Transcript Unavailable.
गुजरात राज्य के अहमदाबद से हमारे श्रोता साझा मंच के माध्यम से बताया कि कोरोना वायरस के कारण अब उनका वहां रहना संभव नहीं हो पा रहा है क्योंकि फैक्ट्री बंद हो चुकी है और उन्हें खाने-पीने को लेकर दिक्कत हो रही है।
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Mahesh Gajria from Ahmedabad bye d means of Saajha Manch coming forward to help all those migrant workers who got stuck in Ahmedabad and cities around it, who having no food ration, facing problem in their stay & living can contact him through his number 95585579234, he is also asking people to listen mobile Vaani which keep them updated about the current situation
अहमदाबाद के टोलु शर्मा
गुजरात राज्य के अहमदाबाद से रविंद्र साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि लॉक डाउन की वजह से अहमदाबाद में सभी कंपनियां बंद कर दी गई है,मजदूर बेरोजगार हो गए है। साथ ही बता रहे है की कंपनी के तरफ से भी पैसा नहीं दिया गया है जिससे वो अपना काम चला सके ऐसी अवस्था में मजदूर क्या करेंगे अंत में बताया की 14 अप्रैल तक अहमदाबाद में सारी कंपनियां बंद कर दी गई है जिससे मजदूरों का पलायन नहीं हो पा रहा हैं।
Transcript Unavailable.
जैसा की हम सभी जान रहे है कि कोरोना वायरस के कारण कई कंपनियां बंद हो जा रही है। सरकार द्वारा यह निर्देश जारी किया गया है कि कंपनी ऐसी आपातकालीन समय में अपने मज़दूरों को वेतन दे कर छुट्टियां दें। और यदि कंपनियां लम्बे समय तक बंद रहेगी तब भी मालिक द्वारा अपने श्रमिकों को बैठे बैठाए वेतन दिया जाएगा। अगर मज़दूरों को वेतन नहीं मिलती है तो इस हेल्पलाइन पर संपर्क कर शिकायत दर्ज़ कर सकते है। हेल्पलाइन नंबर है : 1800 1800 999
Comments
वित्त मंत्रालय ने मजदूरों के कल्याण पर विचार करते हुए घोषणा की है कि लॉकडाउन अवधि को ऑन-ड्यूटी माना जाएगा और इस अवधि के दौरान कोई भी नियोक्ता वेतन नहीं काट सकता है। इसके अलावा मंत्रालय ने यह भी घोषणा की है कि सरकार उन कंपनियों और कारखानों में पीएफ खातों में योगदान देगी जहां 100 या उससे कम श्रमिक काम कर रहे हैं और 90% श्रमिकों को 15000 या उससे कम तनख्वाह मिल रही हो। इन सब का लाभ हम तभी उठा सकते हैं, जब श्रमिकों के बीच एकता हो और श्रमिक किसी यूनियन के साथ जुड़े हुए हैं। श्रमिकों के बीच एकता ना होने के कारण उद्योगपति श्रमिकों का शोषण करते हैं।इसलिए ज़रूरी है संगठित होना।
May 6, 2020, 8 p.m. | Tags: governance labour govt entitlements int-PAJ wages workplace entitlements