Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
हरियाणा राज्य के झज्जर ज़िला से मनोहर लाल कश्यप ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि दिल्ली के विकासपुरी से की एक महिला श्रमिक नीतू ,204 ,सेकंड ,फ्लोर ,गुप्ता टावर स्थित कंपनी क्रिएटिव लिविंग में काम करती थी। नीतू डिज़ाइनर के रूप में कार्यरत थी। कंपनी के एचआर ,मैनेजर द्वारा नीतू को अचानक काम से हटा दिया गया और न ही उन्हें वेतन दिया जा रहा है। वेतन देने पर साफ़ मना किया जाता है। और धमकी वाले लहज़ा से बात करते है। कंपनी से बात करने पर भी कोई काम नहीं बना। सुनने में आया है कि कंपनी द्वारा पहले भी कई कर्मचारियों से साथ धोखा किया गया है
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
हरियाणा राज्य के झाझर से इस ें कश्यप श्रमिक वाणी के माध्यम से कह रहें हैं कि, सरकार ने जो शिक्षा के लिए क़दम उठायें हैं की लड़का और लड़की सभी को सामान शिक्षा मिलनी चाहिए। तो ऐसे में जनता को भी चाहिए की शिक्षा में जो वर्ग पिछड़ा है उन्हें शिक्षा की तरफ लाने के लिए प्रोत्साहित करें
हरियाणा राज्य के बहादुरगढ़ से ऐसे कश्यप श्रमिक वाणी के माध्यम से लगने वाले चंद्र ग्रहण की जानकारी दे रहें हैं। कह रहें हैं कि, दक्षिणी अफ्रीका सहित कई देशों में दिखाई देगा तथा भारत में इसका असर काफी कम होगा
हरियाणा राज्य के झज्जर ज़िला के बहादुरगढ़ से मनोहर लाल कश्यप ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि इन्होने दिनांक 20 फरवरी 2023 और 24 फरवरी 2023 को श्रमिक सेवक राम से साक्षात्कार लेकर एक ख़बर प्रसारित कर बताया था कि दिल्ली के बाल चिकित्सालय कलावती अस्पताल में 2016 से सफाईकर्मी के रूप में वे कार्यरत थे। इन्हे ठेकदारों द्वारा काम से हटा दिया गया था। इनके साथ अन्य 60 सफाईकर्मियों को भी काम से हटा दिया गया था। सभी सफाईकर्मी मिलकर अस्पताल के गेट के बाहर धरनारत थे। इन्होने वर्ष 2022 में हाई कोर्ट से आर्डर भी ले रखा था कि वापस काम पर कर्मियों को रखा जाए। लेकिन भ्रष्टाचारी के कारण इन्हे वापस काम पर नहीं रखा जा रहा था। श्रमिक वाणी में ख़बर प्रसारित कर इसे सम्बंधित अधिकारियों व ठेकेदार के साथ साझा किया गया। जिसके बाद अधिकारियों ने लगभग तीन माह का समय माँग कर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था। ख़बर का यह असर हुआ कि तीन दिन पूर्व आपसी बातचीत कर सभी कर्मचारियों को काम के लिए बुलाया गया। जिसमे सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी 37 कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखने का आदेश दिया गया।
Transcript Unavailable.
