हमारी सूखती नदियां, घटता जल स्तर, खत्म होते जंगल और इसी वजह से बदलता मौसम शायद ही कभी चुनाव का मुद्दा बनता है। शायद ही हमारे नागरिकों को इससे फर्क पड़ता है। सोच कर देखिए कि अगर आपके गांव, कस्बे या शहर के नक्शे में से वहां बहने वाली नदी, तालाब, पेड़ हटा दिये जाएं तो वहां क्या बचेगा। क्या वह मरुस्थल नहीं हो जाएगा... जहां जीवन नहीं होता। अगर ऐसा है तो क्यों नहीं नागरिक कभी नदियों-जंगलों को बचाने की कवायद को चुनावी मुद्दा नहीं बनाते। ऐसे मुद्दे राजनीति का मुद्दा नहीं बनते क्योंकि हम नागरिक इनके प्रति गंभीर नहीं हैं, जी हां, यह नागरिकों का ही धर्म है क्योंकि हमारे इसी समाज से निकले नेता हमारी बात करते हैं।

मिली जानकारी के अनुसार समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र के सैदपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड 14 सैदपुर ढाब में जंगल में मंगलवार को अचानक आग लग गई।आग लगने से तेज लपटे उठने लगी।हो हल्का पर जुटे ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की।इसी बीच समाजसेवी मोहम्मद एजाज ने अग्नि शामक वाहन को सूचित किया।सूचना पर पहुंची अग्निशामक दस्ता ने आग पर काबू पाने में सफलता हासिल की।जिससे बड़ा हादसा टाला जा सका।

विश्व वन्यजीव दिवस जिसे आप वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे के नाम से भी जानते है हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य है की लोग ग्रह के जीवों और वनस्पतियों को होने वाले खतरों के बारे में जागरूक हो इतना ही नहीं धरती पर वन्य जीवों की उपस्थिति की सराहना करने और वैश्विक स्तर पर जंगली जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य या दिवस मनाया जाता है.विश्व वन्यजीव दिवस के उद्देश्य को पूरा करने के लिए है हर वर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है जिससे लोगो में इसके प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूकता को बढ़ावा मिले . हर वर्ष की तरह इस वर्ष 2024 का विश्व वन्यजीव दिवस का थीम है " लोगों और ग्रह को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज" है। "तो आइये इस दिवस पर हम सभी संकल्प ले और वन्यजीवों के सभी प्रजातियों और वनस्पतियों के संरक्षण में अपना योगदान दे।

विद्यापतिनगर। प्रखंड में लगभग बीते कुछ वर्षों से नीलगाय के आतंक से किसान परेशान थे। इस परेशानी से किसानों को अब निजात मिल जायेगी। इसकी शुरुआत प्रखंड अंतर्गत पंचायतों से की गयी है। मालूम हो कि नीलगाय, जिसे स्थानीय भाषा में घोर गधा या घोड़परास कहा जाता है। यह एक जंगली पशु है, जो दर्जनों की संख्या में झुंड बनाकर एक साथ किसानों के खेतों में यत्र-तत्र विचरण करते हैं, जिस दौरान थोड़ी फसल को खाते हैं तो ज्यादा फसलों को पैरों से कुचल कर बर्बाद कर देते हैं। नीलगाय के आतंक से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों की मानें तो कभी-कभी निहत्थे किसानों पर नीलगाय वार भी कर देती है, जिससे कई बार किसान घायल भी हुए हैं। इस समस्या को लेकर वन विभाग के अधिकारियों को लगातार आवेदन दिया जा रहा था। जिसके बाद किसानों की समस्या को दूर करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों की पहल पर सरकार ने नीलगाय को मारने का आदेश दिया। सरकार का आदेश प्राप्त होने के बाद हैदराबाद से आये शूटरों की टीम ने स्थानीय जनप्रतिनिधि व वन विभाग के अधिकारी तथा किसानों के साथ समन्वय बनाकर नीलगाय को मारने का अभियान शुरू किया गया। अभियान के तहत बाजिदपुर पंचायत के दस नम्बर डाला रेलवे लाइन व रौता धार में शाम तक 12 नीलगायों को ढेर कर दिया गया। मुखिया मुकेश कुमार ने बताया कि वन व पर्यावरण विभाग की ओर से प्राप्त निर्देश पर प्रखंड के बाजिदपुर वन पंचायत में यह अभियान चलाया जा रहा है। जिस अभियान के तहत तीन-चार दिनों तक इस क्षेत्र में कैंप किया जायेगा और किसानों को नुकसान पहुंचाने वाले नीलगायों को मार गिराया जायेगा। जानकारी के अनुसार पूरे दिन चले अभियान के कारण नीलगाय का झुंड इधर-उधर भाग गयी, अब दो-तीन दिन बाद फिर से यह अभियान चलाया जायेगा।

विद्यापतिनगर प्रखंड छेत्र में नीलगाय और जंगली जानवर से हो रही किसानों के फसल नुक़सान में सरकार के आदेश पर आज बँगरहा और सिमरी पंचायत के चौर में शूटर ने दर्जनों नीलगाय को शूट कर मार गिराया। सरकार के आदेश पर हैदराबाद से आए नवाब सफत अली ख़ान, साथ में शनि कुमार और आकाश कुमार ने बँगरहा पंचायत के चौर में दस नीलगाय और सिमरी चौर में छह नीलगाय को शूटकर मारा है। वहीं बेरूआ चौर में क़रीब एक दर्जन नीलगाय को शूटकर मारा है। जानकारी मुखिया प्रतिनिधि विजय कुमार ने देते बताया कि अभी करवाई जारी है। वन विभाग के चंद्रशेखर राय सभी मृत नीलगाय का फ़ोटो लेकर वन विभाग को भेज रहे है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

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कल्याणपुर प्रखंड में दर्जनों से अधिक जगहों पर धड़ल्ले से अवैध आरा मिल का संचालन किया जा रहा है।बताया जाता है की अवैध आरा मिल के संचालन से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है।अवैध आरा मिल संचालक धड़ल्ले से लकड़ीयों का अवैध पातन करते है।वही हरे लकड़ी की भी कटाई तेजी से जारी है।जानकारी के अनुसार बिना अनुमति के अवैध आरा मिलों की भरमार दिनो दिन बढ़ता ही जा रहा है।लेकिन इसके बाबजूद वन विभाग के द्वारा इनके विरुद्ध कारवाई नही की जा रही है।बताया गया है की क्षेत्र के कलौंजर ,चकमेहसी,मालीनगर, मोहनपुर, नामापुर, नामापुर दरियापार , सोरमार,सैदपुर आदि जगहों पर अवैध आरा मिल का संचालन हो रहा है।लेकिन वन विभाग मौन है।

बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता रत्न शंकर जानकारी दे रहे हैं कि विद्यापतिनगर प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों नीलगायों के बढ़ते आतंक से किसान परेशान हैं, किसानों द्वारा लगाए गए फसलों को नीलगायों के झूंडो द्वारा नष्ट कर दिया जाता है, जिससे किसानों के हौसले पस्त हो रहे हैं। इस बाबत प्रखंड के बालकृष्णापुर मड़वा पंचायत के मुखिया संजीत कुमार सहनी ने पंचायत के किसानों की बढ़ती परेशानी को लेकर अंचलाधिकारी अजय कुमार को एक पत्र सौंप कर किसानों को नीलगायों के आतंक से बचाने की गुहार लगाई है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

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समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीन नगर प्रखंड क्षेत्र में ग्रीन घटाहा टोल क्लीन घटाहा टोल घर-घर वृक्षा रोपण सह स्वच्छता अभियान का शुभारंभ स्थानीय विधायक राजेश कुमार सिंह ने वृक्षारोपण एवं पौधा वितरण कर शुभारम्भ किया गया ।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।