यह एपिसोड बदलते मौसम और असामान्य बारिश के कारण कृषि क्षेत्र पर पड़ने वाले विभिन्न प्रभावों की व्यापक चर्चा करता है। फसल उत्पादन, मिट्टी की गुणवत्ता, पानी प्रबंधन और किसानों की आजीविका पर पड़ने वाले असर का विस्तृत विवरण दिया गया है। साथ ही, इन चुनौतियों से निपटने के लिए किसानों द्वारा अपनाए जा रहे समाधानों और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला गया है।
यह कार्यक्रम मौसम में आ रहे बदलावों और उनसे हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ने वाले प्रभावों पर केंद्रित है। इसमें बारिश के अनिश्चित पैटर्न से उत्पन्न चुनौतियों और उनके संभावित समाधानों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में यह भी बताया जाएगा कि कैसे ये बदलाव किसानों से लेकर शहरी नागरिकों तक, सभी के जीवन को प्रभावित कर रहे हैं। आपने और आपके आसपास के लोगों ने बदलते बारिश के पैटर्न के बारे में क्या अनुभव किया है? क्या आपको या आपके जानने वालों को इससे कोई चुनौती झेलनी पड़ी है?
बिहार राज्य के जमुई जिला के पोस्टऑफिस नवादी, थाना चन्द्रमण्डी , मेलानी से सरोज दास ,श्रमिक वाणी के माध्यम से कह रहे है कि मोबाइल वाणी में किसान क्रेडिट कार्ड के तहत मिलने वाले लोन की जानकारी दी जा रही है। लेकिन जब इस सुविधा को लेने बैंक जाते है तो वहां केवाईसी माँगा जाता है। कहा जाता है की केवाईसी के बिना सुविधा नहीं मिलेगा। साथ ही कह रहे है कि सुखाड़ होने के कारण काफी समस्या हो रही है, अगर बीज के लिए भी पैसे मिल जाते तो अच्छा होता
उत्तरप्रदेश राज्य के बाँदा ज़िला से खेम सिंह ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि प[एड पौधों को अधिक मात्रा में लगा कर पर्यावरण बचाना चाहिए। क्योंकि पेड़ काटने के कारण बारिश नहीं हो रहा है ,सुखाड़ पड़ रहे है । पेड़ों के नहीं रहने से शुद्ध हवा भी नहीं मिल रहा है। इसीलिए वृक्षारोपण पर अधिक ध्यान देना चाहिए
मानेसर से शंकर पाल श्रमिक वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहें हैं कि, झारखण्ड राज्य के पलामू में बारिश नहीं होने के कारण धान की खेती को नुक्सान हो रहा है
हमारे श्रोता तेज़ प्रताप , श्रमिक वाणी के माध्यम से कहते है कि सभी लोग किसान पर निर्भर है। अगर किसान किसानी नहीं करेंगे तो लोगों को खाद्य पदार्थ नहीं मिल पाएगा। लेकिन बारिश नहीं होने के कारण किसान परेशान है। खेत सूखे की चपेट में आ चुके है
शूरवीर, औरंगाबाद महाराष्ट्र से शुभम साझामंच के माध्यम से बोल रहें हैं की पिछले पंद्रह दिनों से हमारे गांव में बारिश नहीं हुई है तथा कोरोना भी बढ़ने लगा है.
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