बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण जिले के सुगौली से अमरूल आलम ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गांव में जीविका दीदियों द्वारा मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन कर मतदाताओं को जागरूक किया गया।

बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण जिले के सुगौली से अमरूल आलम ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ट्रक की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, छपुआ की ओर से रफसौल की ओर जा रहे एक ट्रक ने व्यक्ति को ठोकर मार दी।घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाया गया ,जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।मृतक की पहचान 35 वर्षीय शैलेश तिवारी पुत्र चंद्र भूषण तिवारी निवासी पचन नगर पंचायत क्षेत्र कुरुमतोरा के रूप में हुई है।

बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण जिले के सुगौली से अमरूल आलम ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गर्मी से लोग परेशान हैं।बिहार के अधिकांश क्षेत्र गर्मी की चपेट में हैं। इस भीषण गर्मी में कूलर और पंखे भी काम नहीं कर रहे हैं। मौसम विभाग लगातार अलर्ट जारी कर रहा है । मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 2 मई तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

निजी जमीन पर घर बनाने से रोकने को लेकर हुए हिंसक विवाद में चार व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। इस मामले में शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। मामला थाना क्षेत्र के बनझूला ग्राम की है जिसे लेकर राजू हुसैन ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि निजी जमीन पर गांव के आबिद हुसैन, सिकंदर अंसारी, रोज मोहम्मद उर्फ पोल अंसारी, अंजली अंसारी तथा खुर्शीद अंसारी हरवा हथियार से लैस होकर जबरन घर बनाने लगे । ऐसा करने से मना करने पर वे टूट पड़े और तेज हथियार से सर पर जानलेवा प्रहार कर जख्मी कर दिया। उनको बचाने आए उनके परिजनों को भी मारपीट कर गम्भीर रुप से घायल कर दिया गया । घायलों में जाकिर हुसैन हक,नुरुल हक,व अंजुम आरा शामिल हैं जिनमें जाकिर हुसैन का कान कट गया है।। प्राथमिकी में पॉकेट में रखे 5000 रुपये छीन लेने का आरोप भी लगाया गया है। थानाध्यक्ष शम्भु मांझी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

जिले में प्रचंड गर्मी का असर भू गर्भीय जलस्तर पर पड़ा है। बारिश नहीं होने से अप्रैल माह में ही जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। यह खुलासा पीएचईडी मोतिहारी के द्वारा जलस्तर की पैमाईश के बाद हुआ है। मोतिहारी ब्लॉक क्षेत्र में चार पांच जगह सरकारी हैंड पंप के जलस्तर की जांच की गई। इसमें सर्वाधिक 19 फीट तक भू गर्भीय जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। जबकि सबसे कम संग्रामपुर ब्लॉक में 8.8 फीट जलस्तर में कमी पाई गई है। पीएचईडी के अनुसार यदि प्रचंड गर्मी का सिलसिला जारी रहा तो जून जुलाई में भू गर्भीय जलस्तर में 2 से 3 फीट तक गिरावट आ सकती है। हालांकि विगत जुलाई माह में मोतिहारी में 19.5 फीट तक जलस्तर नीचे चला गया था। जिससे कई इलाकों में हैंड पंप के सूखने की शिकायत विभाग को मिली थी। लेकिन अभी तक पीएचईडी मोतिहारी अंतर्गत हैंड पंप सूखने की सूचना विभाग को नहीं मिली है। पीएचईडी मोतिहारी अंतर्गत 14 ब्लॉक में हुई जांच पीएचईडी मोतिहारी अंतर्गत 14 ब्लॉक में भू गर्भीय जलस्तर की जांच की गई। इसमें केसरिया में 11.2 फीट, बंजरिया 12.7 फीट, कोटवा 15.7 फीट, पहाड़पुर 15.9 फीट, अरेराज 10.1 फीट, कल्याणपुर 13.6 फीट, हरसिद्धि 12.2 फीट, तुरकौलिया 13.4 फीट, रक्सौल 15.4 फीट, रामगढ़वा 15.4 फीट, पिपरा कोठी 15.8 फीट व सुगौली ब्लॉक में 14 फीट तक भू गर्भीय जलस्तर में गिरावट आई है। विभाग के अनुसार 22 से 25 फीट तक भू गर्भीय जलस्तर में गिरावट आने पर हैंडपंप सूखने लगते हैं। पर आगामी दिनों में प्रचंड गर्मी पड़ने व बरसात नहीं होने पर भू गर्भीय जलस्तर नीचे जा सकता है। इससे हैंड पंप सूखने की समस्या खड़ी हो सकती है। भू गर्भीय जलस्तर की पैमाईश को लेकर विभागीय स्तर पर टीम गठित की गई थी। इसमें तीन जेई शामिल थे। इसके अलावा विभाग के वरीय अधिकारी भी निरीक्षण किए थे । इस प्रमंडल अंतर्गत भू गर्भीय जलस्तर की जांच की गई है। इस रिपोर्ट को सरकार को भेजी जाएगी।