विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आज जिले के ग्राम खापामिट्ठे में मृदा स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को मिट्टी के स्वास्थ्य को कैसे बचाया जाये, मिट्टी को कैसे संरक्षित रखा जाए की जानकारी कृषि विज्ञान केन्द्र चंदनगाँव के कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी, मिट्टी परीक्षण अधिकारी श्री सचिन दास द्वारा विस्तृत रूप से दी गई । साथ ही किसानों को समझाइश देते हुये अपील की गई कि किसान अपनी मिट्टी का परीक्षण कराये एवं मृदा परीक्षण रिपोर्ट की अनुसंशा के अनुसार ही मिट्टी में संतुलित उर्वरकों का उपयोग करें। इस दौरान किसानों को जैविक खेती के बारे में भी बताया गया एवं ड्रोन द्वारा जीवामृत का प्रदर्शन कर दिखाया गया।
मध्यप्रदेश में रानी दुर्गावती श्री अन्न प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत कोदों और कुटकी (मिलेट) की खरीदी 2025-26 सत्र के लिए शुरू हो गई है। जिसके लिए छिंदवाड़ा जिले के तामिया में खरीदी केंद्र का शुभारंभ किया गया । ई-उपार्जन, सतपुड़ा महिला किसान प्रो. लि. छिंदवाड़ा द्वारा जहाँ किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के अतिरिक्त 1000 रुपए प्रति क्विंटल बोनस मूल्य, जैसे कि ग्रेड 'ए' कुटकी 3500 रुपये प्रति क्विंटल व ग्रेड 'ए' कोदों 2500 रुपए प्रति क्विंटल तक (एमएसपी) प्रदान किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त बोनस मूल्य अलग मिलेगा, जिससे श्रीअन्न की खेती को बढ़ावा मिले और किसानों की आय बढ़े।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.नरेश गोन्नाडे के दिशा-निर्देशन में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आज ग्राम आरोग्य केन्द्र गुरैया, पिण्डरईकला में मानसिक स्वास्थ्य शिविर एवं जनजागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मनोचिकित्सक डॉ. सुमांशु शर्मा के द्वारा मानसिक रोग से संबंधित बीमारियों, मानसिक रोग से होने वाले दुष्प्रभावो एवं लक्षणों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होनें मानसिक रोग के लक्षण के बारे में बताया कि मानसिक रोग से पीड़ित व्यक्ति में सामान्यतः हर समय उदासी महसूस, बेचैन रहना, ध्यान केंद्रित न कर पाना, बहुत चिंता या भय होना, समाज, परिवार एवं दोस्तों से दूरी, शरीर में थकान एवं ऊर्जा की कमी का अनुभव होना। मानसिक तनाव को दूर करने के लिये उपायों के बारे में बताया कि मानसिक रोगी के साथ सामान्य एवं विनम्र व्यवहार करने, करीबी दोस्तों के साथ समय बिताने, उनसे विनम्रतापूर्वक व्यवहार व बाते करनी चाहिये जिसके माध्यम से मानसिक रोगी के स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.नरेश गोन्नाड़े ने बताया कि प्राय: शीत लहर माह दिसंबर एवं जनवरी में घटित होती हैं, जिसके चलते सर्द हवाओं के कारण स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव संभावित है। शीत लहर का नकारात्मक प्रभाव वृद्धजन एवं 05 वर्ष से कम उम्र के बच्चों पर अधिक होता हैं। इसके अलावा दिव्यांगजनो, बेघर व्यक्तियों, लम्बे समय से बीमारियों से ग्रसित रोगियो, खुले क्षेत्र में व्यवसाय करने वाले छोटे व्यवसायियों के लिये शीत लहर के दौरान विशेष सतर्कता बरतना जरूरी है। आगामी दिवसों में शीत लहर एवं तीव्र शीत लहर चलने की संभावना है। ऐसी स्थिति मे दीर्घकालीन बीमारियों (कोनिक डिसीज) जैसे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, श्वास संबंधी बीमारियों वाले मरीज, वृद्धजनों, पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों तथा जनसामान्य को ऐसे मौसम में सावधानियां बरतना अत्यंत आवश्यक है।
उप संचालक उद्यान श्री एम. एल. ऊईके ने बताया कि उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण विभाग में आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन (पीएमएफएमई) योजना के अंतर्गत प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने वाले किसान अथवा उद्यमी आवेदन कर सकते हैं। एफ.पी.ओ., एस.एच.जी. एवं सहकारी समिति भी (पीएमएफएमई) योजना का लाभ ले सकते हैं। जिसमें आलू चिप्स, टमाटर केचप, अदरक का सोंठ, लहसुन पावडर, अचार - पापड़, बड़ी, मिठाई, नमकीन, डेयरी प्रोडक्ट, पशु आहार, आटा चक्की, मसाला चक्की, गुड घाना, जूस फैक्ट्री इस तरह की प्रसंस्कृत की जाने वाली यूनिट स्थापित करने पर लागत का 35 प्रतिशत अनुदान दिये जाने का प्रावधान है।]उन्होंने बताया कि इच्छुक उद्यमी/किसान, जिला उद्यानिकी विभाग के अमले से अथवा जिला रिसोर्स पर्सन (डीआरपी) श्री विवेक पाल के मोबाईल नंबर- 7869163254 एवं श्री शिशिर विश्वकर्मा के मोबाईल नंबर- 9685020404 पर संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर करते हैं और अधिक से अधिक आवेदन कर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
कलेक्टर श्री हरेंद्र नारायन के परीक्षा परिणाम में वृद्धि के निर्देशानुसार जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.एस.बघेल के मार्गदर्शन में सतत निरीक्षण एवं परीक्षा उन्नयन के प्रयास के अंतर्गत आज सहायक संचालक शिक्षा श्री पी.एल.मेश्राम ने छिंदवाड़ा व चौरई विकासखंड की विभिन्न शालाओं का औचक निरीक्षण किया।सहायक संचालक शिक्षा श्री मेश्राम ने सर्वप्रथम शासकीय हाई स्कूल पिंडरई कला का निरीक्षण कर शिक्षकों को प्रत्येक विषय पर गृह कार्य देकर उसे चेक करने के निर्देश दिए।
उद्यानिकी महाविद्यालय छिंदवाड़ा में आज राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं रेड रिबन क्लब इकाई की कार्यक्रम समन्वयक डॉ.शिखा शर्मा, प्रभारी अधिष्ठाता डॉ.गौरव महाजन व डॉ.हेमलता अहिरवार के मार्गदर्शन में प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने एड्स के इतिहास, लक्षण, संक्रमण के कारण एवं निवारण विषय में अपने विचार व्यक्त किये।साथ ही एचआईवी एड्स जागरूकता अभियान के तहत छात्राओं ने कॉलेज प्रांगण में नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया । कार्यक्रम के अंत में छात्राओं द्वारा सभी को सुरक्षित जीवन शैली के लिये शपथ भी दिलाई गई।
राज्य शासन के एक पेड़ मां के नाम अभियान में सतत सहभागिता करते हुए नगर परिषद अध्यक्ष ठाकुर दानसिंह पटेल के नेतृत्व में नगर परिषद के मोक्षधाम स्थल के समीप स्थित तालाब के किनारे एक पेड़ मां के अभियान के अंतर्गत 200 पौधों का रोपण किया गया।टीचर्स वेलफेयर सोसायटी चाँद के सचिव व राज्यपाल पुरुस्कृत शिक्षक श्री राकेश कुमार मालवीय ने बताया कि आज बरगद, आम, नीम, जामुन के पौधों का रोपण तालाब के किनारे किया गया। इस अवसर पर श्री ठाकुर ने कहा कि वह परिषद क्षेत्र को मध्यप्रदेश शासन की मंशा अनुसार हरित क्षेत्र में बदल कर प्राकृतिक रूप से समर्थ करना चाहते है जिसमें नगरवासी, टीचर्स वेलफेयर सोसायटी, नगर परिषद के अधिकारी-सहयोग कर रहे हैं। डॉक्टर विजेंद्र सिंह ने पौधों को जीवन का देवता बताया और कहा कि एक व्यक्ति को जीवन में 10 वृक्ष अवश्य लगाने व पालने चाहिए।
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