बैग बनाने वाले से मन की बात

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत वसीम से हुई वसीम बताते हे मैं एक्सल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करता हूं हमारी कंपनी में लोहे के पेच बनते हैं और हम मशीनों पर काम करते हैं हमारे फैक्ट्री में हमें ग्लव्स शूज नहीं दिए जाते क्योंकि हमारी फैक्ट्री में गरम-गरम मशीनों द्वारा डाई हाथ से निकालने पड़ती है कई बार तो हमारे हाथ भी जल जाते हैं 4 महीने से रुका हुआ पिएफ भी नहीं मिल रहा है हमने अपने एचआर से कई बार मांग की है मगर एचआर हमारी सुनता नहीं है

मिड डे मील की बात

आशा वर्कर की हाल जाना

आशा वर्कर की बात

निपोनो ऑटो करमचारियो को शासन के आदेश के बाद भी नहीं मिल रहा है काम कर्मचारियों का कहना है कंपनियों का ही है शासन प्रशासन।

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत कुसुम से हुईं कुसुम बताती है प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करने वाली कुसुम बताती हैं के फैक्ट्री में गार्ड की ड्यूटी करती हूं ड्यूटी लगने से पहले हमें बताया गया था 16500 तनक मिलेगी मगर अब हमें तनख्वाह 12500 रुपए मिलती है हमारे साथ धोखाधड़ी फैक्ट्री द्वारा की गई है और हमारा ₹1600 हर महीने पिएफ काटता है हमें पिएफ भी नहीं मिलता है अब हमारे एचआर ने हमसे कह दिया है कि आपको 16500 ही तनक मिलेगी और हमारे खाते में जीएफ भी आ गया है मैं श्रमिक वाणी की शुक्रगुजारों के उन्होंने हमारी मदद की खबर को हमने 5 दिन पहले लोकल व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक कंपनी के हर को खबर शेर की थी खबर का हुआ असर

मन की बात करते हैं

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत तारा से हुई तारा बताती हैं मैं मनीषा कंपनी में काम करती हूं हमारे यहां पर कॉस्मेटिक की सिंदूर का काम होता है हमारी फैक्ट्री में लगभग 15 लोग काम करते हैं इसमें से 10 लेडिस है पांच जेंट्स हैं हमारे फैक्ट्री मालिक 2 महीने से हमारा पीएफ नहीं दे रहे हैं हमारी तनख्वाह में से हर महीने ₹1000 का पीएफ कट रहा है मगर पीएफ नहीं मिल रहा है जिसको लेकर बहुत ज्यादा समस्या है

गुड़गांव में काम करने आए मज़दूर साथी बताते हैं 15 साल सिलाई का काम कर रहा हूं लेकिन मंहगाई इतनी है कि परिवार साथ रखना मुश्किल हो गया है ।