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दिल्ली एनसीआर के लोनी इलाक़े से हसमत अली की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से नौसाद सिद्दीकी से हुई जो एक समाज सेवी हैं। नौसाद ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर प्रशासन लापरवाह हैं। लोनी इलाक़े में गन्दगी का अंबार लगा रहता हैं। डेयरी उत्पादन के कारण पशुओं द्वारा होने वाले गन्दगी से आम लोग बहुत ही परेशान हैं। डेयरी उत्पादक भी बेखौफ हो कर गन्दगी फ़ैला रहे हैं। नगर परिषद द्वारा सफ़ाई की वयवस्था भी सही नहीं हैं। मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए भी नगर परिषद द्वारा कोई ठोस क़दम नहीं उठाया जा रहा हैं। बीमारियाँ भी फ़ैल रही हैं और मरीज़ों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं।नौसाद ने यह भी बताया कि सफ़ाई कर्मचारी भी अपने कार्य के दौरान असुरक्षित हैं। उन्हें बचाव के कोई साधन उपलब्ध नहीं करवाए गए हैं। प्रशासन पूरी तरह से लापरवाह हैं और स्वच्छता के नाम पर जनता से ठगी कर रही हैं।
उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ियाबाद ज़िला से दिनेश कुमार की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से मोनू से हुई। मोनू ने बताया कि वो छिलाई का कार्य करते हैं और एसडीएम द्वारा बेवज़ह हो रही छापेमारी से उनका काम थप पड़ गया हैं।
उत्तरप्रदेश राज्य के ज़िला गाज़ियाबाद से काशीराम मिश्रा साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि गाज़ियाबाद में काम करने पर सैलरी कम मिलती हैं एवं कोई भी राष्ट्रीय अवकाश नहीं मिलता हैं । इस समस्या का समाधान कैसे निकाला जाएगा।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से दिनेश साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से ईएसआई कार्ड की जानकारी लेना चाहते हैं।
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बताना चाहेंगे कि जिस कंपनी में 10 - 15 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हो,वे ईएसआई के दायरे में आते है यानि वे इसका लाभ ले सकते है ,इसके लिए कर्मचारी का वेतन 21000 से कम होना चाहिए। इसके लिए आपको खुद आवाज़ उठानी पड़ेगी।आप अपने कंपनी प्रबंधकों से बात करें और साथ ही अपने पास कंपनी में काम करने का प्रमाण भी होना ज़रूरी है जिससे आप ये साबित कर सके कि आप इस कंपनी में कार्यरत है।
March 7, 2019, 1:20 p.m. | Tags: govt entitlements int-PAJ
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उत्तर प्रदेश गाज़ियाबाद से अरविन्द कुमार साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि वे RDS शास्त्री पार्क सिकोटास कम्पनी में काम करते थे।जहाँ कई महीनों का वेतन रोक लिया गया था। इस समस्या के बारे में अरविंद कुमार ने हमारे संवाददाता रफ़ी से बात की। और कुछ दिनों के बाद कम्पनी द्वारा 17 तारीख का समय दिया गया वेतन लेने का। इसके लिए रफ़ी और साझा मंच को बहुत- बहुत धन्यवाद देते हैं।
बिहार राज्य के हाजीपुर जिला से अरविन्द कुमार साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है, कि निजी कंपनी में कार्यरत है और कमपनी के द्वारा उनका कई महीनो का वेतन नहीं दिया गया है। वेतन नहीं दिए जाने से उन्हें अपना एवं अपने परिवार वालों का जीवन यापन चलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अतः साझा मंच मोबाइल वाणी से वे गुजारिश करतें है की उनकी मदद की जाये।
उत्तरप्रदेश राज्य के गाजियाबाद जिला से दिनेश कुमार साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताते है कि केंद्र सरकार के द्वारा चलाया जाने वाला स्वच्छ भारत अभियान से दिल्ली में अधिक प्रदूषण हो रहा है। जिस कारणवश दिल्ली कि जनता को सांस लेने में परेसानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तरप्रदेश,गाज़ियाबाद से विनय सिंह साझा मंच के माध्यम से यह बताते हैं कि गाज़ियाबाद स्थित एक कम्पनी में सिक्यूरटी गार्ड के रूप में काम करते थे। जहाँ पर इन्हे जनवरी माह से वेतन नहीं मिला था। कम्पनी के अधिकारीयों से कई बार वेतन की मांग करने पर कहा जाता था, की अभी तक आपका चेक नहीं बना है। इसके बाद विनय जी ने साझा मंच के कर्मचारियों से संपर्क किया। उसके बाद साझा मंच के सफल प्रयास से 10 से 15 दिन के अंदर में ही विनय जी को उनका वेतन मिल गया। इसके लिए वो साझा मंच को तहे दिल से धन्यवाद करते हैं।
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आपको बताना चाहेंगे कि कानून के मुताबिक हर श्रमिक को हफ्ते की एक छुट्टी के हिसाब से महीने की 4 छुट्टियां दी जानी चाहिए। साथ ही राष्ट्रीय दिवस पर अवकाश भी मिलना चाहिए। अगर कंपनी नियम का पालन नहीं कर रही तो आप इसके लिए कंपनी के खिलाफ कदम उठा सकते है। लेबर दफ्तर में इस सम्बन्ध में शिकायत भी हो सकती है। इसके साथ ही जहाँ आपने वेतन कि बात की तो आप ये जान लें आपके कार्यक्षेत्र में यानि सिक्युरिटी गार्ड के लिए यूपी सरकार की और से निर्धारित न्यूनतम वेतन अगर नहीं मिल रहा है तो आप सबसे पहले कंपनी प्रबंधकों से बात करे और इसके साथ ही आप लेबर दफ्तर में इस सम्बन्ध में शिकायत दर्ज करें।
March 21, 2019, 7:18 p.m. | Tags: int-PAJ