राज्य उत्तरप्रदेश के गाज़ियाबाद से अमित कुमार साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताया कि वे गुड़गांव के सिक्योरिटी एजेंसी में काम करते हैं। ये कंपनी अपने सुरक्षाकर्मियों का बहुत शोषण कर रही है। समय पर वेतन नहीं देती है एक महीने होने पर भी बीस दिन बाद वेतन दिया जाता है। और कंपनी के अधिकारी दिन प्रतिदिन झूट बोलते रहते हैं की वेतन मिल जाएगा डयूटी करते रहो वार्ना वेतन मिलेगी ही नहीं । इसके लिए उचित करवाई की जाए।
दिल्ली एनसीआर के गाज़ियाबाद से विनय ठाकुर साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि साझा मंच पर चल रहा सारा कार्यक्रम बहुत ही अच्छा है। साथ ही गीत माटी के कार्यक्रम बहुत ही अच्छा है।
उत्तर -प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद से विनय सिंह ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वह दिल्ली स्थित एक सिक्योरिटी एजेंसी में सुरक्षा कर्मी का काम करते थे। डेढ़ साल तक उस कंपनी में काम करने के बाद उन्होंने उस कंपनी को छोड़ दी। नौकरी छोड़ने के बाद वह अपने पीएफ के पैसे को निकालने के लिए कई महीनों तक उस कंपनी के चक्क्र लगाते रहे।लेकिन कम्पनी के अधिकारियों द्वारा उन्हें बार-बार टाला जाता रहा। 7 महीने गुज़र जाने के बाद , उनके दोस्त द्वारा बताये जाने के बाद अचानक से एक दिन उनकी मुलाकात साझा मंच के संवाददाता रफ़ी जी से हुई। रफ़ी जी के द्वारा उक्त सिक्योरिटी एजेंसी के अधिकारियों द्वारा लगातार मिलने और बात करने के बाद उस सिक्योरिटी एजेंसी ने विनय सिंह के पीएफ का पैसा उनके पीएफ के खाते में अंततः डाल ही दिया। विनय सिंह ने इसके लिए साझा मंच के पूरी टीम और ख़ास कर रफ़ी जी को धन्यवाद दिया।