तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर जिला से मीणा कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि बहुत सारे मजदूरों के पास आधार कार्ड नहीं है जिस कारण उन्हें बहुत दिक़्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही कह रही हैं की आधार कार्ड कैसे बनता है इसके विषय में जानकारी चाहिए

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आपको बताना चाहते हैं कि आधार कार्ड बनवाने के लिए आप अपने नज़दीकी आधार केंद्र पर जाकर आधार हेतु आवेदन पत्र लेकर उसे भरने के बाद वहाँ मौजूद अधिकारी को दे दें, वह आपके सारे विवरण और मूल प्रमाण पत्रों की जाँच और मिलान करने के बाद उसे आधार डाटाबेस में भरकर आपकी उँगलियों और आँखों की पुतलियों को स्कैन कर उनकी बायोमीट्रिक छाप लेने के साथ वहीं आपकी तस्वीर लेगा और ये सारे विवरण एकबार फिर आधार के डाटाबेस में भरकर सबमिट कर देगा और आपको एक पंजीकरण संख्या मुद्रित रसीद देगा, जिसके माध्यम से आप अपने आधार कार्ड का स्टेटस देख सकते हैं और बनाने के बाद उसे डाउनलोड भी कर सकते हैं। इसके बाद आपका आधार कार्ड तीस से साठ दिनों के भीतर आपको प्राप्त हो जाएगा। आधार कार्ड बनवाने हेतु आपकी जन्मतिथि, नाम और पते को प्रमाणित करनेवाले दस्तावेज़ों की आवश्यकता पड़ती है। आप अपने नज़दीकी आधार केंद्र की जानकारी आधार की वेबसाइट www.uidai.gov.in पर विज़िट कर या उसके हेल्पलाइन नम्बर- 1947 पर कॉल कर प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही आपसे यह भी निवेदन है कि अगर हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से आप संतुष्ट हैं और इससे आपकी सम्बंधित समस्या को हल करने में सहायता मिली है, तो अपना अनुभव हमसे ज़रूर साझा करें अपने मोबाईल में नम्बर तीन दबाकर, धन्यवाद।
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Feb. 17, 2021, 4:19 p.m. | Tags: int-PAJ   UID   Identity proof  

तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर से हमारे श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उन्हें लॉक डाउन के समय अपने गांव में सरकार द्वारा कोई काम नहीं मिला। साथ ही बता रहे है की बेरोजगारी बहुत बढ़ गई थी

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तमिलनाडु तिरुपुर चिनकारई से अरुण ने साझ मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से एक प्रवासी श्रमिक का साक्षात्कार लिया। प्रवासी श्रमिक ने बताया कि उन्होंने श्रमिक स्पेशल ट्रेन में पंजीकृत होने के लिए 5000, कराये थे। इसकी उन्होंने कोई शिकायत दर्ज नहीं की थी क्योंकि वह डर गए थे

तमिलनाडु तिरुपुर करिपुथुर से अरुण ने साझ मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से एक प्रवासी श्रमिक का साक्षात्कार लिया।उनका कहना है कि वह पहले पीएफ में योगदान कर रहे थे लेकिन उन्हें इसमें से कुछ भी नहीं मिला। इसलिए उन्होंने अब पीएफ में योगदान देना बंद कर दिया।

तमिलनाडु तिरुपुर चिनकारई से अरुण ने साझ मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से एक प्रवासी श्रमिक का साक्षात्कार लिया। उनका कहना है कि चूंकि उनके गृह राज्य में कोई नौकरी उपलब्ध नहीं थी, इसलिए उन्होंने फोन कर तिरुपुर में संपर्क किया और वे तिरुपुर आ गए। कंपनी ने उनके यात्रा, भोजन और आवास का ध्यान रखा लेकिन बाद में कंपनी ने कुछ भी देने से इनकार कर दिया, इसीलिए वे तिरुपुर के अन्य स्थानों में चले गए।

तमिलनाडु तिरुपुर चिनकारई से अरुण ने साझ मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से एक प्रवासी श्रमिक का साक्षात्कार लिया। उनका कहना है कि वह अपने गृह राज्य में लॉक डाउनके दौरान व्यापार कर रहे थे। लेकिन वापस तिरुपुर आने के बादअपना व्यवसाय बंद कर दिया क्योंकि उन्हें लाभ नहीं मिल रहा था।

तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला के करीपुथुर से अरुण की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से सरफ़राज़ आलम से हुई। सरफ़राज़ आलम ने बताया कि दिल्ली में काम नहीं मिलने के कारण वो रोज़गार की तलाश में तिरुपुर आए है। उम्मीद है कि उन्हें दिल्ली से ज़्यादा तिरुपुर में वेतन मिलेगा। अगर तिरुपुर में काम नहीं मिलेगा तो वो वापस दिल्ली चले जाएँगे

तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला के करीपुथुर से अरुण की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से मोहम्मद मुख़्तसिम से हुई। मोहम्मद मुख़्तसिम ने बताया कि वो लगभग 20 सालों से करीपुथुर में कार्य कर रहे है। लॉक डाउन में घर से पैसे मंगवा का गुज़ारा किए। अभी काम शुरू होने के बात स्थिति सामान्य हो गयी। करीपुथुर में रहने वाले प्रवासियों ने कोई भी व्यापार चालु नहीं किया है।इनके अनुसार उनके पास दर्ज़ी का टैलेंट होने के कारण उन्हें खुद करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उनकी कंपनी में ईएसआई पीएफ की भी सुविधा दी जाती है पर उन्हें ही जो इसके लाभ को लेना चाहते है। इन्होने ये भी बताया कि लॉक डाउन के बाद कई कंपनियों में बहुत प्रवासी श्रमिक आये जिनसे कम्पनियाँ एग्रीमेंट करवा कर बंदी बना कर रखे हुए है। जिन्हे तमिल की जानकारी थी वो पैसा दे कर खुद को छुड़ाए वही बहुत से श्रमिक भाग कर आ गए। कई अभी भी कम वेतन पर उन कंपनियों में काम कर रहे है। बहुत से लोग पीस रेट व कंपनी शिफ्ट में ही कार्य करते है। कंपनी शिफ्ट में लगातार काम करना पड़ता है कंपनी के अनुसार वही पीस रेट में वैसा नहीं होता ,इसमें अपनी मर्ज़ी अनुसार कार्य करते है