उत्तरप्रदेश राज्य के मिर्ज़ापुर ज़िला के जमालपुर प्रखंड से 28 वर्षीय रुपेश ,उद्यमी वाणी के माध्यम से कहते है कि ये खेती बाड़ी करते है। इससे अच्छी आमदनी होती है। बस थोड़ी समस्या बारिश के समय होती है।बस पानी की व्यवस्था हो जाएगा तो कोई दिक्कत नहीं होगी

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला मिर्ज़ापुर से हमारे श्रोता ,उद्यमी वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि वह एलोवेरा का खेती करते हैं

उत्तरप्रदेश राज्य के मिर्ज़ापुर ज़िला से 27 वर्षीय मुकेश ,उद्यमी वाणी के माध्यम से कहते है कि ये खेती बाड़ी करते है। मौसम के अनुसार खेती होता है। अगर बरसात समय से नहीं होता है तो पानी की समस्या बनी रहती है। खेती बाड़ी से लाभ नहीं होता है। इनके पास गाय भैंस है। दूध का व्यापार करते है। दूध जल्दी ख़राब हो जाता है इसलिए कभी कभी घाटा भी होता है। बाकि दूध का व्यापार अच्छा चलता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला मिर्ज़ापुर से सागर ,उम्र -37 वर्ष है। उद्यमी वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि वह खेती बाड़ी करते हैं।बीज ,खाद के लिए पैसे की जरूरत है।बैंक से जल्दी पैसा नहीं मिलता है।समय से पैसा मिल जाता है तो अच्छा रहता है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला मिर्ज़ापुर से गोस्वामी,उद्यमी वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि वह खेती बाड़ी करते हैं।मौसम के कारण खेती बाड़ी कभी अच्छा होता है और कभी ख़राब भी हो जाता है।सिंचाई का सुविधा नहीं है।

उत्तरप्रदेश राज्य के मिर्ज़ापुर ज़िला के सीटी प्रखंड से हमारी श्रोता ,उद्यमी वाणी के माध्यम से कहती है कि वो सब्ज़ी की खेती करती है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला मिर्ज़ापुर के मझवा ब्लॉक के गुरेहिं गांव से साधना,उद्यमी वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि वह खेती करती है।उनको संवाददाता रूपा के द्वारा मशरुम की खेती के बारे में जानकारी मिली।उनको मशरुम की खेती के बारे में सुनकर अच्छा लगा

उत्तरप्रदेश राज्य से सुनीता की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से सुशीला देवी से हुई।सुशीला कहती है कि वो खेती बाड़ी करती है।अपना व्यापार करते है

उत्तरप्रदेश राज्य के मिर्ज़ापुर ज़िला के बल्लीपरवा ग्राम से विष्णु प्रसाद ,उद्यमी वाणी के माध्यम से कहते है कि वो खेती करते है। समय समय पर सब्ज़ी उगाते है। व्यापार कर के घर संभाल रहे है

उत्तरप्रदेश राज्य के मिर्ज़ापुर ज़िला के नारायणपुर से रेखा ,उद्यमी वाणी के माध्यम से कहती है कि उद्यमी वाणी की दीदी रूपा द्वारा उद्यमी वाणी और व्यापार की जानकारी मिली।अब ये खेती कर रोजगार कर रही है।एक बीघा में खेती करती है जिससे पचास हज़ार रूपए तक कमाई हो जाती है