ये साझा मंच मोबाईल वाणी की सम्वाददाता मीना कुमारी तिरपुर, तमिलनाडु से साझा मंच मोबाईल वाणी को बता रही हैं कि कल रात काम से वापस लौटते समय लगभग साढ़े दस बजे इनके ऑटो के आगे चल रही एक बाइक अचानक ढलान पर गिर गयी और बच्चे के रोने की आवाज़ आयी। उस तरफ़ लाइट जलाकर देखने पर एक बच्ची और उसके पिता कँटीली झाड़ियों में गिरे हुए दिखे। उनको वहाँ से बाहर निकालने पर बच्ची, जिसकी उम्र सात साल थी, उसके पिताजी नशे में दिखे। पूछने पर पता चला कि पुलिस के डर से वे बच्ची को लेकर शराब लेने गए थे, ताकि पुलिस के पूछने पर दवा लेने जाने का बहाना कर बच सकें। ये सभी श्रोताओं से निवेदन कर रही हैं कि अपने नशे या किसी अन्य स्वार्थ के लिए अपनी बच्चियों को लेकर देर रात में ना घूमें, अन्यथा कोई भी अनहोनी हो सकती है।

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झारखंड के सिकंदर कुमार साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से सिरोड रेलवे स्टेशन रोड पर बाबूलिटी से बात कर बता रहे हैं कि यहाँ काम-धंधा न होने और गाँव पर खेती का समय होने के कारण घर जाना चाहते हैं। काम शुरू होने के बाद दुबारा वापस आएँगे।

एक श्रोता साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि लॉक डाउन में घर जाने पर इन्हें चौदह दिन स्कूल में क्वारंटीन रखा गया था, जहाँ खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था थी। लॉक डाउन की अवधि का लगभग पाँच हज़ार रुपया अभी कम्पनी में फँसा हुआ है। खाने-पीने और किराया देने की परेशानी के कारण वापस घर चले आए। काम शुरू होने और गाड़ियाँ चलनी शुरू होने पर वापस आएँगे। गाँव में कोई काम नहीं होने से वापस आना मजबूरी है।

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तिरपुर से पूजा साझा मंच मोबाईल वाणी की सम्वाददाता से बात कर बता रही हैं कि इनकी सारी जमापूँजी लॉक डाउन में खाने-पीने में खर्च हो गयी, क़र्ज़ भी लेना पड़ा। तीन बच्चे हैं, सबका स्कूल बंद होने के कारण ये भी घर पर पड़े हुए हैं, कहीं से कोई सहायता नहीं मिली अब तक, राशन भी नहीं मिला।अभी काम शुरू होने से थोड़ी राहत है।

Meena Kumari from SIDCO by the means of Sajha Manch is telling that around 100-150 Assam migrants workers met VAO in SIDCO Tiruppur requesting that they want to go back to their home state, VAO took their names and assured them that she will arrange for their travel soon.

Meena Kumari from SIDCO by the means of Sajha Manch is sharing a news that companies which started functioning after government eased the lockdown, were running till 5pm only but now they have started working till 8pm because of which workers are happy. But there are workers who dint get job & want to go home.