दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत आदेश मानव सेवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी चंद्रपाल सिंह से हुई। चौधरी चंद्रपाल बताते हैं किसान अब तब तक पीछे नहीं हटेगा तब तक उसकी मांगे पूरी नहीं कर ली जाएगी। सरकार जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ी थी और सरकार ने किसानों से वादे किए थे वह पूरा करने का समय आ चुका है। क्योंकि लोकसभा चुनाव बहुत करीब हैं। अगर सरकार ने हमारी मांगे पूरी नहीं की तो "एमएसपी नहीं तो वोट नहीं" .
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दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत मजदूर सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश कुमार सेन से हुई नरेश कुमार बताते हैं आज भारत बद का अगवन किया गया है जहां तलक हमारे संगठन हैं उन सभी संगठनों ने फैक्ट्री में करावल नगर वे शाहदरा में कई फैक्ट्रियों में मजदूरों ने आज अपने काम बंद रखें और किसानों के समर्थन में कई जगहों पर बैठके भी की गई
दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से हसमत अली ने सतवीर से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी की। हम सब एक दिवसीय हड़ताल में शामिल हैं। जिस तरह से हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार ने किसानों के साथ क्रूरता की है। हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं । साथ ही एम . एस . पी . की गारंटी , दो पुराने मामलों को वापस लेने और लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चलाने वाले मंत्री को बर्खास्त करने के साथ - साथ ऋण राहत की भी मांग कर रहे हैं।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी का माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत चौधरी सुरेंद्र से हुई चौधरी सुंदर बरसते हैं मैं भारतीय किसान यूनियन का जिला अध्यक्ष हूं लगभग 20 साल से मैं भारतीय किसान यूनियन से जुड़ा हूं कल से हमारा दिल्ली कोच का ऐलान होते ही हजारों ट्रैक्टर बॉर्डर पर खड़े हुए हैं मगर सरकार हमारी जब तलक मांगे नहीं मानेगी हम वापसी अपने घरों को नहीं जाएंगे 6 महीने का राशन हम साथ लेकर आए हैं
दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से हसमत अली सेंट्रल ट्रेड यूनियन के उपाध्यक्ष , सतवीर जी से बातचीत की। उन्होंने बताया की जब देश के सभी किसान संगठनों की मांग है कि जो समझौता किया गया था , उसके अनुसार एम . एस . पी. की गारंटी दी जानी चाहिए। एक तरफ बड़े कॉर्पोरेट ग्राहकों के आर . टी . आई . कार्यकर्ताओं ने पच्चीस लाख करोड़ से अधिक की रिपोर्ट की मांग की । जो कारीगर हैं , राजमिस्त्री हैं , मजदूर हैं , कोई भी छोटा - बड़ा काम करते हैं , उनका कर्ज आज तक माफ नहीं हुआ है ।
दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से हसमत अली ने गौतमबुद्ध नगर अध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा से बातचीत की। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की यह लोकतंत्र की हत्या है । विरोध करने का अधिकार सभी को दिया गया है , लेकिन यह सरकार लोगों की आवाज नहीं सुनना चाहती और किसानों के साथ हुए समझौते को सरकार ने लागू नहीं किया है । यह कई संगठनों का आह्वान नहीं है , लेकिन यह अभी भी उन संगठनों का अधिकार है। श्रमिक और किसान 16 फरवरी को पूरे देश में हड़ताल पर जा रहे हैं और उस हड़ताल की सफलता के लिए कई संगठन अपने तरीके से काम कर रहे हैं। इसलिए सरकार हड़ताल को रोकने के लिए जिस तरह के कदम उठा रही है , वह समस्याओं को हल करने के बजाय दमन के आधार पर मांगों को दबाना चाहती है। उससे वहां की समस्याओं का अंत नहीं होगा ।
दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से हसमत अली किसानों के दिल्ली कूच पर सीटू हरियाणा उपाध्यक्ष से हुई बातचीत की। जिसमें उन्होंने बताया की अगर देश के भीतर हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है तो हम दिल्ली जाएंगे , लेकिन केंद्र सरकार और हमारी राज्य सरकार जिस तरह का दमनकारी रुख अपना रही है, यह बिल्कुल अलोकतांत्रिक है और यह सही तरीका नहीं है
Kisan ade apni mango par