बिहार राज्य के जमुई जिला अंतर्गत गिद्धौर प्रखंड के रतनपुर पंचायत एवं कोल्हूआ पंचायत में चेन्नई से आए हुए ग्रामवाणी के सात सदस्यीय टीम द्वारा गांव में जाकर बैठक की गई। पहले भी जमुई गिद्धौर में मोबाइल वाणी का बहुत प्रभाव रहा है। बैठक में सदस्यों द्वारा वहां के लोगों से मोबाइल वाणी का उनके जीवन में क्या प्रभाव रहा है इसकी चर्चा की। जिसमे लोगों ने बताया कि वह जबसे मोबाइल वाणी से जुड़े है , तबसे मजदूरी बढ़ाई गई है एवं बीड़ी कार्ड के लिए आवेदन भी किया गया है। कई बीड़ी श्रमिकों का बीड़ी कार्ड भी उपलब्ध करा दिया गया है। इसके अलावा मोबाइल वाणी के माध्यम से सरकार दवारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का घर बैठे ही लोगों को जानकारी मिल पा रहा है। जिससे उनके जीवन में बदलाव आ रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि मोबाइल वाणी का उनके जीवन में बहुत प्रभाव पड़ा है। वह चाहते है कि मोबाइल वाणी का कार्यक्रम चलता रहे। ग्रामीण मोबाइल वाणी के कार्य से खुश है और सहराना करते है।
दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं?आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?
हमारे देश में हर एक दिन की अपनी खास बात और महत्व है। जहां एक दिन किसी दिन को हम किसी की जयंती के रूप में मनाते हैं, तो किसी दिन को बेहद ही खुशी से। इसी कड़ी में 24 अप्रैल का दिन भी बेहद खास है।इस दिन पंचायतो में विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है जो पंचायत की उपलब्धियों और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में उनके योगदान को उजागर करते हैं। यह दिन 17 जून 1992 को संविधान में 73वें संशोधन के पारित होने और 24 अप्रैल 1993 को कानून लागू होने की याद में मनाया जाता है। पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है अगर देश में किसी गांव में कोई दिक्कत है या उस गांव की हालत खराब है, तो उस गांव की इस समस्या को दूर करने और उसे सशक्त एवं विकसित बनाने के लिए ग्राम पंचायत ही उचित कदम उठाती है। तो आइये दोस्तों ,इस राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर हम सभी पंचायत के नियमों का पालन करे और पंचायती राज व्यवस्था का हिस्सा बन कर पंचायत के विकास में योगदान दे । मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की और से आप सभी को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
बिहार राज्य के जमुई जिले के रजौन पंचायत भवन निर्माण कार्य को लेकर BDO दिया ज्ञापन,सोनो प्रखण्ड अंतर्गत रजौन पंचायत के पंचायत भवन निर्माण को लेकर वर्षो से कार्य बाधित है, जिसको लेकर राजद युवा नैता महेश कुमार दास, प्रखंड युवा अध्यक्ष सेवक यादव, पुर्व मुखिया प्रतिनिधि निरपत साह के आलावे, सेकडो ग्रामीण प्रखण्ड विकास पदाधिकरी मो मोइनुद्दीन को लिखित आवेदन पत्र देकर पंचायत भवन निर्माण कार्य शुरू करने को लेकर गुहार लगाएं हैं बतादे की पंचायती राज्य विभाग बिहार सरकार का आदेश है कि रजौन पंचायत भवन रजौन में ही बनना है, जिसका पत्रांक स 3, , ज्ञापन स 964 है,जिसका खाता न 283, खसरा 85, रकवा 50डी 0, जबकि प्रकालन राशि 1करोड़ 3लाख 50हज़ार रुपय का भवन निर्माण होना है ! वर्तमान मुखिया पर पैसे निकासी करने का आरोप है और पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अलाउद्दीन अंसारी पर आरोप लगाए गए हैं कि मनमानी गांव में भवन निर्माण कार्य कराना चाहते हैं जिससे लेकर आज बीडीओ को एक लिखित आवेदन देकर ग्रामीणों ने रजौन पंचायत भवन निर्माण की माग की सोनो प्रखण्ड के बीडीओ मो मोइनुद्दीन ने आसवाश देते हुए कहा कि जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा
बिहार राज्य के जमुई जिले के साहसी जिलाधिकारी राकेश कुमार सोनो प्रखंड के लालीलेवाड और छुछ नारिया पंचायत के मरियम पहाड़ी, समेत कई नक्सल प्रभावित गांवों का भ्रमण किया और वहां विद्यालय , आंगनवाड़ी केंद्र आदि का निरीक्षण किया और ग्रामीणों की कई समस्याओं को जाना। उन्होंने मौके पर उन्हें इन ज्वलंत समस्याओं का विधि सम्मत ढंग से समाधान किए जाने का भरोसा दिलाया। डीएम को देखकर ग्रामीण मुदित नजर आए।अंकित करने वाली बात है कि नक्सल प्रभावित जमुई जिला का कुछ इलाका ऐसा है जहां नक्सलियों की काफी गढ़ मानी जाती है। उन्ही में से एक है मरियम पहाड़ी। एक लंबे अरसे बाद जिले के अंतिम छोर पर बसे इस सुदरवर्ती नक्सल प्रभावित गांव में जिला प्रशासन खुद चल कर पहुंचा। वहां नक्सलियों की दहशत इतनी है कि विकास के कार्यो को गति देना अंदरूनी इलाकों में प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं। इन सबके बावजूद जिला कलेक्टर राकेश कुमार अपनी टीम के साथ वहां पहुंच कर ग्रामीणों से रूबरू हुए। वे अपने दौरे के क्रम में कई गांवों के लोगों से सीधा संवाद किया साथ ही उनकी परेशानियों को जाना और उन्हें इसके निदान किए जाने का भरोसा दिलाया। ग्रामीणों की मांग और जरूरतों के अनुरूप राशन कार्ड , आवास , पेयजल , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण , सामाजिक सुरक्षा पेंशन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने का ऐलान किया। उन्होंने मौके पर हाड़ कंपाने वाली ठंड के मद्देनजर वृद्ध एवं लाचार व्यक्तियों के बीच कंबल का वितरण किया। डीएम के द्वारा कंबल वितरण किए जाने से ग्रामीण बेहद खुश नजर आए उन्होंने मौके पर कई ग्रामीण महिलाओं को समूह में जमुई आकर उनसे मिलने का भी उन्हें न्यौता दिया। महिलाएं डीएम के मानवीय मूल्यों को देखकर प्रसन्नता से सराबोर हो गईं। एसडीएम अभय कुमार तिवारी , सिविल सर्जन डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप , जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी आर. के. दीपक , प्रखण्ड विकाश पदाधिकरी मो मोइनुद्दीन, अंचल अधिकारी राजेश कुमार, प्रखंड खाद आपूर्ति पदाधिकारी लक्ष्मीकांत कुमार के अलावे जिलास्तर के अधिकांश अधिकारी मौके पर उपस्थित थे।
पोहे गांव के वार्ड नंबर 5 में ग्रामीणों के द्वारा चंदा कर चापाकल का कराया गया मरम्मत कार्य। दो महीने से खराब पड़ा था चापाकल लोगों को पेयजल के लिए हो रही थी परेशानी
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जैसा कि आप सभी को पता ही है की आज हमलोग 2 अक्टूबर यानी कि गाँधी जयंती मना रहे है पर क्या आपको पता है की इसके साथ कुछ और भी मनाया जाता है ,याद आया नहीं'... तो चलिए हम आपको बताते है कि आज गाँधी जयंती मनाने के साथ साथ पंचायतो में ग्राम सभा का भी आयोजन किया जाता है। तो आइये ग्रामसभा के बारे में थोड़ा और जानने की कोशिश करते है। .
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