सरकार को भारत रत्न देने के अलावा किसानों को उनके अधिकार भी देने चाहिए , आखिर उनकी मांग भी तो बहुत छोटी सी है कि उन्हें उनकी फसलों का बेहतर मूल्य मिले। हालांकि किसानों की इस मांग का आधार भी एम एस स्वामीनाथन समिति की सिफारिशें हैं जो उन्होंने आज से करीब चार दशक पहले दी थीं। इन चार दशकों में न जाने स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों को लागू करने का वादा करके न जाने कितनी सरकारें आईं और गईं, इनमें वर्तमान सरकार भी है जिसने 2014 के चुनाव में इन सिफारिशों को लागू करने का वादा प्रमुखता से किया था। -------दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं, क्या आपको भी लगता है कि किसानों की मांगो को पूरा करने की बजाए भारत रत्न देकर किसानों को उनके अधिकार दिलाए जा सकते हैं? --------या फिर यह भी किसानों को उनके अधिकारों को वंचित कर उनके वोट हासिल करने का प्रयास है.

मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिले से योगेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि, प्रदेश में किसानों को की गिरफ्तारी के साथ-साथ हो रहे अन्याय और उनकी मांगों को लेकर डॉक्टर सुनीलाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सरकार से गुहार लगाकर उनकी रिहाई की मांग की गई है।

नमस्कार श्रोता सुरभी यादव और आप छिंदवाड़ा मोबाइल वाणी जुन्नरदाव सुन रहे हैं जिला मुख्यालय में ग्राम पंचायत पनार के वार्ड उन्नीस और बीस की महिलाओं ने पानी के संकट को लेकर पंचायत भवन के सामने खाली बोतलों के साथ विरोध प्रदर्शन किया । इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं जिसके कारण उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । यहाँ एक हैंडपंप है जहाँ खराब पानी भी मिलता है । महिलाओं ने कहा कि उन्हें दूर से पानी लाना पड़ता है , जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई है । यहां तक कि अस्वच्छ पानी भी अधिक समस्याएं पैदा कर रहा है । यही कारण है कि गाँव वालों ने खाना खाया । खाली बर्तन , बाल्टी और डिब्बे दिखाते हुए महिलाओं ने मांग की है कि जल्द से जल्द पानी की व्यवस्था की जाए । ग्रामीणों का कहना है कि अगर सर्दी के मौसम में पानी होगा तो गर्मी के मौसम में कितनी समस्या होगी । ग्रामीणों ने मांग की है कि पानी की उचित व्यवस्था की जाए ताकि उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े ।

Transcript Unavailable.

नमस्ते सर मोहरैनी से लेकर पड़ो योगेश आज हम छिंदवाड़ा जिले के विकास खंड सौंसर के तहत मोहगांव भुम्मा से हमारे साथ बहुत जुड़े हुए हैं सर आपका नाम क्या है मोहगांव जिले से पीड़ित जी सुदामा मनमुडे सर आपकी क्या समस्या है ? यहाँ , हमने दो हजार चौदह में एक जलाशय का निर्माण शुरू किया और उस समय भूमि अधिग्रहण में बहुत अनियमितता थी । हम यहां लंबे समय से उस अनियमितता को लेकर संघर्ष कर रहे हैं । दो हजार अठारह से हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं । इसके कुछ अच्छे परिणाम भी सामने आए हैं । इसमें दो पुरस्कार पारित हो चुके हैं और तीसरे पुरस्कार की हमारी तैयारी अभी चल रही है । प्रशासन भी सहयोग कर रहा है , लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रशासन पूरा सहयोग नहीं कर पा रहा है , इसलिए हम आने वाले मंगलवार से 6 तारीख तक अनिश्चितकालीन धरना देने की तैयारी कर रहे हैं । कई और किसान हैं जो इन समस्याओं का सामना कर रहे हैं जिनके लिए आपका धरना - प्रदर्शन हल नहीं कर पाया है , लगभग डेढ़ लाख किसान हैं जो पीड़ित हैं और लगभग आठ गांव हैं जो इससे प्रभावित हो रहे हैं । जिसमें पाँच गाँवों की संपर्क सड़क की भी समस्या है , तो तीन तरह से कुछ संपत्ति के बर्बाद होने की समस्या है , कुछ विस्थापित परिवार हैं जिनमें अभी तक एक सौ नौ परिवारों को विस्थापन का लाभ नहीं दिया गया है , कुछ किसान हैं जिन्हें विस्थापन के समय देय राशि का आधा हिस्सा दिया गया है ।

छिंदवाड़ा कलेक्ट्रेट में महिलाओं ने रखी अपनी समस्याएं

Transcript Unavailable.

कालेज छात्राओं को छात्राओं मिल रही छात्रावृत्ति, छात्राओं ने कलैक्ट्रेट पहुंच कर समस्या से कराया अवगत

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.