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झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से सुमंत कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि नावाडीह में बैंक ऑफ़ इंडिया के केवल एक मात्र शाखा व एक एटीएम है जिसके सहारे सभी पंचायत के लोग अपने राशि की निकासी करते हैं। क्षेत्र में सिर्फ एक एटीएम होने के कारण लोगो को काफी परेशानी होती है। कई बार कैश की किल्ल्त तो कभी एटीएम में लोगों की कतार तो कभी लिंक फैल होने की समस्या अवगत होना पड़ता है। इस क्षेत्र में व्यपार और प्रखंड के कार्यहेतु प्रतिदिन हजारो की संख्या में ग्रामीण नगदी की निकासी के लिए बैंक ऑफ़ इंडिया के शाखा और एटीएम में पहुंचते हैं।जहाँ नगदी प्रायः नदारत ही रहती है। इस समस्या को अबतक नहीं उठाया गया है। जिसके कारण अन्य बैंक का शाखा नावाडीह प्रखंड में नहीं खोली गई है और ना ही दूसरी कोई एटीएम का निर्माण किया गया है। आम जनता प्रतिदिन नगदी की समस्या से जूझती रहती है। इस समस्या पर किसी भी जनप्रतिनिधि,सांसद,अधिकारी व विधायक की नजर नहीं पड़ी है। मजबूरन लोगों को 10 किलोमीटर दूर फुसरो पैसे की निकासी करने जाना पड़ता है। जबकि नावाडीह प्रखंड में कई स्कूल,कॉलेज,थाना,हॉस्पिटल मौजूद है, लेकिन एटीएम केवल एक है।इससे जाहिर होता है कि लोगो को आएदिन निकासी की समस्या से अवगत होना पड़ता होगा। ऐसी स्थिति में लोग डीसी एजेंट व अन्य दूसरे माध्यम से निकासी करते हैं जहाँ उन्हें 10 रूपये का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ता है। एटीएम में घंटो लाइन लगने के कारण ग्रामीणों का कीमती समय भी बरबाद हो जाता है।

झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से जे.एम रंगीला मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि सौर ऊर्जा का इस्तेमान किन-किन चीजों में की जा रही है इसकी खोज बिन करने से यह ज्ञात होता है कि सौर ऊर्जा से नावाडीह प्रखंड सहित बोकारो जिला के विभिन्न प्रखंडों में केवल गांव की गलियों में स्ट्रीट लाइट के रूप में इसका इस्तेमाल हो रहा है। कहीं-कहीं पेजल एवं स्वक्षता विभाग झारखण्ड सरकार द्वारा नर्मित मिनी जलापूर्ति योजनाओं में सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है। कृषि कार्य तथा सिचाई कार्य में कहीं भी सौर ऊर्जा का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। जबकि सिचाई करने के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल आसानी से किया जा सकता है। पर जनता एवं किसानों में जानकारी के अभाव होने के कारण यह उपयोग में नहीं आ पा रहा है। वहीँ सौर ऊर्जा के व्यवसायिक इस्तेमाल अधिकाधिक होने लगाएगा तो ऐसी स्थिति में विधुत ऊर्जा का घटना एक सरल बात हो जाएगी। इस वजह से सरकारी अमला सौर ऊर्जा के व्यवसायिक इस्तेमाल के प्रति उदासीन रवैया अपनाई हुई है। चूँकि सौर ऊर्जा से सिचाई करने पर किसानो को प्रति माह किराए भरने से छुटकारा मिल जाए तो सरकार को राजस्व का घाटा उठाना पड़ेगा। अतः सौर ऊर्जा के प्रति किसानो तथा जनता में जागरूकता लाने की जरुरत है।

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के नावाडीह प्रखंड से सुमंत कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि स्वछता और स्वास्थ्य एक दूसरे का पूरक होता हैं। क्योंकि स्वछता के बिना कोई अच्छी स्वास्थ्य की कल्पना भी नहीं कर सकता हैं। देखा जा रहा हैं कि लोगों में जागरूकता बढ़ रही हैं और इसके तहत तरह तरह के स्वछता कार्यक्रम चलाया जा रहा हैं।परन्तु शौचालय केवल दिखावें तक के लिए रह गई हैं।गांव-गांव में शौचालय का निर्माण किया तो जा रहा हैं परन्तु इसकी गुणवक्ता में कमी हैं। इसके निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा हैं। इसलिए लोगों में भय हैं इसकी धाराशायी का। इससे भारी क्षति होने की आशंका हैं।अधिकतर पंचायतों में शौचालय का निर्माण अच्छे से नहीं किया गया हैं। पंचायत प्रतिनिधि अपने लाभ के लिए घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर रहे हैं शौचालय के निर्माण कार्य में।शौचालय के निर्माण हेतु मिलने वाली राशि का अधिकतर भाग का गबन कर लिया गया हैं। बहुत से ऐसे शौचालय हैं जो एक महीनें में ही गिर चुकी हैं।ऐसे में स्वच्छ भारत का नारा अधूरा दिख रहा हैं।

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के नावाडीह प्रखंड से सुमंत कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि नावाडीह प्रखंड के त्रफदनी पंचायत निवासी संतोष कुमार बाकि कृषकों के लिए एक मिशाल खड़ा कर रहे हैं।साथ ही प्रेरणा के श्रोत भी बन गए हैं।सिंचाई सुविधा के अभाव के बावज़ूद खेती को अपना रोज़गार का एकमात्र श्रोत बनाया और अच्छी आमदनी भी आई।संतोष जी हज़ारीबाग के किसानों से प्रेरित हो कर चार एकड़ भूमि में सब्जियों की खेती कर के अपना जीविका को सुधार रहे हैं साथ ही बाकि कृषक मित्रो को भी प्रेरित कर रहे हैं पलायन का रास्ता को त्याग कर खेती में अपना भविष्य सुधारने के लिए।आड़े आ रही हैं तो सिर्फ एक ही परेशानी जो हैं पर्याप्त सिंचाई सुविधा का उपलब्ध ना होना जिस कारण किसान एक विशेष मौसम पर ही खेती-बाड़ी कर पाते हैं।सरकार को किसानों पर ध्यान देते हुए सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवानी चाहिए।

झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से जे.एम रंगीला मोबाइल वाणी पर प्रसारित खबर ओवर लोड गाड़ियाँ चलने लगी अंडर लोड के असर के बारे में बताते हैं, कि सीसीएल के ढोरी प्रक्षेत्र के एसडीओसीएम परियोजना में कल्याणी खदान से तारमिसाडी तक आरके पाण्डेय ट्रांसपोर्ट को कोयले की ढुलाई का कार्य आवंटित किया गया है। कोयले से लदी ओवर लोड गाड़ियों से धुल सड़क पर गिरने से पूरियों गांव के निवासियों को सड़क पर पैदल चलने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। बाईक से सवारी करने वालों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इस सम्बन्ध में जे.एम रंगीला ने 20/7/2018 को बोकारो मोबाइल मिडिया पर खबर चलाया तथा सीसीएल एवं राज्य सरकार के आला अफसरों तक पहुचाएं। इस खबर का इतना व्यापक असर हुआ कि 23 जुलाई से कोयले लदे ओवर लोड गाड़ियां अंडर लोड चलने लगी। इस बदलाव से पूरियों के ग्रामीण जनता ने राहत की साँस ली और ग्रामीणों में ख़ुशी की लहर भी दौड़ पड़ी।साथ ही ग्रामीणों ने बोकारो मोबाइल मिडिया की प्रशंसा की तथा धन्यवाद भी दिया।

झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के नवाडीह प्रखंड से जे.एम रंगीला जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि असंतुलित प्रकृति के कारण व्रजपात की घटनाएं बढ़ रही है । वैज्ञानिक पद्धति से सिद्ध है कि पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ोतरी के कारण वातावरण असंतुलित हो जाता है,जिससे मौसम पर काफ़ी असर पड़ता हैं। और वर्तमान समय में इसी का उदहारण है व्रजपात की घटना। व्रजपात से हरेक वर्ष कई मौतें भी हो रही हैं।हलाकि सरकार द्वारा कई बड़े भवनों व विद्यालयों में व्रजपात विरोधी यंत्र लगाए गए थे परन्तु लापरवाही के कारण वो चोरी हो गएँ हैं।उन्होंने व्रजपात से बचाव के उपाए बताते हुए कहते हैं कि पूर्व में व्रजपात से पीड़ित व्यक्तियों को जो प्राथमिक उपचार दिया जाता था अब वह भी कारगार साबित नहीं हो रहा है। अत: इस विषय में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।

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जिला बोकारो के नवाडीह प्रखंड से जे.एम रंगीला मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि विगत नौ जुलाई दो हजार सत्रह को चंदरपुरा प्रखंड में कल्याणी आवासीय कॉलनी निवासी डी के गवाहा के आवास में चोरी हो गई थी। जिसमे लाखों रुपये की जेवरात की चोरी हुई थी। इस सम्बन्ध में श्री गवाहा ने थाने में लिखित आवेदन दिया था। चंदरपुरा थाना की पुलिस एफआईआर दर्ज कर अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ ली थी। इस सम्बन्ध में उन्होंने आठ जुलाई दो हजार अठारह को बोकारो मोबाईल वाणी पर एक खबर चलवाई थी। तथा फॉवर्ड कर उसे बोकारो के एसपी सहित कई उच्चाधिकारियों तक इसे पहुंचाया इस रिपोर्ट का असर यह हुआ की तेरह जुलाई को चंदरपुरा पुलिस ने कल्याणी आवासीय कॉलनी डी के गवाहा के आवास जाकर जायज़ा लिया तथा तहक़ीक़ात की।

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