राजनैतिक सिंद्धांत औऱ प्रक्रियाओं में न्याय सबसे पुरानी अवधारणाओं में से एक है, न्याय के सिद्धांत को लेकर तमाम प्रकार की बातें कहीं गई हैं, जिसे लगभग हर दार्शनिक और विद्वान ने अपने समय के अनुसार समझाया है और सभी ने इसके पक्ष में अपनी आवाज को बुलंद किया है। न्याय को लेकर वर्तमान में भी पूरी दुनिया में आज भी वही विचार हैं, कि किसी भी परिस्थिति में सबको न्याय मिलना चाहिए। इसके उलट भारत में इस समय न्याय के मूल सिद्धामत को खत्म किया जा रहा है। कारण कि यहां न्याय सभी कानूनी प्रक्रियाओं को धता को बताकर एनकाउंटक की बुल्डोजर पर सवार है, जिसमें अपरधियों की जाति और धर्म देखकर न्याय किया जाता है। क्या आपको भी लगता है कि पुलिस को इस तरह की कार्रवाइयां सही हैं और अगर सही हैं तो कितनी सही हैं। आप इस मसले पर क्या सोचते हैं हमें बताइये अपनी राय रिकॉर्ड करके, भले ही इस मुद्दे के पक्ष में हों या विपक्ष में

12.07.24 आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत हर घर तिरंगा अभियान के तहत अनुभाग के मुखिया प्रभात मिश्रा की उपस्थिति में नगर की सड़कों पर हाथ में तिरंगा लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में रैली निकाली गई ,रैली के माध्यम से स्कूली छात्र छात्राओं को साथ लेकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया और संदेश दिया गया है कि आज देश का विकास युवा पीढ़ी के हाथों में युवा सशक्त होंगे तो देश का विकास निश्चित ही होगा । आज की शिक्षा किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान की है ।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

भारतीय संविधान किसी के आर्टिकल 14 से लेकर आर्टिकल 21 तक समानता की बात कही है, इस समानता धार्मिक आर्थिक राजनीतिक और अवसर की समानता का जिक्र किया गया है। इस समानता किसी प्रकार की जगह नहीं है और किसी को भी धर्म, जाति और समंप्रदाय के आधार पर कोई भेद नहीं किये जाने का भी वादा किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के हालिया फैसले में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि वह धर्म की पहचान के आधार भेदभाव पैदा करने की कोशिश है।दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं? क्या आप सरकार के फैसले के साथ हैं या फिर इसके खिलाफ, जो भी हो इस मसले पर आपकी क्या राय है? आप इस मसले पर जो भी सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें

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सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिले से योगेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि , जिला कलेक्टर ने जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को जिला कलेक्टर शैलेंद्र सिंह द्वारा अस्पताल का वाचन निरीक्षण किया गया जिसमें उन्होंने ओपीडी पर्ची काउंटर के सामने एक मरीज फर्श पर पड़ा मिला इस दौरान होने आनंद फाइनल में ही तुरंत ही लोगों को इसकी व्यवस्थाएं कराकर स्टेचर बुलाकर उनकी व्यवस्थाएं और इमरजेंसी में उनकी व्यवस्था कराई गई साथ ही उनके परियों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं और उनसे इस बारे में फीडबैक लिया है साथ ही अन्य कर्मियों की जानकारी लेकर इसमें जल्द अमल में लाने के लिए निर्देश दिए हैं। क्लिक कर ऑडियो सुन सकते हैं।

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