तमिलनाडु तिरुपुर से रेशमा साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कंपनी में काम करने वाली एक महिला श्रमिक से वार्ता की। जहाँ उन्होंने बताया कि नवम्बर में काम शुरू करने के तीन महीने के बाद पीएफ काटे जायेंगे
तमिलनाडु राज्य से हमारे श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि लॉक डाउन के बाद कंपनियों में काफी बदलाव देखा जा रहा है। साथ ही कह रहे है कि पहले जितने भी मजदूर काम करते थे उन्हें काम से निकाल दिया गया है और उनके बदले बदले महिला मजदूरों को काम पर रखा गया हैं
तमिलनाडु तिरुपुर से रेशमा साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से मछली का व्यापार करने वाले एक श्रमिक के परिजन से वार्ता की। जहाँ उन्होंने बताया कि श्रमिकों के लिए कंपनी में काम करना फायदेमंद है
तमिलनाडु तिरुपुर से राजन साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि राष्ट्रीय पर्व के दिन भी कुछ श्रमिकों से काम कराया गया
तमिलनाडु तिरुपुर से मीना कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि घर लौट रहे श्रमिकों को कंपनी प्रबंधक ने कहा था कि वे घर चले जाये और कहा कि उनके अकाउंट में पैसे भेज देगी। लेकिन अब श्रमिकों को कंपनी बकाया वेतन नहीं देने के बहाने दे रही है
तमिलनाडु राज्य से रंजन साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि कुछ गांव में मजदूर बेरोजगार बैठे है। साथ ही बता रहे है कि सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिये
तमिलनाडु के तिरुपुर से रेशमा साझा मंच के माध्यम से कहती हैं कि पलवाड़ी में पढ़ने वाले बच्चो के बीच दाल,चावल और अंडा का वितरण किया गया
तमिलनाडु तिरुपुर चिन्राकराई से एसएम टीम ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से एक श्रमिक से साक्षात्कार लिया । श्रमिकों का कहना है कि वे ईएसआई पीएफ नहीं चाहते हैं क्योंकि उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाता है। वे एक नियमित अवधि के लिए कंपनी में काम नहीं करते हैं, इसलिए उनके लिए बेहतर है कि वे सामाजिक सुरक्षा में योगदान न करें।
तमिलनाडु तिरुपुर से रेशमा साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि छुट्टी वाले दिन कई लोग गली ,मुहल्लों में घूमते हैं और मौका का फैयदा उठा कर घरों से चोरी जैसी अपराध को अंजाम देते हैं
तमिलनाडु तिरुपुर से रेशमा साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कंपनियों में कांट्रेक्टर द्वारा मजदूरों को पीस रेट की कोई जानकारी नहीं दी जाती और कम पैसे हाथ में दे दिया जाता है