दिल्ली एन.सी.आर के उद्योग विहार से खुर्शीद आलम साझा मंच के माध्यम से पीएफ कि जानकारी मांग रहे है। वे जानना चाहते हैं कि पीएफ का पैसा कितने दिनों के अंदर खाते में आ जाता है। और साथ ही पूछते है कि पि.एफ का पैसा प्राप्त करने के लिए पि.एफ दफ्तर जाना होगा या ऑनलाइन कोई आवेदन देना होगा।

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ऑनलाइन पीएफ निकालने के लिए सबसे पहले EPFO की वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद अपना UAN नंबर, पासवर्ड और कैप्चा डालकर लॉग-इन करें। इसके बाद Manage ऑप्शन पर क्लिक करें और KYC को सिलेक्ट करें। इसके बाद अपना KYC चेक कर लें, पीएफ निकालने के लिए आपका केवाईसी अपडेट होना बहुत ज़रूरी है । यह ध्यान से देख लें कि आपके नाम पते, पैन कार्ड नंबर समेत बैंक की जानकारियां सही हैं या नहीं। इसके बाद Online Services पर क्लिक करें और CLAIM (FORM-31 या 19और10C) पर क्लिक करें। इसके बाद आप क्लेम फॉर्म ऑनलाइन भर दें। इसके कुछ दिन बाद निश्चित समय में आपके रजिस्टर्ड बैंक अकाउंट में EPF के पैसे आ जाएंगे। यहां पर आपको यह बात ध्यान रखनी होगी कि रिटायरमेंट से पहले पीएफ का पैसा निकालने पर सरकार TDS काटती है।
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March 7, 2019, 1:06 p.m. | Tags: govt entitlements   int-PAJ  

मजदूरी को लेकर चर्चा

हमारे एक श्रोता राजकुमार जो बिहार राज्य के मधुबनी ज़िला के स्थानीय निवासी हैं साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि वो वज़ीरपुर में स्थित एक कंपनी में कार्यरत हैं। वहाँ 8,000 से 9,000 हज़ार रूपए वेतन मिलता हैं। जिसमे घर का किराया,बिल आदि दे कर परिवार का भरण पोषण नहीं हो पाता।साथ ही उन्होंने यह भी बता कि कंपनी में केवल ईएसआई की सुविधा दी जाती हैं, पी.एफ नहीं कटता और वेतन भी समय से नहीं मिल पाता हैं। इस कारण घर का किराया समय से नहीं देने पर मकान मालिक द्वारा परिवार वालों व महिलाओं को अभद्र तरीक़े से बार बार परेशान किया जाता हैं।राजकुमार जी ने यह भी बताया कि कंपनी वाले स्थानीय बदमाशों के हाथों मज़दूरों को परेशान करवाते हैं तथा उनका वेतन भी लूट लिया जाता हैं।

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राजकुमार जी आपको बताना चाहेंगे कि सबसे पहले आपको ये पता होना ज़रूरी है कि दिल्ली में अकुशल श्रमिक के लिए भी न्यूनतम वेतन 14000 प्रति माह तय किया गया है, जो कि आपको नहीं मिल रहा है, इसके लिए आप सरकार द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर 011-155214 पर कॉल करके न्यूनतम वेतन न मिलने के संबंध में शिकायत कर सकते हैं। साथ ही अगर कंपनी में 20 से ज्यादा श्रमिक काम करते हैं तो आप सभी को पीएफ ईएसआी का लाभ मी मिलना चाहिए इसके लिए आप पीएफ दफ्तर में फार्म भर कर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं, लेकिन बेहतर होगा अगर सभी श्रमिक संगठित होकर कंपनी प्रबंधकों से पहले बातचीत के ज़रिए रास्ता निकालने की कोशिश करें। जब आप सभी तमाम जानकाराी के साथ कंपनी प्रबंधकों से बात करेंगे तो प्रबंधकों पर भी दबाव बनता है। दिल्ली में न्यूनतम वेतन नहीं देने वालों के लिए 50 हज़ार जुर्माना और 6 महीने की जेल का प्रवधान भी है, लेकिन शिकायत दर्ज करवाने के लिए आपके पास वेतन रसीद या कंपनी में काम करने का कोई न कोई प्रमाण सबूत के तौर पर होना ज़रूरी है। जहां तक बात है मकान मालिक के परेशान करने की तो वहां स्थानी प्रशासन आपकी सहायता कर सकता है।
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March 27, 2019, 11:17 a.m. | Tags: int-PAJ   industrial work   wages   workplace entitlements  

दिल्ली एनसीआर के उद्योग विहार फेज-5 से उत्तम कुमार साझा मंच के माध्यम से यह जानना चाहते हैं, कि एक कम्पनी में छः साल तक नौकरी कर कुछ दिन की छुट्टी लेकर घर चले गए थें। जब वापस नौकरी पर आए तो कम्पनी ने नियुक्त कर लिया, लेकिन क्या कम्पनी द्वारा ग्रेचुएटी मिल पाएगा। इसकी जानकारी दी जाए।

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ग्रेच्युटी किसी भी ऐसे कर्मचारी को दी जानी होती है, जो नौकरी में लगातार 4 साल, 10 महीने, 11 दिन तक काम कर चुका हो. ऐसे कर्मचारी की सेवा को पांच साल की अनवरत सेवा माना जाता है, और आमतौर पर पांच साल की सेवाओं के बाद ही कोई भी कर्मचारी ग्रेच्युटी का हकदार बनता है, इस स्थिती में आप ग्रेच्युटी के हकदार बनते हैं। आप ये चेक करें कि कंपनी ने आपकी नई ज्वानिंग दिखाई है या नहीं, अगर नए रूप से आपकी ज्वानिंग हुई है तो आप अपनी ग्रेच्युटी के लिए अपलाई कर सकते हैं।
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April 2, 2019, 1:52 p.m. | Tags: int-PAJ  

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

दिल्ली एनसीआर उद्योग बिहार से हमारे श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि जो मजदुर पुरे माह काम करते हैं फिर भी कई कम्पनी मालिक उन्हें पुरे माह का वेतन नहीं देते हैं।और कई दिन परेशान होने के बाद भी श्रमिकों को समय पर वेतन नहीं मिल पाता है। इससे मजदूरों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है

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The only solution for these kinds of exploitation is in the unity between workers, not only in Gurgaon but all over India the employer exploits their workers, they don't pay their salaries properly, no OTs, no social security benefits, more than 8 hours of work etc. There is the fear of job loss among the worker which Employers use smartly, but in reality, workers don't have to afraid about the job loss, there are lots of jobs available & Employers are running out of Employees. If even one worker get exploited all the worker & unions have the right to raise their voice & ask questions & even they can complain in the labour department, reliving a worker without a proper notice & proper explanation is not correct under the labour law if the Employers is not responding properly than worker must make him answer through labour department.
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March 20, 2019, 11:42 a.m. | Tags: int-PAJ  

Transcript Unavailable.

दिल्ली एनसीआर के उद्योग बिहार से रफ़ी और इनके साथ हैं संतोष जी वे साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि कुछ दिन पहले संतोष जी के रूम से दस हजार रूपए चोरी कर लिया गया था। इसकी सुचना संतोष जी ने मकान मालिक को दी साथ ही मिडिया में शिकायत दर्ज करने की धमकी दी।दूसरे दिन संतोष जी जब काम करके रूम लौटे तो उन्होंने देखा कि पांच हजार रुपया रखा हुआ हैं।

दिल्ली एन.सी.आर के गुरुग्राम से नन्द किशोर साझा मंच के माध्यम से दिल्ली एन.सी.आर के उद्योग विहार कि स्वच्छता स्थिति से अवगत करते हुए कहते है कि जैसा कि सभी जानते है कि पुरे देश में स्वच्छता को लेकर विभिन्न प्रकार से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।वे कहते है कि जब मोबाइल वाणी संवादाता उद्योग विहार के फेज-1 से गुज़र रहे थे तब उन्होंने पाया की वह क्षेत्र कचड़ो के अम्बार से भरा पड़ा था। देश में स्वच्छता पर करोडो खर्च करने के बावजूद उद्योग विहार क्षेत्र के उद्योग ही स्वच्छता अभियान कि धज्जियाँ उड़ाते नज़र आ रहे है।