टीम अभी अपनी रिपोर्ट सिविल सर्जन को नहीं सौंपी है।इधर, सिविल सर्जन ने चमकी बुखार से लेकर डेंगू तक के रोक धाम के लिए शहर के नाले व जल जमाव वाले इलाके की सा़फ सफाई रखने , शहर में चौक चौराहे पर शीतल शुद्ध पेय जल की व्यवस्था रखने व शहर में फॉगिंग की व्यवस्था रखने के लिए पत्र लिखा है।डीआईओ डॉ शरद चन्द्र शर्मा ने बताया कि एईएस प्रभावित गांव में चौपाल लगा कर इस बीमारी से बचाव कोजानकारी देने का निर्देश सभी चिकित्सा अधिकारी को दिया गया है। भीषण गर्मी से बचाव के लिए सलाह दी गयी है। एईएस से प्रभावित प्रखंडों में मेहसी, केसरिया, तेतरिया, मोतिहारी, चकिया, आदापुर व चिरैया है।

मधुबन से गुजरने वाली एनएच 104 पर बुधवार की देर संध्या अज्ञात चार पहिया वाहन द्वारा कुचल दिए जाने से एक किशोर की मौत इलाज के क्रम में मुजफ्फरपुर में हो गयी है। घटना बिसुनपुरतारा ग्राम के पास की है। मृत किशोर छोटा हरदिया ग्राम के अरूण राय का इकलौता पुत्र छोटू कुमार (14)था।