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दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत सोनी से हुई सोनी बताती है मैं हुदा बूटी कंपनी में काम करती हूं हमारी फैक्ट्री में लिपस्टिक बनती है हमें 2 महीने से पिएफ नहीं मिल रहा है पीएफ नहीं मिलने की वजह से बहुत ज्यादा समस्या हो रही है जबकि हमें हर महीने हमारा पीएफ कट जाता है मगर फैक्ट्री मालिक द्वारा हमें पीएफ नहीं दिया जा रहा है कृपया हमारी मदद की जाए

सन 2000 से टेक्सटाइल सेक्टर में काम करने वाले मज़दूर साथी बताते हैं कि 2000 से में गुड़गांव में काम कर रहा हूं अब अकेले भी गुजारा होना मुश्किल हो गया है।

गुड़गांव में के खांडसा औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले मज़दूर बताते हैं नोट बंदी और कोरोना के बाद से कोई लाभ नहीं मिला बल्कि महंगाई बहुत बढ़ गई है और सरकार ने खाने पीने की चीज़ों में टैक्स लगा कर मजदूरों की स्थिति को बहुत ही विकट परिस्थितियों में डाल दिया है।

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दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत कुसुम से हुईं कुसुम बताती है कुसुम जी से हुई बातचीत रिटेश प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करने वाली कुसुम बताती हैं के फैक्ट्री में गार्ड की ड्यूटी करती हूं ड्यूटी लगने से पहले हमें बताया गया था 16500 तनक मिलेगी मगर अब हमें तनख्वाह 12500 रुपए मिलती है हमारे साथ धोखाधड़ी फैक्ट्री द्वारा की गई है और हमारा ₹1600 हर महीने पिएफ काटता है हमें पिएफ भी नहीं मिलता है अब हमारे एचआर ने हमसे कह दिया है कि आपको 16500 ही तनक मिलेगी और हमारे खाते में पिएफ भी आ गया है मैं श्रमिक वाणी की शुक्रगुजारों के उन्होंने हमारी मदद की खबर को हमने लोकल व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक कंपनी के एचआर वे मैनेजर को खबर शेर की गई थी

मन की बात करते हैं

सबीर की मन की बात

लोगो की हाल मन से जाना